इस दौरान उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार द्वारा अल्पसंख्यकों के लिए चलायी जा रही कई कल्याणकारी योजनाओं का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि एनडीए सामाजिक न्याय और धर्मनिरपेक्षता के लिए समर्पित है। बिहार की भूमि धर्मनिरपेक्ष है। बाबा साहेब आंबेडकर के लिए अभी की सरकार ने जितना किया है उतना वीपी सिंह की सरकार को छोड़कर दूसरी किसी सरकार ने नहीं किया है।
लेकिन, गुजरात में एक घटना घटने के बाद भाजपा को दलित विरोधी बता दिया गया था। वैसे उस मामले में संलिप्त सभी लोगों पर एक्शन हो चुका था। वहीं एनडीए- भाजपा पर अल्पसंख्यक विरोधी भी बता दिया जाता है, इस परसेप्शन को हटाना है।
उन्होंने भागलपुर दंगे का जिक्र करते हुए सवाल किया कि जब वह दंगा हुआ था तब किसकी सरकार थी। आज दलितों- अल्पसंख्यकों को न्याय चाहिये। वही उसके लिए सबसे बड़ी उपलब्धि होती है। अभी तक इन सभी तबकों का तुष्टिकरण होता था। पूर्व में इन मामलों में किसी के खिलाफ एक्शन नहीं होता था। आज ऐसी बात नहीं है।
गो- रक्षा के नाम पर हंगामा करने वालों पर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नकेल कसा है। बजरंग दल के तोगड़िया इसीलिए पीएम के खिलाफ चले गए हैं। सरकार में हम भी हैं हर चीज पर हमारी नजर है। एनडीए विकास के प्रति समर्पित है और उसको समाज के सभी वर्गों का समर्थन भी प्राप्त है।