लखनऊ ईद-उल-अजहा यानी बकरीद सोमवार को बनाई जाएगी। लखनऊ की अलग-अलग मस्जिदों में नमाज का समय तय हो गया है। ऐशबाग की बड़ी ईदगाह में दस बजे नमाज पढ़ी जाएगी।
ईद-उल-अजहा यानी बकरीद सोमवार को मनाई जाएगी। ईद-उल-अजहा की नमाज की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। शहर की सभी मस्जिदों में साफ-सफाई का काम अंतिम दौर में है। ईद-उल-अजहा की सबसे बड़ी जमात ऐशबाग ईदगाह, टीले वाली मस्जिद और शिया समुदाय की सबसे बड़ी जमात बड़ा इमामबाड़ा स्थित आसिफी मस्जिद में होगी।
ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने बताया कि मैदान की सफाई और नमाजियों के वुजू के लिए पानी की व्यवस्था की गई है। नमाज में सख्त गर्मी से निजात के लिए अल्लाह की बारगाह में बारिश के लिए दुआ की जाएगी। मौलाना ने कहा कि कुर्बानी 17, 18 और 19 जूून को होगी। वहीं टीले वाली मस्जिद के इमाम मौलाना फजलुल मन्नान रहमानी ने बताया कि तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। नमाजियों के लिए पार्किंग की व्यवस्था नए पुल जाने वाले बंधे पर रहेगी। आसिफी मस्जिद के इमामे जुमा मौलाना सैयद कल्बे जवाद नकवी ने बताया कि आसिफी मस्जिद में मौलाना रजा हैदर नमाज अदा कराएंगे। तैयारियां मुकम्मल हो चुकी हैं।ईद-उल-अजहा की नमाज ईदगाह में अदा करें
ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने ईद और ईद-उल-अजहा की नमाज ईदगाह में अदा करने की अपील की। उन्होंने कहा कि ईदगाह में नमाज अदा करने का सवाब बहुत ज्यादा है। मौलाना ने कहा कि ईद उल फित्र और ईद उल अजहा की नमाज के बाद खुतबा सुनना वाजिब है। खुतबे की आवाज सुनाई दे या न दें खुतबा खत्म होने तक खामोश और अदब के साथ बैठना चाहिये।
ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने ईद और ईद-उल-अजहा की नमाज ईदगाह में अदा करने की अपील की। उन्होंने कहा कि ईदगाह में नमाज अदा करने का सवाब बहुत ज्यादा है। मौलाना ने कहा कि ईद उल फित्र और ईद उल अजहा की नमाज के बाद खुतबा सुनना वाजिब है। खुतबे की आवाज सुनाई दे या न दें खुतबा खत्म होने तक खामोश और अदब के साथ बैठना चाहिये।