लखनऊ। समाजवादी पार्टी के 25 साल पूरे होने पर आज राजधानी लखनऊ में रजत जयंती समारोह का आयोजन किया गया जिसमें मुलायम सिंह यादव ने बेटे अखिलेश और भाई शिवपाल के बीच चल रहे झगड़े पर पर्दा डालने की कोशिश की. मुलायम सिंह ने बहुत कोशिश की जनता में संदेश जाए कि उनका परिवार एक है लेकिन मंच पर जो हुआ उससे इतना तो साफ हो गया कि परिवार में अभी सबकुछ ठीक नहीं है. एक बार फिर मंच पर धक्कामुक्की हुई. शिवपाल ने मंच से ही अखिलेश पर निशाना साधा तो अखिलेश भी इसका जवाब देने से नहीं चूके, अखिलेश ने कहा, अभी नहीं समझ रहे हो जब सब बिगड़ जाओगे तभी समझोगे. जानें समाजवादी पार्टी के रजत जयंती समारोह की 20 बड़ी बातें…
1- सबसे ज्यादा जुल्म मुसलमानों के साथ: मुलायम सिंह यादव
समाजवादी पार्टी मुखिया मुलायम सिंह यादव ने उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव से पहले मुसलमानों को साधने की कवायद में आज कहा कि सबसे ज्यादा जुल्म मुसलमानों के साथ हो रहा है. मुलायम ने एसपी के रजत जयंती समारोह में कहा, ‘‘आज अगर सबसे ज्यादा जुल्म किसी पर हो रहा है तो वह मुसलमानों के साथ हो रहा है. इस सरकार (एसपी सरकार) में भी हो रहा है. मैं अखिलेश से कहता हूं कि वह प्रशासन को आदेश देकर ऐसा होने से रोकें.’’
2- अखिलेश ने अच्छा काम किया: मुलायम
उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (एसपी) की रजत जयंती के मौके पर पार्टी अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के काम को काफी सराहा. उन्होंने कहा कि बतौर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने कार्यकाल में गरीब तथा किसानों की आवाज उठाई है. साथ ही अखिलेश ने बहुत काम किया है, इनको आगे की काफी काम करना है. जनेश्वर मिश्र पार्क में सभा को संबोधित करते समय मुलायम सिंह यादव ने पार्टी तथा समाजवाद के आंदोलन का बखान करते समय मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के काम की भी सराहना की. उन्होंने कहा, “देश में समाजवाद का आंदोलन सभी प्रकार के भेदभाव को मिटाने के लिए शुरू किया गया. हम भी इस आंदोलन को बढ़ाने में एक हिस्सा बने. हमारा प्रयास है कि प्रदेश तथा देश में सभी लोग महिला व दलित के साथ महादलितों का सम्मान करें.
3- भेदभाव मिटाने के लिए हर जगह जारी है समाजवादी आंदोलन
मुलायम ने कहा, “समाजवादी पार्टी दिन पर दिन नई ऊंचाई को छू रही है. इसके इतर कुछ लोग पार्टी के टूटने और समाप्त होने की बातें कर रहे हैं. हमने इस पार्टी को समाप्त होने के लिए नहीं बनाया है. हमारी पार्टी ने सत्ता के लिए संघर्ष नहीं किया. आज भी भेदभाव मिटाने के लिए हर जगह पर समाजवादी आंदोलन जारी है. देश में आज भी 21 करोड़ लोगों को भरपेट खाना नहीं मिल रहा है.”
एसपी अध्यक्ष ने कहा, “हमारा प्रयास इनको भरपेट खाना देने का भी चल रहा है. समाजवादियों ने हमेशा जोड़ने का काम किया है. हमने जनता को विश्वास दिलाया, ताकि देश की एकता बनी रहे. हमारी लड़ाई सांप्रदायिक शक्तियों के खिलाफ है. सभी लोग मिलकर यह लड़ाई लड़ेंगे.”
4- लालू का मोदी सरकार पर निशाना: तानाशाही की ओर जा रहा है देश
आजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद ने हिन्दी समाचार चैनल एनडीटीवी इंडिया पर लगाये गये प्रतिबंध को लेकर केन्द्र की मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए आज कहा कि लोकतंत्र पर भारी हमला हुआ है और देश तानाशाही की ओर जा रहा है. एसपी के रजत जयंती समारोह में लालू ने समाचार चैनल पर 24 घंटे के लिए लगाए गए प्रसारण प्रतिबंध पर कहा, ‘‘आज क्या हालत है आपको मालूम होना चाहिए. एनडीटीवी का क्या हुआ…लोकतंत्र पर भारी हमला हुआ है. बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का एजेंडा लागू हो रहा है. देश तानाशाही की ओर जा रहा है.’’
5- देश आपातकाल की ओर बढ़ रहा: लालू
समाजवादी पार्टी के रजत जयंती समारोह में शिरकत करने पहुंचे एसपी अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के समधी और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के कामों को देख कर लग रहा है कि देश एक बार फिर आपातकाल की तरफ बढ़ रहा है. एसपी के रजत जयंती समारोह को संबोधित करते हुए लालू यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से देश नहीं संभल रहा है.
एनडीटीवी इंडिया प्रकरण का जिक्र करते हुए राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष ने कहा कि देश के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है, जब किसी चैनल पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है, क्योंकि वह सरकार के अनुकूल रिपोर्ट्स का प्रसारण नहीं करता. लालू ने कहा कि मोदी के इस कदम से ऐसा लग रहा है कि देश एक बार फिर आपातकाल की तरफ बढ़ रहा है. देश में हिटलरशाही कायम हो रही है. किसी की कोई सुनवाई नहीं होती है. ऐसा लग रहा है कि सबकुछ प्रधानमंत्री नरेंद्र के नियंत्रण से बाहर होता जा रहा है.
6- देश को बचाना है तो दिल बड़ा करें समान विचारधारा वाले नेता: शरद यादव
जनता दल यूनाइटेड के वरिष्ठ नेता शरद यादव ने देश को अभूतपूर्व अंधकार से घिरा बताते हुए आज कहा कि देश को बचाना है तो सभी समान विचारधारा वाले नेताओं को अपना दिल बड़ा करके एक मंच पर आकर साम्प्रदायिक शक्तियों को परास्त करना होगा. उन्होंने कहा कि केन्द्र में सत्तारूढ़ बीजेपी का हर मुद्दा चाहे वह गौरक्षा हो, तीन तलाक या लव जिहाद हो, वे सभी बंटवारे की तरफ ले जाते हैं. हर मुद्दा समाज में धर्म के नाम पर कैसे हिन्दुस्तान को बांटा जाए, इसी पर टिका होता है. देश इतने अंधकार में पहले कभी नहीं था.
सभी धर्मनिरपेक्ष विचारधारा वाले दलों की एकजुटता की जरूरत पर जोर देते हुए यादव ने कहा, ‘‘समाज के सभी वर्ग परेशान हैं. मैं मंच पर बैठे लोगों से विनती करता हूं कि दिल बड़ा करो. अगर उत्तर प्रदेश में एसपी की सरकार बनती है, तो बगल में दिल्ली है, वहां भी धमक जाएगी. शर्त यह है कि एकता बने, क्योंकि यही हिन्दुस्तान को बचा सकती है.’’ उन्होंने कहा कि आज कश्मीर जल रहा है. भोपाल में विचाराधीन कैदियों की मुठभेड़ में हत्या कर दी गयी. याद रखना जब तहजीब और तमद्दुन एक होता है तो देश आगे बढ़ता है, जब बंटवारा होता है तो विकास रुक जाता है. तब पाकिस्तान और बांग्लादेश बनते हैं.
7- सभी धर्मनिरपेक्ष दलों को एकजुट करें मुलायम: अजित सिंह
राष्ट्रीय लोकदल के मुखिया चौधरी अजित सिंह ने कहा कि देश के मौजूदा हालात से लड़ने के लिये सभी धर्मनिरपेक्ष दलों को एकजुट होना पड़ेगा और उन्हें साथ लाने की जिम्मेदारी समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव की है. अजित ने कहा कि आज देश के सामने बड़ा संकट है. देश में ऐसी सरकार है जो लोगों को लड़ाना चाहती है. देश को बचाना है तो हमें इकट्ठा होना होगा. उत्तर प्रदेश का विधानसभा चुनाव देश की किस्मत तय करने वाला है. आज हम प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिये जो गठबंधन बनाने की बात कर रहे हैं, उसे और बड़ा करके हमें 2019 के लोकसभा चुनाव की लड़ाई लड़नी है. उन्होंने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विकास की बात करते हैं, लेकिन इसके लिये साम्प्रदायिक और जातीय सौहार्द्र बनाने की जरूरत होती है. अगर यह नहीं होगा तो कोई विकास नहीं होने वाला. ऐसे में मुलायम की जिम्मेदारी बनती है कि सबको एकत्र करें. इससे सिर्फ उत्तर प्रदेश का ही नहीं बल्कि पूरे देश का भला होगा.
8- देवगौड़ा ने मुलायम को अपना नेता माना
उत्तर प्रदेश में शनिवार को समाजवादी पार्टी के रजत जयंती समारोह में शिरकत करने पहुंचे देश के पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवगौड़ा ने एसपी अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव को अपना नेता मानते हुए कहा कि 1990 के दशक में जब वह 10 माह के लिए प्रधानमंत्री थे तो इस बीच पड़ोसी देशों के साथ बेहतर व मधुर संबंध थे. उन्होंने कहा, “अब हम लोगों को मुलायम सिंह यादव के नेतृत्व में एक बार फिर प्लेटफार्म पर आकर 1997 में छूटी गाड़ी को पुन: पकड़ना है.” देवगौड़ा जून 1996 से अप्रैल 1997 के बीच देश के प्रधानमंत्री थे. उन्होंने कहा कि आज सांप्रदायिक ताकतें ‘लौह पुरुष’ सरदार पटेल के नाम पर सत्ता का सुख भोग रही हैं, जिन्होंने कई रियासतों का विलय कराया था. लेकिन ये लोग देश को बांटने में लगे हैं.
देवगौड़ा ने यहां समाजवादी पार्टी के मंच से मुलायम सिंह यादव को सर्वमान्य नेता बताया. देवगौड़ा ने कहा, “मेरे प्रधानंमत्री रहते हुए तथा मुलायम सिंह यादव के रक्षा मंत्री रहते हुए देश की सीमाएं बेहद सुरक्षित थीं.” उन्होंने कहा कि इस दौरान कश्मीर में कोई छिटपुट घटना भी नहीं हुई थी. कभी वहां धारा 144 भी नहीं लगाई गई. जब देश के रक्षा मंत्री मुलायम सिंह यादव थे तो किसी भी सीमा पर कोई हरकत तक नहीं हुई थी. आज के दौर में एक बार फिर विपक्षी एकता को मजबूत करने की जरूरत है.
9- शिवपाल ने आबिदी को मंच से हटाया
एसपी के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने पार्टी की रजत जयंती समारोह के दौरान आज पार्टी नेता जावेद आब्दी को मंच से हटा दिया. मौका समाजवादी पार्टी के रजत जयंत समारोह का था. आब्दी मंच पर आये और वक्ताओं की सूची में नाम नहीं होने के बावजूद माइक लेकर संबोधन करने लगे. अखिलेश के करीबी आब्दी ने अखिलेश को पार्टी का भविष्य करार दिया. जब वह बोल रहे थे, शिवपाल आये और उन्हें हटा दिया. एक अन्य नेता ओम प्रकाश सिंह ने आबिदी से माइक ले लिया.
शिवपाल ने कहा कि हर किसी को अनुशासन का पालन करना चाहिए. अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी. पार्टी सूत्रों ने बताया कि शिवपाल ने एसपी मुखिया मुलायम सिंह यादव के निर्देश पर आब्दी को मंच से हटाया.
10- क्या दूर हुई तल्खियां: अखिलेश ने चाचा शिवपाल के छुए पैर
क्या तल्खियां दूर होती दिखीं ? आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद ने आज चाचा शिवपाल और भतीजे अखिलेश का हाथ पकड़कर मिलाने की कोशिश की तो अखिलेश ने झुक कर झट चाचा के पैर छू लिये. एसपी के रजत जयंती समारोह में हिस्सा लेने आये पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौडा ने भी शिवपाल और अखिलेश के हाथ विजयी मुद्रा में उठवाकर लोगों का अभिवादन किया.
चाचा शिवपाल ने जनेश्वर मिश्र पार्क के निर्माण के लिए भतीजे की जमकर तारीफ की. उन्होंने अपने स्वागत भाषण में साफ किया कि वह मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहते. मुख्यमंत्री के रूप में अखिलेश ने अच्छा काम किया है. साथ ही कहा, ‘‘जो एसपी का काम नहीं करेगा, उसे पद पर नहीं रहना चाहिए. पद उसी के पास रहना चाहिए जो ईमानदारी से काम करे और जिसके मन में त्याग की भावना है.’’ शिवपाल एसपी के प्रदेश अध्यक्ष हैं. उन्होंने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से स्पष्ट कहा कि अनुशासनहीनता किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
11- एसपी के रजत जयंती समारोह में अखिलेश ने शिवपाल पर निशाना साधा
रजत जयंती समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने चाचा और एसपी के प्रदेश अध्यक्ष पर परोक्ष हमला बोला. अखिलेश ने कहा कि ‘कुछ लोग’ उनकी सुनेंगे, लेकिन जब समाजवादी पार्टी का सब कुछ बिगड़ जाएगा. यहां राजधानी में एसपी कार्यकतरओ को संबोधित करने के दौरान अखिलेश ने शिवपाल पर निशाना साधा. उन्होंने लोहिया की बातें दोहराते हुए कहा, “वह कहते थे कि लोग उनकी सुनेंगे, लेकिन उनके मरने के बाद.”
अखिलेश ने कहा, “हम इसमें थोड़ा संशोधन करना चाहते हैं. हम कहना चाहते हैं कि कुछ लोग लोग मेरी बात सुनेंगे, लेकिन पार्टी का सबकुछ बिगड़ जाने के बाद.” इस मौके पर अखिलेश नौजवानों के साथ खड़े दिखाई दिए. उन्होंने कहा, “हम उन लोगों का साथ कैसे छोड़ दें, जिन्होंने हमारे साथ आंदोलन में लाठियां खाई हैं. हम उनके लिए किसी भी परीक्षा से गुजरने के लिए तैयार हैं.” मुख्यमंत्री ने कहा, “हमने पहले भी परीक्षा दी है. सबने देखा है, आगे भी अगर कोई परीक्षा लेना चाहता है तो मैं तैयार हूं.”
12- हाथ में तलवार थमायी है तो उसे चलायें कैसे ना: अखिलेश
मुख्यमंत्री के रूप में अपनी कैबिनेट से चाचा शिवपाल सिंह यादव सहित चार मंत्रियों को बर्खास्त कर चुके अखिलेश यादव ने आज कहा, ‘‘ऐसा कैसे हो सकता है कि मेरे हाथ में तलवार थमायी जाए और फिर कहा जाए कि उसे चलाउं नहीं.’’ अखिलेश ने यहां एसपी के रजत जयंती समारोह में कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रजापति का नाम लेते हुए कहा, ‘‘प्रजापति को कहेंगे कि हमें (आप) तलवार दे देते हो भेंट में और उधर कहते हो कि मैं तलवार ना चलाउं. ऐसा कैसे हो सकता है.’’ समारोह के संयोजक गायत्री ने मंच पर बैठे सभी अतिथियों का तलवार देकर स्वागत किया था. गायत्री को अखिलेश एक बार अपनी कैबिनेट से बख्रास्त कर चुके हैं. अखिलेश ने इसी बहाने संभवत: यह समझाने की कोशिश की कि मुख्यमंत्री बनाया गया है तो वह अपने अधिकारों का इस्तेमाल करेंगे.
एसपी के भीतर मचे घमासान का परोक्ष रूप से उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि राम मनोहर लोहिया ने कहा था कि लोगों को उनकी बात समझ आएगी लेकिन उनके मरने के बाद. ‘‘मैं इसी बात को दूसरे रूप में कहता हूं कि लोगों को समझ में आएगा लेकिन एसपी का नुकसान हो जाने के बाद.’’ उन्होंने कहा, कि उत्तर प्रदेश भारत का भविष्य है. आने वाले समय में जो चुनाव :विधानसभा: होने जा रहा है, वह भारत का भविष्य तय करेगा, वह निर्धारित करेगा कि देश किस तरफ जाएगा.
13- बीजेपी ने लोगों में मतभेद पैदा किये: अखिलेश
अखिलेश ने कहा कि केन्द्र की सत्ता में बैठी बीजेपी ने लोगों में मतभेद पैदा किये हैं. बीजेपी के लोगों ने दूरियां पैदा की हैं. उनका सत्ता का रास्ता वहीं से निकलता है. उत्तर प्रदेश की जनता ने बीजेपी को 70 से अधिक सांसद दिये लेकिन राज्य को आदर्श गांव योजना से ज्यादा कुछ नहीं मिला. अखिलेश यादव ने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ और नौजवान नेता सभी बीएसपी और बीजेपी के खिलाफ लड़े हैं. उन्होंने साइकिल चलायी है और खून पसीना बहाया है. साथ ही बोले कि वह हर तरह की परीक्षा देने को तैयार हैं. हमारा लक्ष्य बीएसपी और बीजेपी की पराजय सुनिश्चित करना है.
अखिलेश ने विश्वास जताया कि प्रदेश के 2017 विधानसभा चुनाव में एक बार फिर एसपी की पूर्ण बहुमत की सरकार बनेगी. ‘‘दुनिया में जितने भी लोग हैं, वो महसूस करते हैं समाजवादी विचारधारा ही हर वर्ग के लोगों को आगे बढाने का काम करती है.’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि आज से एसपी के रजत जयंती वर्ष की शुरूआत हो रही है और प्रदेश में एसपी की सरकार है. हम चाहते हैं कि जब रजत जयंती समारोह संपन्न हों, तब भी एसपी की ही सरकार रहे. उन्होंने कहा कि एसपी 2017 में तो सरकार बनाएगी ही, 2019 में भी उत्तर प्रदेश में ऐतिहासिक फैसला होगा. यह कहकर अखिलेश ने भविष्य में जनता परिवार और समान विचारधारा वाले दलों के साथ गठबंधन की संभावना से इंकार नहीं किया.
14- चाहे जितना अपमान कर लो, हमने भी बहुत काम किया: शिवपाल
उत्तर प्रदेश में शनिवार को समाजवादी पार्टी (एसपी) के रजत जयंती समारोह को संबोधित करते हुए शिवपाल यादव भावुक हो गए और उनका दर्द छलक आया. उन्होंने अखिलेश से कहा कि वह चाहे जितना अपमान कर लें, लेकिन उन्होंने भी पार्टी के लिए काफी काम किया है. जनेश्वर मिश्र पार्क में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने ये बातें कही. शिवपाल ने मंच से आमंत्रित अथितियों का स्वागत करते हुए अपने और अखिलेश के बीच चल रही तनातनी का खुलेआम जिक्र किया.
शिवपाल ने कहा, “चाहे जितना अपमान कर लो, बर्खास्त कर लो, लेकिन मैंने भी बहुत काम किया है.” उन्होंने अखिलेश से कहा, “मुख्यमंत्री जी मेरे विभाग में जितना काम हुआ, वह आपके विभाग में नहीं हुआ. मुख्यमंत्री जी मेरा अपमान कर लो और क्या चाहते हो मुझसे? जो भी मंगोंगे दे देंगे. मैंने भी बहुत संघर्ष किया है. मुझे कभी मुख्यमंत्री नहीं बनना.”
15- लोहिया और जनेश्वर मिश्र को याद करने का दिन: शिवपाल
रजत जयंती समारोह को संबोधित करते हुए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव ने कहा कि रजत जयंती का अवसर डॉ. राममनोहर लोहिया व जनेश्वर मिश्र के संघर्षो को याद करने का दिन है. उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के संघर्षों को याद करते हुए कहा, “हमने उनसे बहुत कुछ सीखा है. लखनऊ के जनेश्वर मिश्र पार्क में आयोजित एसपी के रजत जयंती समारोह के मौके पर लाखों कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए शिवपाल यादव ने यह बात कही.
एसपी के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, “नेताजी के 25 सालों के संघर्षो की वजह से ही आज एसपी रजत जयंती मना रही है. आज लोहिया व जनेश्वर मिश्र को याद करने का दिन है.” देश के पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी.देवगौड़ा की तारीफ करते हुए शिवपाल ने कहा कि उनका पूरा जीवन ही संघर्षो में बीता है. वह आज यहां मौजूद हैं. यह एसपी के लिए सम्मान की बात है. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बीच मनमुटाव को लेकर भी शिवपाल ने कहा कि पिछले चार सालों के दौरान हमने भी बहुत काम किया है. पार्टी और सरकार में हमारा भी बहुत योगदान है.
16- एसपी रजत जयंती समारोह: होर्डिग्स के जरिये अवाम को लुभाने का प्रयास
उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं का उत्साह कार्यक्रम स्थल पर लगे होर्डिग्स और बैनरों से साफ नजर आ रहा है. प्रदेश को तरक्की की राह पर ले जाने को प्रयासरत मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की एसपी चुनावी नारों, होर्डिगों के जरिए शब्दों की बाजीगारी से अवाम को लुभाने के प्रयास में जुट गई है. यहां लगाए गए हर होर्डिग में शब्दों का चयन काफी समझदारी से किया गया है. पार्टी की ओर से रजत जयंती के लिए लगाए गए होर्डिगों में हर उस इंसान को समाजवादी माना गया है, जिसमें संवेदना है, राष्ट्रभक्ति का भाव है.
एसपी अध्यक्ष मुलायम सिंह की आदमकद तस्वीर व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव व प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव की बड़ी-बड़ी तस्वीरों वाले इन होर्डिग्स का एक-एक शब्द ढेरों संदेश देता है. एक होर्डिग में कहा गया है कि ‘लहू में देशभक्ति है तो आप में भी एक समाजवादी है.’ दूसरी होर्डिग कहती है कि ‘धर्म से पहले नेकी है तो आप समाजवादी विचारों के पोषक हैं.’ तीसरी होर्डिग कहती है कि ‘गरीबों से हमदर्दी है तो आप समाजवादी हैं.’
17- एसपी के रजत जयन्ती समारोह में भी गूंजा चैनल पर पाबंदी का मुद्दा
केन्द्र सरकार द्वारा एक निजी चैनल का प्रसारण एक दिन के लिये प्रतिबंधित किये जाने की समाजवादी पार्टी के रजत जयन्ती समारोह में जमकर आलोचना की गयी. समारोह में शिरकत करने आये राष्ट्रीय जनता दल के मुखिया लालू प्रसाद यादव ने कहा कि पठानकोट की घटना को दिखाने के लिये केन्द्र की बीजेपी सरकार ने एनडीटीवी इंडिया के प्रसारण पर पाबंदी लगाने का आदेश दिया है. यह लोकतंत्र पर भारी हमला है.
18- मोदी और RSS की कलई खोलता है एनडीटीवी
उन्होंने कहा ‘‘आज लोकतंत्र पर भारी हमला हुआ है. एनडीटीवी (प्रधानमंत्री नरेन्द्र) मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की कलई खोलता है. उस पर एक दिन का प्रतिबंध लगा है. यह देश तानाशाही और आपातकाल की तरफ जा रहा है.’’ जनता दल यूनाइटेड के वरिष्ठ नेता शरद यादव ने भी चैनल पर प्रतिबंध का मुद्दा उठाते हुए कहा, ‘‘एनडीटीवी पर सरकार ने प्रतिबंध लगाया है, लेकिन आज का हिन्दुस्तान साल 1975 का देश नहीं है. बीजेपी के लोगों सावधान हो जाओ. मीडिया पर जो हाथ डाला है, हम उसे बचाएंगे.’’
आपको बता दें कि केन्द्र सरकार ने इस साल जनवरी में पंजाब के पठानकोट में हुए आतंकवादी हमलों की कवरेज के दौरान महत्वपूर्ण एवं सामरिक दृष्टि से संवेदनशील सूचनाओं को प्रसारित करने के आरोप में एनडीटीवी इंडिया का आगामी नौ नवम्बर को प्रसारण बंद करने के आदेश दिये हैं. यह कार्रवाई एक अन्तरमंत्रालयीय पैनल द्वारा निकाले गये निष्कर्ष के आधार पर की गयी है.
19- तलवार दी गई पर चलाने का अधिकार नहीं: अखिलेश
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की स्थापना के रजत जयंती समारोह में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और उनके चाचा शिवपाल यादव के बीच का टकराव एक बार फिर सामने आया. अखिलेश ने कहा, “तलवार तो देते हो पर उसे चलाने का अधिकार नहीं देते। जब तलवार दी गई है तो चलाऊंगा ही.”
20- महागठबंधन की पहल मजबूत हुई: मुलायम को कमान देने पर सभी सहमत
बिहार विधानसभा चुनाव से ऐन पहले हुई गलती को सुधारते हुए उत्तर प्रदेश में नयी सियासी इबारत लिखने के लिये सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी द्वारा आयोजित रजत जयन्ती समारोह रूपी ‘मेगा पॉलिटिकल शो’ में महागठबंधन की नींव पड़ती नजर आयी. लगभग सभी समाजवादी औऱ चरणसिंहवादी नेता एक बार फिर एसपी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव को इस गठजोड़ की कमान देने पर रजामंद दिखे.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश के साथ-साथ देश की सियासत में भी नयी हलचल पैदा करने के मकसद से आयोजित इस समारोह में उपस्थित वरिष्ठ नेता साल 2017 के प्रदेश विधानसभा चुनाव के साथ-साथ साल 2019 के लोकसभा चुनाव पर नजरें लगाए इस साथ को दूर तक निभाने का इरादा जताते दिखे.