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महाराष्ट्र: विपक्ष के नेता का पद खोने के डर से दो विधायकों पर कार्रवाई नहीं कर रही है कांग्रेस

मुम्बई। महाराष्ट्र में कांग्रेस अपने दो विधायकों पर विधानसभा में उनके खराब आचरण की वजह से उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने से बच रही है. ऐसा इसलिए क्योंकि पार्टी को इस बात का डर सता रहा है कि इससे निचले सदन में विपक्ष के नेता का पद उनके हाथ से निकल सकता है.

मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस अपने दो विधायकों नीतेश राणे और कालीदास कोलम्बकर के खिलाफ कार्रवाई को लेकर दुविधा में है. नीतेश पूर्व कांग्रेस नेता नारायण राणे के पुत्र हैं और और कालीदास उनके जबरदस्त समर्थक हैं.

पार्टी के अनुसार राणे और कालीदास विधानसभा के मौजूदा बजट सत्र में सदन की कार्यवाही में कोई सक्रियता नहीं दिखा रहे हैं. इससे पहले नारायण राणे ने दावा किया था कि बीजेपी ने उन्हें राज्यसभा सीट की पेशकश की है.

पार्टी के एक वरिष्ठ नेता बताया कि अगर कांग्रेस दोनों विधायकों को निलंबित करती है तो इसके पास केवल 40 विधायक बचेंगे जो एनसीपी से एक कम होंगे.

उन्होंने कहा, ‘ऐसी किसी कार्रवाई से एनसीपी को विधानसभा में विपक्ष के नेता पद का दावा करने का मौका मिल जाएगा क्योंकि पार्टी के 41 विधायक है और कांग्रेस अपने सभी विशेषाधिकार (विपक्ष के नेता की हैसियत से मिलने वाले) खो देगी.’  कैबिनेट मंत्री स्तर का यह पद अभी कांग्रेस विधायक राधाकृष्ण विखे पाटिल के पास है.