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कठुआ कांड कश्मीर में फिर हिन्दुओं के खिलाफ कोई कांग्रेसी शाजिस तो नहीं…….. आखिर यहाँ क्यों नहीं हो रहा CBI द्वारा जांच की मांग

विनय झा 

महबूबा मुफ्ती के चहेते पुलिस अधिकारी कहते हैं कि मन्दिर में आठ वर्ष की बच्ची को आठ दिनों तक ताले में बन्द करके रखा गया और धार्मिक अनुष्ठान सहित कई लोगों ने उसका बलात्कार किया क्योंकि उस क्षेत्र से बकरवाल मुस्लिम समुदाय को वहाँ के हिन्दू भगाना चाहते थे |

मेरठ में जो लड़का उस समय परीक्षा दे रहा था उसके बारे में कश्मीरी पुलिस का कहना है कि वह लड़का मेरठ में नहीं था बल्कि बलात्कार करते के लिए कठुआ के रसना गाँव वाले मन्दिर में आ गया था ! प्रचार कराया जा रहा है कि परीक्षा में कोई दूसरा लड़का उसके नाम पर बैठ गया था ! कुछ ऐसे पोस्ट भी मैंने देखे हैं जिनमें झूठा प्रचार किया जा रहा है कि परीक्षा भवन में CCTV कैमरे ने सिद्ध कर दिया है कि लड़का परीक्षा नहीं दे रहा था, लेकिन उसकी परीक्षा-पुस्तिकाएँ तो बरामद हुई है | यदि यह सत्य है कि परीक्षा कोई दूसरा दे रहा था तो इस मामले में पुलिस ने कोई कार्यवाई क्यों नहीं की ? पुलिस का कहना है कि परीक्षा के मामले में आपराध किया गया किन्तु उस मामले की प्राथमिकी भी दर्ज नहीं हुई |

मृत लड़की का पिता आज भी कह रहा है कि वहां के हिन्दुओं ने ही मुसलमान बकरवालों को शरण दी है और अपने खेतों में मवेशी चराने की अनुमति दी है, बकरवालों को भगाने वाली कोई भावना हिन्दुओं में नहीं है | लड़की का पिता यह भी कह रहा है कि “कैटल शेड” (गोशाला) में लड़की को रखा गया था, मन्दिर का नाम भी नहीं ले रहा है |

संलग्न विडियो में उसका बयान है

महबूबा मुफ्ती के चहेते पुलिस अधिकारी कहते हैं कि मन्दिर में आठ वर्ष की बच्ची को आठ दिनों तक ताले में बन्द करके रखा गया और धार्मिक अनुष्ठान सहित कई लोगों ने उसका बलात्कार किया क्योंकि उस क्षेत्र से बकरवाल मुस्लिम समुदाय को वहाँ के हिन्दू भगाना चाहते थे |मेरठ में जो लड़का उस समय परीक्षा दे रहा था उसके बारे में कश्मीरी पुलिस का कहना है कि वह लड़का मेरठ में नहीं था बल्कि बलात्कार करते के लिए कठुआ के रसना गाँव वाले मन्दिर में आ गया था ! प्रचार कराया जा रहा है कि परीक्षा में कोई दूसरा लड़का उसके नाम पर बैठ गया था ! कुछ ऐसे पोस्ट भी मैंने देखे हैं जिनमें झूठा प्रचार किया जा रहा है कि परीक्षा भवन में CCTV कैमरे ने सिद्ध कर दिया है कि लड़का परीक्षा नहीं दे रहा था, लेकिन उसकी परीक्षा-पुस्तिकाएँ तो बरामद हुई है | यदि यह सत्य है कि परीक्षा कोई दूसरा दे रहा था तो इस मामले में पुलिस ने कोई कार्यवाई क्यों नहीं की ? पुलिस का कहना है कि परीक्षा के मामले में आपराध किया गया किन्तु उस मामले की प्राथमिकी भी दर्ज नहीं हुई |मृत लड़की का पिता आज भी कह रहा है कि वहां के हिन्दुओं ने ही मुसलमान बकरवालों को शरण दी है और अपने खेतों में मवेशी चराने की अनुमति दी है, बकरवालों को भगाने वाली कोई भावना हिन्दुओं में नहीं है | लड़की का पिता यह भी कह रहा है कि "कैटल शेड" (गोशाला) में लड़की को रखा गया था, मन्दिर का नाम भी नहीं ले रहा है | संलग्न विडियो में उसका बयान है |जनवरी में पुलिस की जाँच में भी कहा गया था कि "कैटल शेड" में ही लड़की को रखा गया था | उस रिपोर्ट को महबूबा सरकार ने घाटी के दागी मुस्लिम अधिकारियों द्वारा दोबारा जांच कराकर बदलवा दिया, लेकिन लड़की का पिता तो आज भी "कैटल शेड" वाले बयान पर ही अड़ा हुआ है ! झूठा कौन है ? जनवरी में पुलिस की जाँच में यह भी कहा गया था कि बलात्कार का प्रयास किया गया, किन्तु बलात्कार हुआ नहीं था, जिसका लड़की ने विरोध किया तो उसकी हत्या कर दी गयी | जनवरी की जांच रिपोर्ट और उसपर कश्मीरी सरकार का बयान पढ़ें :-http://m.greaterkashmir.com/news/jammu/15-year-old-boy-accused-of-murdering-kathua-girl-arrested-govt/272787.htmlहिन्दू एकता मंच और वकीलों के संगठन को बलात्कारियों का समर्थक कहकर मीडिया बदनाम कर रही है, हालाँकि उन्होंने सीबीआई द्वारा जांच की मांग की है | फिर भी दो निर्दोष भाजपा मन्त्रियों को हटा दिया गया, पहले भाजपा ने हटाया, बाद में पीडीपी ने !! मीडिया जो बकवास करेगी सरकार वही बात मानेगी ?केन्द्र सरकार को आपलोग अपनी भाषा में ईमेल भेजें, सबूतों का वेबलिंक देते हुए, और यह जताते हुए कि भाजपा इस तरह का व्यवहार करेगी तो अगले चुनाव में मतदान का बहिष्कार किया जाएगा | मैं भाजपा का समर्थक हूँ, किन्तु हिन्दुओं द्वारा सरकार पर दवाब नहीं बनाया जाता जबकि हिन्दू-विरोधियों का दवाब लागातार बना रहता है | बिना रोये तो माँ भी बच्चे को दूध नहीं पिलाती | अतः चुप न रहें | कश्मीरी पण्डितों के साथ जो कुछ हुआ है उसपर देर से ही सही मुकदमें दायर कराये जाएँ और उनके घरों से गुंडों को निकाला जाय | रोहिंग्या और बांग्लादेशी अवैध घुसपैठियों को या तो निकाला जाय या सुरक्षित रिफ्यूजी कैम्पों में उनको रखा जाय | महबूबा नहीं माने तो राष्ट्रपति शासन लागू हो क्योंकि हमें क़ानून का शासन चाहिए, जेहादियों का नहीं | महबूबा जेहादी है, कांग्रेस की सरकार ने हिन्दू मन्दिर को भूमि देने का प्रस्ताव रखा था तो पीडीपी ने समर्थन वापस लेकर सरकार गिरा दी थी |कश्मीर में भाजपा-पीडीपी की नीति यही है कि कठुआ जैसे काण्डों को साम्प्रदायिक रंग देकर हिन्दुओं और मुस्लिमों को भड़काया जाय, ताकि जम्मू क्षेत्र में भाजपा को और घाटी में पीडीपी को बहुमत मिले |रसना गाँव की मृत लड़की के पिता का बयान संलग्न विडियो में है |( मुख्य आरोपी का बेटा मेरठ में परीक्षा छोड़कर बलात्कार करने गाँव आया था ऐसा कश्मीरी पुलिस का कहना है , किन्तु 12 जनवरी की परीक्षा की हाजिरी का फोटो नीचे टिप्पणी में संलग्न है , जिसके बारे में महबूबा मुफ़्ती की पुलिस का कहना है कि कॉलेज ने फर्जी हाजिरी बना ली ! अर्थात विशाल जन्गोत्रा नाम का एक छात्र इतना शक्तिशाली था कि पूरे कॉलेज को उसने बलात्कार में सहयोग देने के लिए विवश कर दिया और अन्य छात्रों को भी फर्जी हस्ताक्षर करने के लिए विवश कर दिया !! ऐसा था तो उन सबको पुलिस ने बलात्कारी का सहयोग करने के आरोप में अभियुक्त क्यों नहीं बनाया ? हाजिरी में छठा स्थान विशाल जन्गोत्रा का है | फर्जी हाजिरी नहीं, बल्कि कश्मीरी SIT की रिपोर्ट फर्जी है | अतः सीबीआई द्वारा जांच आवश्यक है जिसके लिए महबूबा तैयार नहीं है | हिन्दू संगठनों ने भी देशव्यापी आन्दोलन नहीं छेड़ा तो भाजपा भी सीबीआई जाँच का प्रयास नहीं करेगी क्योंकि महबूबा को नाराज नहीं करना है | )

Posted by Vinay Jha on Sunday, April 15, 2018

जनवरी में पुलिस की जाँच में भी कहा गया था कि “कैटल शेड” में ही लड़की को रखा गया था | उस रिपोर्ट को महबूबा सरकार ने घाटी के दागी मुस्लिम अधिकारियों द्वारा दोबारा जांच कराकर बदलवा दिया, लेकिन लड़की का पिता तो आज भी “कैटल शेड” वाले बयान पर ही अड़ा हुआ है ! झूठा कौन है ? जनवरी में पुलिस की जाँच में यह भी कहा गया था कि बलात्कार का प्रयास किया गया, किन्तु बलात्कार हुआ नहीं था, जिसका लड़की ने विरोध किया तो उसकी हत्या कर दी गयी | जनवरी की जांच रिपोर्ट और उसपर कश्मीरी सरकार का बयान पढ़ें :-
http://m.greaterkashmir.com/…/15-year-old-boy-a…/272787.html

हिन्दू एकता मंच और वकीलों के संगठन को बलात्कारियों का समर्थक कहकर मीडिया बदनाम कर रही है, हालाँकि उन्होंने सीबीआई द्वारा जांच की मांग की है | फिर भी दो निर्दोष भाजपा मन्त्रियों को हटा दिया गया, पहले भाजपा ने हटाया, बाद में पीडीपी ने !! मीडिया जो बकवास करेगी सरकार वही बात मानेगी ?

केन्द्र सरकार को आपलोग अपनी भाषा में ईमेल भेजें, सबूतों का वेबलिंक देते हुए, और यह जताते हुए कि भाजपा इस तरह का व्यवहार करेगी तो अगले चुनाव में मतदान का बहिष्कार किया जाएगा | मैं भाजपा का समर्थक हूँ, किन्तु हिन्दुओं द्वारा सरकार पर दवाब नहीं बनाया जाता जबकि हिन्दू-विरोधियों का दवाब लागातार बना रहता है | बिना रोये तो माँ भी बच्चे को दूध नहीं पिलाती | अतः चुप न रहें | कश्मीरी पण्डितों के साथ जो कुछ हुआ है उसपर देर से ही सही मुकदमें दायर कराये जाएँ और उनके घरों से गुंडों को निकाला जाय | रोहिंग्या और बांग्लादेशी अवैध घुसपैठियों को या तो निकाला जाय या सुरक्षित रिफ्यूजी कैम्पों में उनको रखा जाय | महबूबा नहीं माने तो राष्ट्रपति शासन लागू हो क्योंकि हमें क़ानून का शासन चाहिए, जेहादियों का नहीं | महबूबा जेहादी है, कांग्रेस की सरकार ने हिन्दू मन्दिर को भूमि देने का प्रस्ताव रखा था तो पीडीपी ने समर्थन वापस लेकर सरकार गिरा दी थी |

कश्मीर में भाजपा-पीडीपी की नीति यही है कि कठुआ जैसे काण्डों को साम्प्रदायिक रंग देकर हिन्दुओं और मुस्लिमों को भड़काया जाय, ताकि जम्मू क्षेत्र में भाजपा को और घाटी में पीडीपी को बहुमत मिले |