बेंगलुरु। बेंगलुरु के एक स्कूल के बच्चों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कावेरी विवाद में हस्तक्षेप करके मामले को सुलझाने की मांग की है। बता दें कि इसी महीने सुप्रीम कोर्ट ने कर्नाटक को आदेश दिया था कि वह तमिलनाडु के लिए कावेरी का पानी छोड़े। इसके बाद कर्नाटक और तमिलनाडु में संघर्ष तेज हो गया। लोगों ने इसके विरोध में हिंसा का भी सहारा लिया।
सूमा पब्लिक हाई स्कूल की एक छात्रा ने कहा, ‘जीवन को छति हुई है। विरोध प्रदर्शन के दौरान बहुत सारे लोग घायल हो गए हैं। हमें इस समस्या को शांति से निपटाना चाहिए और हिंसा नहीं करनी चाहिए।’ पिछले कुछ हफ्तों से कर्नाटक और तमिलनाडु में बंद और विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं। इसमें जन-जीवन को भी नुकसान हुआ है।
Lives have been lost, some have been injured in protests. We should be peacefully solving this problem, no violence: Student from Bengaluru pic.twitter.com/Oz94RSRG3l
— ANI (@ANI_news) September 25, 2016
स्कूल के स्टूडेंट्स ने पोस्टर लेकर और लिफाफों पर अपने स्कूल के अड्रेस के साथ ‘प्राइम मिनिस्टर ऑफ इंडिया, नई दिल्ली’ लिखकर अपनी मांग रखी। गौरतलब है कि पीएम मोदी ने कहा था कि विरोध प्रदर्शन में हुई हिंसा से वह दुखी हैं। उन्होंने तमिलनाडु और कर्नाटक के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की और कहा कि कानूनी ढंग से ही इस विवाद को सुलझाया जा सकता है।
Bengaluru students want “peaceful settlement of Cauvery dispute”, ask Prime Minister Narendra Modi to intervene and help it resolve. pic.twitter.com/8HvkoOoQgc
— ANI (@ANI_news) September 25, 2016
सूमा पब्लिक हाई स्कूल के स्टूडेंट्स ने यह अपील तब की जब दो दिन पहले कर्नाटक विधानसभा में इस मामले में प्रस्ताव पारित किया है। प्रस्ताव में कावेरी के पानी को केवल बेंगलुरु और कावेरी बेसिन के गांवों, कस्बों के लिए छोड़ने की बात की गई है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने कर्नाटक से 27 सितंबर तक 6,000 क्यूसेक पानी तमिलनाडु के लिए छोड़ने को कहा है।