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सफाई के अभाव में रेलवे स्टेशन पर गंदगी, हैंडपंप खराब

भदोही। रेलवे स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं में सुधार का दावा भले ही किया जाता है, लेकिन उसका समय से क्रियान्वयन नहीं होने, देखरेख के अभाव में कई बार स्टेशन पर स्थिति खराब हो जाती है। उसी में से एक है भदोही, जौनपुर और प्रयागराज सीमा पर स्थिति सरायकंशराय स्टेशन। यहां एक तरफ गंदगी की भरमार है तो दूसरी तरफ पेयजल की समस्या भी है। यहां लगे चार हैंडपंपों में से तीन खराब पड़े हैं। ऐसे में यात्रियों को या पानी के लिए हैंडपंप पर लाइन लगानी पड़ती है अथवा बोतल का पानी महंगे दर पर खरीदने के लिए विवश होना पड़ता है।
उत्तर रेलवे के जंघई-वाराणसी रेलखंड पर स्थित यह स्टेशन आधुनिकीकरण योजना में शामिल है। इसके बावजूद यात्री सुविधाओं में सुधार नहीं हो पाया है। यहां तीन साल से तीन हैंडपंप खराब पड़े हुए हैं। नियमित सफाई के अभाव में प्लेटफार्म पर बिखरी गंदगी के कारण यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यात्रियों का कहना है कि इस स्टेशन पर करीब आधा दर्जन गाड़ियां रुकती हैं। इनसे प्रतिदिन पांच सौ से ज्यादा लोग यात्रा करते हैं। सुविधाओं में सुधार होने से यात्रियों की परेशानी कम होगी।
उत्तर रेलवे के जंघई-भदोही सेक्शन इंजीनियर (कार्य) एसके पाल ने कहा कि स्टेशन परिसर में चार हैंडपंप लगे हैं, जिनमें से मात्र एक चल रहा है। खराब हैंडपंप चालू कराने के लिए प्रयास किया जाता है लेकिन तकनीकी दिक्कत होती है। पेयजल, सफाई, शौचालय आदि से संबंधित समस्याओं के समाधान के लिए लखनऊ मंडल प्रशासन को पत्र भेजा गया है। यात्री नंद कुमार ने बताया कि एक दशक में कई वह देख चुके हैं। इसके बावजूद स्टेशन पर यात्री सुविधाओं का अभाव बना हुआ है। बिहारीलाल गौतम ने बताया कि कोरोना महामारी का असर कम होने की स्थिति में रेल प्रशासन गाइड लाइन का पालन कराते हुए बुंदेलखंड, दादर-गोरखपुर, जनता, पीपी पैसेंजर अप-डाउन का ठहराव दो वर्ष के बाद अब कराया जा रहा है, लेकिन यात्री सुविधाओं में सुधार नहीं हो पाया है। श्यामलाल प्रजापति, नन्हेलाल, हलधर मौर्य, दिलीप कुुमार ने बताया कि सरायकंशराय स्टेशन तीन जिलों भदोही, जौनपुर, प्रयागराज की सीमा से सटा है और प्रतिदिन पांच सौ यात्री सुबह, दोपहर, शाम स्टाप लेकर आने-जाने वाली गाड़ियों से यात्रा करते हैं। यात्रियों को पेयजल की समस्या का सामना करना पड़ता है। प्लेटफार्म पर गंदगी रहती है।