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धोनी की कप्तानी पर बोले गंभीर, कहा- 2012 में ही तय हो गई थी विश्व कप 2015 की टीम

अपना आखिरी प्रथम श्रेणी मैच खेल रहे गौतम गंभीर ने हाल ही में पिछले दो साल से टीम इंडिया से बाहर रहने के बाद क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने की घोषणा की थी. हाल ही में गंभीर ने 2012 और उसके बाद वर्ल्ड कप 2015 तक की  एमएस धोनीकी कप्तानी वाली टीम इंडिया की चयन नीति की बारे में खुलकर बात की. उन्होंने बताया कि उन्हें एक बहुत बड़ा झटका तब लगा जब उन्हें पता चला कि 2015 वर्ल्ड कप के लिए टीम का चयन साल 2012 में ही हो गया.

गंभीर ने शनिवार को फिरोजशाह कोटला मैदान में शानदार बल्लेबाजी करते हुए रणजी करियर का 42वां शतक लगाया था.  दोनों टीमों के बीच मैच आखिर में ड्रॉ रहा जिसमें दिल्ली को तीन और आंध्र प्रदेश को एक अंक मिला.

यह हुआ था 2012 की सीबी सीरीज में
गंभीर ने उस दौरान टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को भी आड़े हाथों लिया. इंडिया टुडे से बातचीत के दौरान गंभीर ने 2012 में ऑस्ट्रेलिया में हुई सीबी सीरीज के दौरान पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के फैसलों पर खुल कर चर्चा की. गंभीर ने उस दौरे को याद करते हुए बताया कि इस सीरीज में धोनी ने सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग और गंभीर को एक साथ नहीं खिलाने का फैसला किया था क्योंकि वे 2015 के वर्ल्ड कप के लिए युवाओं को मौका देना चाहते थे.

गंभीर ने बताया, ‘ट्राई सीरीज में धोनी ने कहा था कि वे हम तीनों (सचिन, सहवाग, गंभीर) को एक साथ नहीं खिला सकते क्योंकि टीम 2015 वर्ल्ड  कप की तैयारी कर रही है. ये बड़ा झटका था, मुझे लगता है कि किसी भी क्रिकेटर के लिए ये तगड़ा झटका होता. मैंने यह कभी नहीं सुना था कि किसी को भी 2012 में कहा गया हो कि वे 2015 वर्ल्ड कप का हिस्सा नहीं होगा.’

हमें सारे मैचों में नहीं खिलाया गया
गंभीर ने उस सीरीज  कहा, “ऑस्ट्रेलिया में जब हमे एक जीत की बहुत जरूरत थी, मुझे याद है कि होबार्ट में, वीरू और सचिन ने ओपनिंग की थी और मैं नंबर तीन पर खेला था जबकि विराट चार पर. भारत वह मैच जीत गया था और हमें 37 ओवर में लक्ष्य हासिल करना था. सीरीज की शुरुआत में हम एक साथ नहीं खेले थे, हमें रोटेट किया जा रहा था.”

फैसले पर कायम नहीं रहे धोनी
गंभीर ने कहा, “जब जीत की ज्यादा जरूरत पड़ी, तब एमएस ने हम तीनों को खिलाया.’ गंभीर ने कहा, ‘अगर आपने कोई फैसला किया है तो उस पर टिके रहें. आपने पहले से जो सोच लिया है, उससे पीछ ना हटें. या दो पहले वाला निर्णय गलत था या दूसरा वाला. उन्होंने कप्तान के तौर पर निर्णय लिया था और वह हम तीनों के लिए एक झटका रहा.”

इस सीरीज में टीम इंडिया ने 8 में से तीन मैच जीते थे और एक टाइ रहा था. धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया इस त्रिकोणीय सीरीज  के फाइनल में नहीं पहुंच सकी जो कि ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के बीच हुआ था.

तीन दिन पहले ही किया था संन्यास का ऐलान 
गौतम गंभीर ने 5 दिसंबर को क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास का ऐलान किया था.  37 साल के गंभीर ने 58 टेस्ट, 147 वनडे और 37 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले. गंभीर ने 58 टेस्ट मैचों में 41.96 की औसत से 4154 रन बनाए. इनमें नौ शतकीय पारी शामिल हैं.