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आसाराम केस: पीड़िता के घर के बाहर कड़ी सुरक्षा, परिवार को एक दिन में मिला पिस्‍तौल का लाइसेंस

नई दिल्ली/शाहजहांपुर। दुष्कर्म के आरोपी आसाराम पर बुधवार (25 अप्रैल) को फैसला आना है. प्रशासन ने संभावित फैसले को लेकर शाहजहांपुर में पीड़िता के घर की सुरक्षा को बढ़ा दिया है. आपको बता दें कि प्रशासन ने ये कदम डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को बलात्कार के जुर्म में सजा सुनाए जाने के बाद हरियाणा, पंजाब तथा चंडीगढ़ में बड़े पैमाने पर हुई हिंसा के मद्देनजर किया है. जानकारी के मुताबिक, पीड़िता के घर एक दारोगा और पांच सिपाही की स्थाई तैनाती कर दी गई है साथ ही बाहर 100 नंबर की गाड़ी समेत पुलिस चौकी को भी अलर्ट रहने को कहा गया है. डीएम ने पीड़िता के परिवार को पिस्टल का लाइसेंस जारी कर दिया है.

यूपी के शाहजहांपुर की रहने वाली है पीड़िता
करीब साढ़े चार साल के लंबे इंतजार के बाद बुधवार (25 अप्रैल) को आसाराम यौन शोषण के मामले में फैसला आना है. पीड़िता उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले की रहने वाली है. शाहजहांपुर का जिला प्रशासन पीड़िता के परिवार की सुरक्षा को लेकर गंभीर है. पुलिस सुरक्षा के साथ-साथ पीड़िता के घर के बाहर इंटेलिजेंस एजेंसी को भी लगाया गया है, ताकि आने-जाने वाले संदिग्ध पर नजर रखी जा सके.

2013 से जेल में बंद है आसाराम
आसाराम मामले में अंतिम दलीलें सात अप्रैल को पूरी हुई थीं और 25 अप्रैल को आदेश सुरक्षित रखा गया था. आसाराम को इंदौर में गिरफ्तार किया गया था और उन्हें एक सितंबर 2013 को जोधपुर लाया गया था. वह दो सितंबर 2013 से न्यायिक हिरासत में हैं.

मुझे सुरक्षा प्रणाली पर भरोसा है: पीड़िता के पिता
आसाराम पर आने वाले फैसले पर पीड़िता के पिता का कहना है कि उनकी न्यायपालिका में पूरी आस्था है और उन्हें इस बात का यकीन है कि न्याय मिलेगा. आपको बता दें कि इस महीने की शुरूआत में जोधपुर अदालत के न्यायमूर्ति मधुसूदन शर्मा ने अभियोजन और बचाव पक्ष के वकीलों की अंतिम बहस सुनी और आदेश 25 अप्रैल के लिए सुरक्षित कर दिया. आसाराम बापू पर एक किशोरी ने जोधपुर के निकट मनई गांव के आश्रम में यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है.

शाहजहांपुर में हाई अलर्ट घोषित 
फैसले के मद्देनजर जिले के डीएम अमृत त्रिपाठी ने शाहजहांपुर में हाई अलर्ट घोषित कर जिले में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को भी एलर्ट रहने के आदेश दिए है. वहीं यूपी के शाहजहांपुर जिले के डीएम ने पीड़िता के परिवार को डीएम ने पिस्टल का लाइसेंस जारी कर दिया है. आपको बता दे कि पीड़िता का परिवार पिछले एक साल से लाइसेंस के लिए गुहार लगा रहा था.