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UP: कांग्रेस प्रवक्ता के लिए हुई लिखित परीक्षा, राजीव गांधी के साथ काम करने वाले भी बैठे

इंटरव्यू देने के लिए सीनियर और मजे हुए नेताओं को अपने से जूनियर नेताओं के सामने खड़ा होना पड़ रहा है, प्रियंका चतुर्वेदी और रोहन गुप्ता जैसे सीनियर कांग्रेसी नाराज 

लखनऊ। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के दफ्तर में गुरुवार को प्रदेश प्रवक्ताओं के लिए लिखित परीक्षा हुई. इस दौरान कांग्रेसियों के चेहरे पर हवाईयां उड़ने लगी क्योंकि प्रवक्ता के लिए ऐसी किसी परीक्षा की कोई पूर्व सूचना उन्हें नहीं थी. प्रश्नपत्र देखकर कई पूर्व प्रवक्ताओं और परीक्षा में शामिल होने वाले नेताओं के के पसीने छूट गए.

लखनऊ के पीसीसी दफ्तर में बाकायदा लिखित परीक्षा हुई जिसमें छोटे और बड़े लिखित सवालों के बाद इंटरव्यू लिया गया. प्रियंका चतुर्वेदी और राष्ट्रीय संयोजक रोहन गुप्ता ने इंटरव्यू लिया. डेढ़ घंटे की इस परीक्षा में कांग्रेस के करीब 70 नए-पुराने चेहरे शामिल हुए.

उत्तर प्रदेश में कांग्रेस प्रवक्ताओं के लिए हुए इस परीक्षा और उसके बाद इंटरव्यू में कई सवाल पूछे गए. मसलन आज की तीन प्रमुख अखबार की खबरें क्या हैं, मनमोहन सिंह के कार्यकाल की मुख्य उपलब्धियां क्या थीं. इस तरह के कई सवाल पूछे गए.

प्रवक्ताओं के लिए हुई इस परीक्षा में कांग्रेस के कई पुराने चेहरे भी शामिल हुए. इन चेहरों में अमरनाथ अग्रवाल, वीरेंद्र मदान, द्विजेंद्र त्रिपाठी, हिलाल नकवी सहित कई ऐसे नाम हैं जो कांग्रेस के काफी पुराने और जाने पहचाने चहरे हैं. वीरेंद्र मदान सरीखे लोग राजीव गांधी के साथ काम कर चुके हैं लेकिन आज मीडिया पैनलिस्ट बनने के लिए उन्हें भी लिखित परीक्षा देनी पड़ी.

परीक्षा देने के बाद अमरनाथ अग्रवाल ने कहा कि यह अच्छा प्रयास है और कांग्रेस में हो रहे बदलाव को दिखाता है. अगर हमें नई पीढ़ी के साथ चलना है तो उनके मुताबिक ही बदलना होगा.

देखिये कांग्रेस नेताओं ने कैसे-कैसे सवालों के जबाब दिए…

> यूपी में कितने मंडल, जिले व ब्लॉक हैं?

>  यूपी में लोकसभा की कितनी आरक्षित सीटें हैं?

> 2004 व 2009 में कांग्रेस कितनी सीटों पर जीती थी?

> लोकसभा 2014 व 2017 विधानसभा में कांग्रेस को कितने प्रतिशत मत मिले हैं?

> यूपी में कितनी लोकसभा और विधानसभा सीटे हैं?

> यूपी में एक लोकसभा सीट में कितनी विधानसभा सीटें आती हैं ?

> किन लोकसभा सीटों पर मानक से कम या ज्यादा विधानसभा सीटे हैं?

> प्रवक्ता का कार्य क्या होता है?

> आप प्रवक्ता क्यों बनना चाहते हैं?

> मोदी सरकार की असफलता के प्रमुख बिंदु क्या-क्या हैं?

> योगी सरकार की असफलता के प्रमुख बिंदु क्या हैं?

> मनमोहन सिंह सरकार की उपलब्धियां क्या-क्या थीं?

> आज समाचार पत्र में तीन प्रमुख खबरें क्या हैं जिन पर कांग्रेस प्रवक्ता बयान जारी सर सके?

बहरहाल, कांग्रेसियों ने भले ही लिखित परीक्षा दी हो, भले ही प्रियंका चतुर्वेदी और रोहन गुप्ता को इंटरव्यू देना पड़ा हो लेकिन इस बात को लेकर उनके भीतर खासा गुस्सा और रोष है कि सीनियर और मजे हुए नेताओं को भी ऐसी प्रक्रिया से गुजरना पड़ रहा है. जबकि इंटरव्यू देने के लिए उन्हें अपने से जूनियर नेताओं के सामने खड़ा होना पड़ रहा है.