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तीसरे कार्यकाल में और तेजी से काम करने के लिए अभी से मुस्तैद प्रधानमंत्री मोदी

लोकसभा चुनाव के परिणाम वैसे तो 4 जून को आयेंगे लेकिन देश की जनता जिस तरह अबकी बार 400 पार का नारा लगा रही है उसे देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आत्मविश्वास बढ़ा हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूर्णतः आश्वस्त हैं कि देश की जनता सेवा के लिए उन्हें तीसरा कार्यकाल सौंपने जा रही है। इसीलिए मोदी ने अपने तीसरे कार्यकाल में लिये जाने वाले बड़े फैसलों की तैयारी अभी से शुरू कर दी है। उन्होंने हाल ही में अपनी मंत्रिपरिषद की बैठक में और चुनाव तारीखों के ऐलान के बाद बुलाई गयी मंत्रिमंडल की बैठक में अपने मंत्रियों को स्पष्ट निर्देश दिये हैं कि चुनाव में व्यस्त होने के बावजूद अपने काम सुचारू रूप से करते रहें। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने कैबिनेट मंत्रियों से नयी सरकार के पहले 100 दिन और अगले पांच साल के लिए एक रूपरेखा तैयार करने का निर्देश भी दिया है। प्रधानमंत्री ने रविवार सुबह केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक की अध्यक्षता करते हुए मंत्रियों से अपने-अपने मंत्रालयों के सचिवों और अन्य अधिकारियों से मुलाकात कर इस बारे में चर्चा करने के लिए कहा कि नयी सरकार के पहले 100 दिन और अगले पांच साल के एजेंडे को बेहतर ढंग से कैसे लागू किया जा सकता है।

हम आपको याद दिला दें कि तीन मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई मंत्रिपरिषद की बैठक में ‘‘विकसित भारत : 2047’’ के लिए दृष्टि पत्र और अगले पांच वर्ष के लिए एक विस्तृत कार्ययोजना पर मंथन किया गया था। उस बैठक में, मई में नयी सरकार के गठन के बाद तुरंत उठाए जाने वाले कदमों के लिए 100 दिवसीय एजेंडे और उसके शीघ्र क्रियान्वयन के बारे में चर्चा की गई थी। हम आपको बता दें कि ‘‘विकसित भारत’’ के लिए ‘रोडमैप’ दो साल से अधिक की गहन तैयारी का परिणाम है। इसमें सभी मंत्रालयों और राज्य सरकारों, शिक्षाविदों, उद्योग संगठनों, नागरिक संस्थाओं, वैज्ञानिक संगठनों के साथ व्यापक परामर्श तथा युवाओं के सुझावों को समाहित करते हुए ‘‘सरकार का समग्र’’ दृष्टिकोण शामिल है।

हम आपको बता दें कि चुनावों की घोषणा के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि अनिश्चितता से जूझ रही दुनिया में जो बात तय मानी जा रही है, वह है कि भारत तेज गति से विकास करता रहेगा। मोदी ने विपक्ष का नाम लिये बिना कहा कि वह (मोदी) ‘‘राष्ट्र प्रथम’’ से प्रेरित हैं जबकि ‘‘वे (विपक्ष) परिवार प्रथम’’ की सोच पर चलते हैं। उन्होंने लोकसभा चुनाव में अपनी सरकार के सत्ता में बरकरार रहने का भरोसा जताते हुए कहा था कि लोग अगले पांच साल में निर्णायक नीतियां एवं फैसले देखेंगे और वह उनपर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा था कि अगले पांच साल दुनिया के लिए एक स्थिर, सक्षम और मजबूत भारत की गारंटी होंगे और विकास को नई ऊंचाइयों पर ले जाया जाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा था कि वह अगली पीढ़ी को एक समृद्ध भारत सौंपना चाहते हैं।

प्रधानमंत्री चुनावों की घोषणा होने के बाद से विपक्ष पर आक्रामक हैं लेकिन साथ ही जनता को वह यह भी बता रहे हैं कि उनका तीसरा कार्यकाल कैसा होगा। लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के कुछ ही देर बाद प्रधानमंत्री ने ‘एक्स’ पर एक के बाद एक पोस्ट में कहा था कि उनकी सरकार के पिछले 10 साल उस ‘गहरी खाई’ को भरने में बीते हैं जो पूर्ववर्ती सरकारों ने बनाई थी। उन्होंने कहा कि सरकार के तीसरे कार्यकाल में गरीबी और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई और तेज होगी तथा सामाजिक न्याय के लिए प्रयास और बढ़ेंगे। उन्होंने कहा था कि अपने तीसरे कार्यकाल में देश के लिए बहुत सारे काम करने हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि राजग सरकार के तीसरे कार्यकाल में गरीबी और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई और तेज होगी और सामाजिक न्याय के लिए प्रयास और बढ़ेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘हम तेजी से भारत को विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाएंगे। युवाओं के सपनों को साकार करने के लिए हमारे प्रयास और मजबूती से आगे बढ़ेंगे।’’ मोदी ने कहा कि वह साफ तौर पर देख रहे हैं कि आने वाले पांच वर्ष उस सामूहिक संकल्प का कालखंड होगा जिसमें भारत की अगले एक हजार वर्ष की विकास यात्रा का रोडमैप होगा। उन्होंने कहा, ‘‘ये समय भारत के सर्वांगीण विकास, समावेशी समृद्धि और वैश्विक नेतृत्व का साक्षी बनेगा।’’ उन्होंने कहा कि ‘हम विकसित भारत के लिए सामूहिक प्रयास करेंगे, और ये लक्ष्य हासिल करके रहेंगे’।

बहरहाल, देखा जाये तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव प्रचार के साथ-साथ आगामी कार्यकाल की तैयारियों में अभी से जुट गये हैं ताकि नई सरकार बनने पर कार्ययोजना बनाने में समय लगाने की बजाय उस पर पहले दिन से काम शुरू किया जा सके। यह इस बात का संकेत है कि मोदी के तीसरे कार्यकाल में सरकार की रफ्तार क्या रहने वाली है।