भारतीय कुश्ती महासंघ के खिलाफ पहलवानों ने लगातार दूसरे दिन भी मोर्चा खोला हुआ है। पहलवानों ने महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न के अलावा काम काज के रवैये पर भी सवाल उठाए है। भारतीय कुश्ती महासंघ और पहलवानों के बीच जारी गतिरोध के बीच विपक्ष भी हमलावर हो रहा है। इसी बीच पहलवानों ने एक बार फिर से अपनी बात रखी है।
पहलवान बबीता फोगाट ने कहा कि सरकार ने हमारे आरोपों पर गौर कर हमारा समर्थन किया है। सरकार हमारी समस्याओं को समझने की कोशिश में जुटी है। हमें पूरा विश्वास है कि सरकार खिलाड़ियों के साथ है। जो भी आरोप लगाए गए हैं उनकी निष्पक्ष तरीके से जांच की जाएगी। खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती महासंघ को 72 घंटे का समय दिया है जिसमें उन्हें आरोपों के संबंध में जवाब दाखिल करना होगा।
वहीं ओलंपियन बजरंग पूनिया ने भी लगाए गए आरोपों का समर्थन करते हुए कहा है कि हमारी लड़ाई गैर राजनीतिक है। इस लड़ाई में हमें किसी भी राजनेता की जरुरत नहीं है। हमने देश के लिए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कई बार लड़ाई की है। हम अपने लिए भी लड़ने में सक्षम हैं। उन्होंने कहा कि हम नहीं चाहते हैं कि फेडरेशन के कारण कोई भी खिलाड़ी किसी तरह के दवाब में काम करे। जबतक हमारी मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा हम नहीं झुकेंगे।
बजरंग पूनिया ने कहा कि जब तक हमारी मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा तब तक हम इस प्रदर्शन को खत्म नहीं करेंगे। उन्होंने साफ किया कि जब तक इस वर्तमान फेडरेशन में बदलाव नहीं किया जाएगा तबतक हम इस प्रदर्शन को खत्म नहीं करेंगे। सभी खिलाड़ियों का समर्थन भी हमारे पास है।
बता दें कि पहलवानों ने कुश्ती महासंघ के खिलाफ आंदोलन छेड़ रखा है। भारत के विश्व ख्याति पहलवान फिलहाल जंतर मंतर पर भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर जबरदस्त तरीके से हमलावर हैं। गौरतलब है कि विनेश फोगाट ने एक चौंकाने वाले खुलासे में बुधवार को रोते हुए आरोप लगाया कि भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह कई वर्षों से महिला पहलवानों का यौन शोषण कर रहे हैं लेकिन इस खेल के प्रशासक और भारतीय जनता पार्टी के सांसद ने इन आरोपों को खारिज किया।