मुंबई। शहर में 2017 में होने वाले बीएमसी चुनाव में बीजेपी अकेले उतर सकती है। पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष राव साहब दानवे ने इसका संकेत दिया कि पार्टी निकाय चुनाव में शिवसेना से गठबंधन खत्म कर सकती है।
पार्टी नेता दानवे ने कहा, बीजेपी निकाय चुनाव लड़ेगी और इस बार बीएमसी पर बीजेपी का कब्जा होगा। पिछले साल हमने कल्याण-दोम्बिवली म्युनिसिपल कारपोरेशन निकाय चुनाव में 9 सीटों से बढ़कर 43 सीटें जीती थीं। 2017 में निकाय चुनाव के बाद बीएमसी कार्यालय पर पार्टी का झंडा फहरेगा।
शिवसेना के बीएमसी में 227 सदस्य हैं जबकि बीजेपी के 32 कारपोरेटर हैं। कांग्रेस के 52 सदस्य, एनसीपी के 13 और एमएनएस के 27 सदस्य हैं।
सूत्रों के मुताबिक, शीर्ष नेतृत्व भी चाहता है कि बीजेपी चुनाव अपने बलबूते पर ही लड़े लेकिन अगर ऐसा होता है तो हिंदू वोट में बंटवारा होगा जिससे सेना बीएमसी की सत्ता हथियाने का मौका गंवा सकती है। साथ ही शिवसेना इस बात से भी परेशान है कि बीजेपी के एमएनएस के उम्मीदवारों को अपने साथ लाने में कामयाब रही तो उसके मराठी वोटों में भी सेंध लगेगी।
राज्य के बीजेपी नेता ने बताया, पीएम मोदी और शाह ‘शत प्रतिशत बीजेपी’ की रणनीति पर चल रहे हैं और वह देश में जमीनी स्तर पर बीजेपी को मजबूत करना चाहते हैं। राज्य के पार्टी नेता प्रमोद महाजन थे जिन्होंने शत प्रतिशत की नीति अपनाई थी।
वहीं, एनसीपी कांग्रेस के साथ चुनाव लड़ने के मूड में है लेकिन कांग्रेस ने अभी अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है।