Breaking News

रोजगार उपलब्ध कराना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ध्येय, छह वर्ष में छह लाख युवाओं को दी गई नौकरी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश देश का सबसे युवा राज्य है। यहां के युवाओं की प्रतिभा का लाभ दिलाने के लिए उन्हें रोजगार/नौकरी उपलब्ध कराना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ध्येय है, इसलिए योगी सरकार ने पिछले छह वर्ष में छह लाख से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी दी। यही नहीं, सिर्फ बीते एक महीने पर नजर दौड़ाएं तो उत्तर प्रदेश के 11 हजार से अधिक युवाओं को सीएम योगी ने नियुक्ति पत्र सौंपा। एक महीने में 11 हजार से अधिक नौकरी देकर योगी सरकार ने यह बता दिया कि युवा उनकी प्राथमिकता में हैं। 2017 के बाद से सिर्फ पात्रता ही चयन का आधार बना और इस शुचिता व निष्पक्षता के सभी कायल भी हुए।

दो दिन में पुलिस विभाग में 1375 युवाओं ने पाई नौकरी  

सीएम योगी ने उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती व प्रोन्नति बोर्ड द्वारा चयनित 1148 पदों पर उपनिरीक्षकों को 6 जुलाई को नियुक्ति पत्र वितरित किए गए। इन पदों में 587 पद सहायक उपनिरीक्षक (लिपिक), 217 उपनिरीक्षक (गोपनीय), 344 सहायक उपनिरीक्षक (लेखा) शामिल हैं। ठीक दो दिन बाद 8 जुलाई को खिलाड़ी कोटे में चयनित 227 आरक्षियों को नियुक्ति पत्र दिया गया। पिछले छह वर्षों में सिर्फ यूपी पुलिस विभाग में ही योगी सरकार की ओर से डेढ़ लाख से अधिक पदों पर भर्तियां की गई है। मृतक आश्रित के रूप में 2500 भर्तियां अतिरिक्त की गईं। सुरक्षा के दृष्टिगत पुलिस विभाग में यह भर्तियां काफी तेजी से हो रही हैं। वहीं सरकार ने खिलाड़ियों को भी प्रोत्साहित करते हुए सरकारी नौकरी से जोड़ा। कई खिलाड़ियों को राजपत्रित नौकरी दी गई।

 

एएनएम स्वास्थ्य कार्यकत्रियों व स्टॉफ नर्सों को भी मिला नियुक्ति पत्र 

सीएम योगी आदित्यनाथ का मानना है कि स्वास्थ्य व शिक्षा के क्षेत्र में यूपी को काफी समृद्ध करना है, इसलिए इन दोनों क्षेत्रों में न सिर्फ अभूतपूर्व कार्य हुए, बल्कि जून में ही सीएम योगी ने 7182 एएनएम स्वास्थ्य कार्यकत्रियों और एसजीपीजीआई में नवचयनित 1442 स्टॉफ नर्सों को भी नियुक्ति पत्र दिया। यही नहीं, नियुक्ति के साथ सीएम योगी ने समय-समय पर युवाओं को सम्मान भी दिया। 9 जून को मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना में संघ लोकसेवा आयोग में 23  व उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग में 95 चयनित अभ्यर्थियों का सम्मान समारोह भी आयोजित कर इन्हें गौरवान्वित किया गया।

 

कोरोना काल में भी आने वाले लोगों को सीएम योगी ने उपलब्ध कराए थे रोजगार के अवसर

कोरोना काल में जब रफ्तार थम गई थी, तब भी सीएम योगी आदित्यनाथ ने बाहर से आने वाले लोगों के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए। पिछले पांच वर्ष में लगभग तीन करोड़ लोगों को भी रोजगार दिया गया। साथ ही ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस) के जरिए रोजगार व नौकरी के एक करोड़ नए अवसर भी मुहैया कराने को योगी सरकार संकल्पित है। पहली बार है जब सभी 75 जनपदों में निवेश के अवसर उपलब्ध कराए गए। योगीराज में लगभग सवा लाख से अधिक महिलाओं को सरकारी नौकरी मिली। योगी सरकार ने नई एमएसएमई नीति-2022 लागू की। 2.35 लाख करोड़ की वार्षिक ऋण योजना प्रारंभ की। ओडीओपी-ई कॉमर्स पोर्टल पर लगभग 21 हजार से अधिक उत्पादों की बिक्री की गई। मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना से भी तकरीबन डेढ़ लाख रोजगार सृजित किए गए। कौशल विकास मिशन में विभिन्न ट्रेड्स में प्रशिक्षित करीब 10.20 लाख से अधिक युवाओं को रोजगार दिलाए गए।

 

जून व जुलाई में सीएम योगी की तरफ से दिए गए नियुक्ति पत्र 

9 जूनः 7182 एएनएम स्वास्थ्य कार्यकत्रियों को नियुक्ति पत्र वितरण

10 जूनः एसजीपीजीआई में नवचयनित 1442 स्टॉफ नर्सों को दिया नियुक्ति पत्र

17 जूनः 102 उद्यमी मित्रों को नियुक्ति पत्र व 232 करोड़ की प्रोत्साहन राशि का वितरण

6 जुलाईः लोकभवन में उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती व प्रोन्नति बोर्ड द्वारा चयनित 1148 पदों पर नियुक्ति पत्र किए वितरण

8 जुलाईः सीएम योगी ने लोकभवन में उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती व प्रोन्नति बोर्ड द्वारा कुशल खिलाड़ी कोटे में चयनित 227 आरक्षियों को दिया नियुक्ति पत्र

 

गुरुवार को भी 936 युवाओं को नियुक्ति पत्र सौपेंगे योगी 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को भी युवाओं को नियुक्ति पत्र देंगे। लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम में सीएम 936 युवाओं को विभिन्न विभागों में नियुक्ति पत्र सौंपेंगे। इनमें प्राविधिक शिक्षा विभाग में अनुदेशक पद पर 231, सचिवालय प्रशासन विभाग द्वारा समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी पद पर 201,  परिवहन विभाग में कनिष्ठ सहायक पद पर 180, लोकनिर्माण विभाग में कनिष्ठ सहायक पद पर 130, निर्वाचन विभाग में कनिष्ठ सहायक पद पर 128 तथा उप्र राजस्व परिषद में समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी पद पर चयनित 66 युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपेंगे।