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सोनिया गांधी के गोद लिए गांव की बदहाली

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस जहां अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है, वहीं भाजपा और सपा के नेता धुआंधार प्रचार में जुटे हैं। इस बीच कभी कांग्रेस का गढ़ कहे जाने वाले रायबरेली में भी इसबार लड़ाई सपा और भाजपा के बीच होती दिखाई दे रही है। चुनावी यात्रा के दौरान हिंदुस्तान की टीम जब रायबरेली में पहुंची तो आम लोगों ने कांग्रेस से मोहभंग का कारण बताया। चुनावी यात्रा के दौरान हम रायबरेली में 1857 की क्रांति के महानायकों में से एक राणा बेनीमाधव बक्स सिंह की जन्मस्थली पहुंचे। ‘उड़वा’ नामक इस गांव की खास बात यह भी है कि साल 2014 में स्थानीय सांसद और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इसे ‘सांसद आदर्श ग्राम योजना’ के तहत इसे गोद लिया था।
उड़वा के लोगों ने बताया कि सोनिया गांधी ने इसे सिर्फ नाम के लिए गोद लिया था। ना ही यहां शिक्षा की समुचित व्यवस्था है और ना ही स्वास्थ्य की। गांव की 95 फीसदी आबादी खेती पर निर्भर है लेकिन गांव में सिंचाई के साधनों का कोई इंतजाम नहीं है। गांव के रहने वाले वाहिद ने कहा कि जब सोनिया गांधी ने इस गांव को गोद लिया तो हमें बहुत खुशी हुई, उम्मीद जगी कि अब विकास होगा लेकिन आज इतने सालों के बाद भी उन्होंने कुछ नहीं कराया।
‘सपा के स्थानीय विधायक से खौफ खाते हैं लोग’
महिलाओं के अधिकारों के लिए काम करने वाली गांव की सामाजिक कार्यकर्ता रिद्धिमा सिंह ने कहा कि यह गांव ऊंचाहार विधानसभा क्षेत्र में आता है। उन्होंने कहा, ‘यहां से समाजवादी पार्टी के विधायक मनोज पांडे ग्रामीणों को डराते-धमकाते हैं लेकिन गांववाले शिकायत करने भी किसके पास जाएं, सांसद तो गायब ही रहती हैं।’ उन्होंने कहा कि यहां की महिलाओं के लिए किसी तरह के काम नहीं किए गए। हालांकि सरकारी योजनाओं का लाभ जरूर ग्रामीणों को मिला लेकिन विधायक ने हर योजना में घपलेबाजी की। उन्होंने आरोप लगाया कि स्थानीय विधायक के गुंडे इलाके की महिलाएं- बच्चियों को छेड़ते हैं और पुलिस प्रशासन खामोश बैठा रहता है।
‘कांग्रेस ने हमेशा जनता को ठगा’
ऊंचाहार विधानसभा क्षेत्र की रहने वाली पूजा ने कहा, ‘सोनिया गांधी ने हमारे विधानसभा क्षेत्र के गांव को गोद लिया लेकिन कोई काम नहीं किया। इस पूरे जिले के लोगों को कांग्रेस से उम्मीदें रही हैं, लेकिन कांग्रेस ने यहां की जनता को ठगा है। हमने यहां से कांग्रेस के विधायक दिए, यहां से सांसद दिए लेकिन हमारे साथ हर बार धोखा हुआ।’ उन्होंने कहा कि इस बार जनता बदलाव की ओर देख रही है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने बिना किसी भेदभाव के सरकारी योजनाओं का लाभ दिया। सरकारी योजनाएं पहले भी थीं, लेकिन उनका लाभ लोगों को नहीं मिल पाता था और उनकी स्क्रूटनी भी जनप्रतिनिधि नहीं करते थे, जो उनकी प्राथमिक जिम्मेदारी होनी चाहिए थी।