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अमृतपाल पर भगवंत मान ने तोड़ी चुप्पीए कहा-मेरे खून का हर कतरा पंजाब के लिए है, हम पंजाब में शांति सुनिश्चित करेंगे

वारिस पंजाब दे प्रमुख अमृतपाल सिंह को लेकर पंजाब में पुलिसिया कार्रवाई जारी है। इन सब के बीच इस मुद्दे को लेकर राजनीति भी जमकर हो रही हैं। विपक्ष पंजाब सरकार पर सवाल खड़े कर रहा है। इन सब के बीच पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अमृतपाल सिंह को लेकर अपनी चुप्पी तोड़ी है। भगवंत मान ने साफ तौर पर कहा कि इनकी सरकार पंजाब की शांति से खिलवाड़ नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि पंजाब के लोग भाईचारे के लिए जाने जाते हैं लेकिन अगर कोई इसपर बुरी नज़र डालता है तो पंजाबी ये बर्दाश्त नहीं करते। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पिछले दिनों कुछ तत्व ऐसे थे जो विदेशी ताकतों के हाथ चढ़कर पंजाब में माहौल खराब करने की, हेट स्पीच और कानून के खिलाफ बोल रहे थे।

पंजाब सीएम ने कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है और ये पकड़े गए हैं। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि पंजाब की शांति भंग करने की बात कोई सपने में भी नहीं सोच सकता। उन्होंने कहा कि मेरे खून का हर कतरा पंजाब के लिए है।हम पंजाब में शांति सुनिश्चित करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने वादा किया कि पंजाब की शांति से समझौता नहीं होने देंगे। पंजाब सुरक्षित हाथों में है। बताया जा रहा है कि पंजाब पुलिस ने सोमवार को कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह से जुड़े पांच लोगों के खिलाफ कठोर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) लागू करते हुए मामले में ‘‘आईएसआई पहलू’’ होने की आशंका जताई। वहीं अमृतपाल के समूह ‘‘वारिस पंजाब दे’’ के खिलाफ जारी राज्यव्यापी कार्रवाई के बीच उसके चाचा हरजीत सिंह और वाहन चालक हरप्रीत सिंह ने रविवार मध्यरात्रि को पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।

पंजाब के पुलिस महानिरीक्षक (मुख्यालय) सुखचैन सिंह गिल ने बताया कि विशेष इकाइयां उपदेशक को पकड़ने के प्रयासों में शामिल हैं, जो शनिवार को जालंधर जिले में एक कार का पीछा करने के दौरान पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था। गिल ने संकेत दिया कि ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल को भी रासुका के तहत हिरासत में लिया जा सकता है। पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘गिरफ्तारी के बाद उसके खिलाफ रासुका के तहत मामला दर्ज जा सकता है और बाकी तथ्य आपको स्पष्ट कर दिए जाएंगे।’’ आईजी ने कहा कि पुलिस को इस मामले में ‘आईएसआई पहलू’ और विदेशी वित्तपोषण की आशंका है और आगे की जांच जारी है। सिंह की तलाश सोमवार को तीसरे दिन भी जारी रही और राज्य की पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए सुरक्षा बढ़ा दी है।