तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने शिगूफा क्या छोड़ा, एक बार फिर देश की राजनीति में थर्ड फ्रंट की सुगबुगाहट शुरू हो चुकी है. केसीआर ने कहा था कि देश की राजनीति में बदलाव की जरूरत है. कांग्रेस और बेजीपी के इतर विकल्प तैयार करने की जरूरत है.
रविवार को सांसद असदउद्दीन ओवैसी ने उनका समर्थन करते हुए कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में रीजनल पार्टियां अहम भूमिका अदा करेंगी. उन्होंने केसीआर की बातों का समर्थन करते हुए कहा कि इसके बारे में गंभीरता से सोचा जाना चाहिए.
ममता, हेमंत ने कहा नेतृत्व कीजिए, हम साथ हैं
न्यूज 18 में छपी खबर के मुताबिक अब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उनकी सुर में सुर मिलाया है. उन्होंने सीएम चंद्रशेखर राव को फोन कर कहा कि ‘हम आपसे एक मत हैं. आपके साथ रहेंगे’. यही नहीं उनके साथ झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन ने भी कहा कि अगर थर्ड फ्रंट की बात होती है, तो वह उसके साथ जाना चाहेंगे. इस कड़ी में महाराष्ट्र के भी कुछ सांसद शामिल हैं.
वहीं हेमंत सोरेन ने कहा कि आप कह सकते हैं कि एक नए पकवान की तैयारी हो रही है. जब तैयार हो जाएगा, आपके सामने रखा जाएगा. हर कोई बीजेपी से लड़ने में सक्षम है. सभी राज्यों में बीजेपी के खिलाफ लड़नेवाले लोग हैं. सभी को साथ आने की जरूरत है.
उन्होंने कहा कि ‘यदि लोग नरेंद्र मोदी से गुस्सा हो गए तो राहुल गांधी या कोई और गांधी नया प्रधानमंत्री बन जाएगा. इससे क्या फर्क पड़ेगा. हमने पहले भी दशकों तक उनकी सरकार को देखा है. बीजेपी आती है तो दीनदयाल उपाध्याय या श्यामा प्रसाद मुखर्जी की चर्चा करती है. कांग्रेस की सत्ता हो तो वे राजीव गांधी और इंदिरा गांधी की चर्चा करते हैं. दोनों पार्टियां बड़बोलेपन की शिकार हैं.’
इधर बीजेपी ने इस राजनीतिक पहलकदमी को सिरे से खारिज कर दिया है. छत्तीसगढ़ के सीएम रमन सिंह ने कहा कि थर्ड फ्रंट बने चाहे कोई और फ्रंट, अब बीजेपी को कोई रोक नहीं सकता. उन्होंने कहा थर्ड फ्रंट? अब जितने भी फ्रंट हो जाएं, बीजेपी को दुनिया की कोई ताकत रोक नहीं सकती.