खिलाड़ी को किसी संकीर्ण दायरे में बांधकर न रखें
सीएम योगी ने कहा कि इस नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के कुशल खिलाड़ियों के साथ देश के अलग-अलग राज्यों से भी कुशल खिलाड़ियों को उत्तर प्रदेश पुलिस बल का हिस्सा बनाया जा रहा है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक भारत, श्रेष्ठ भारत का वह भाग है जिसके तहत खिलाड़ी की उन भावनाओं को सम्मान देना है जो अपने लिए नहीं, देश के लिए खेलता है। पूरे देश से वह उम्मीद भी रखता है कि पूरा देश उसके बारे में सोंचे। यह पहली बार नहीं है, याद कीजिए टोक्यो ओलंपिक या पैरालंपिक में जिन खिलाड़ियों ने देश के लिए मेडल जीते थे, वे चाहे देश में किसी भी राज्य के हों, उन सभी को हमने सम्मान दिया था और नकद राशि भी उपलब्ध कराई थी। हमारा मानना है कि खिलाड़ी देश के लिए खेलता है। उसकी मेहनत और परिश्रम का परिणाम वैश्विक मंच पर देश की शक्ति और सामर्थ्य के रूप में देखने को मिलता है तो स्वाभाविक रूप से इस समाज की भी सामूहिक जिम्मेदारी बनती है कि खिलाड़ी को किसी संकीर्ण दायरे में बांधकर न रखें। उत्तर प्रदेश पुलिस बल ने इसी विराट हृदय का परिचय दिया है और 233 खिलाड़ियों को नियुक्ति की प्रक्रिया से जोड़कर उन्हें सम्मान देने का कार्य किया है।
6 वर्ष में पूरी पारदर्शिता से पुलिस बल में की गईं भर्तियां
सीएम योगी ने कहा कि पिछले 6 वर्ष में उत्तर प्रदेश पुलिस बल में भर्ती की प्रक्रिया को पारदर्शी तरीके से बढ़ाने का कार्य हुआ है। पहले हर भर्ती पर प्रश्न उठते थे, चयन प्रक्रिया पर प्रश्न खड़े होते थे। विगत 6 वर्ष के अंदर प्रदेश में 1.54 लाख से अधिक पुलिस कार्मिकों की भर्ती प्रक्रिया संपन्न हो चुकी है। इसके अलावा 2492 मृतक आश्रितों के पदों की भर्ती प्रक्रिया पूर्ण पर उनका भी समायोजन किया गया है। प्रदेश के अंदर एक लाख 29 हजार से अधिक पुलिस कार्मिकों को समयबद्ध तरीके से प्रोन्नति देने का भी कार्य हुआ है। वर्तमान में उत्तर प्रदेश पुलिस बल में 62, 400 से अधिक पदों पर भर्ती प्रक्रिया प्रचलित है। पुलिस बल में खिलाड़ियों की जो कमी थी, उसे भी दूर किया जा रहा है। इससे पहले 8 जुलाई को भी हमने 227 खिलाड़ियों को नियुक्ति पत्र वितरित किए थे। उसमें भी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी थे। आज जो नियुक्ति पत्र दिए गए हैं, उसमें 154 पुरुष और 79 महिलाएं उत्तर प्रदेश पुलिस बल का हिस्सा बन रही हैं।