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साल का आखिरी चन्द्र ग्रहण आज, शरद पूर्णिमा पर चंद्रग्रहण की छाया पड़ने के कारण आसमान से अमृत नहीं बरसेगा

2023 के आखिरी सूर्य ग्रहण के बाद अब आज यानी 28 अक्तूबर को इस साल का आखिरी चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। साल का आखिरी सूर्य ग्रहण शारदीय नवरात्रि के ठीक एक दिन पहले यानी 14 अक्तूबर को लगा था। आखिरी सूर्य ग्रहण के ठीक 14 दिन बाद आज शरद पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। शरद पूर्णिमा का हिंदू धर्म में बहुत ज्यादा महत्व है। शरद पूर्णिमा की रात चंद्रमा से निकलने वाली किरणें अमृत के समान मानी जाती हैं। यही वजह है कि इस दिन लोग खुले आसमान के नीचे खीर बनाकर रखते हैं। हालांकि इस बार शरद पूर्णिमा पर चंद्रग्रहण की छाया पड़ने के कारण आसमान से अमृत नहीं बरसेगा।

सूतक लगने से पहले कर लें ये काम
चंद्र ग्रहण का सूतक काल आज शाम 04 बजे के बाद से शुरू होने वाला है। ऐसे में उससे पहले खाने की चीजों में तुलसी की पत्तियां या कुशा डाल दें। मंदिर के कपाट बंद कर दें।
ग्रहण के बुरे प्रभाव से बचने के लिए जपें ये मंत्र
चंद्र ग्रहण के दौरान चंद्र देव के मंत्र ‘ॐ श्रीं श्रीं चन्द्रमसे नमः’ का जाप करने से चंद्र दोष का प्रभाव कम हो जाता है।
चंद्र ग्रहण के दौरान बरतें ये सावधानियां 
चंद्र ग्रहण के दौरान घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। अगर आप चंद्र ग्रहण के दौरान घर से बाहर भी निकल गए हैं तो चंद्रमा की ओर से न देखें। इसके अलावा चंद्र ग्रहण के दौरान यदि आप घर से बाहर हैं तो किसी चौराहे के आसपास जाने से बचें। दरअसल ग्रहण के दौरान चौक-चौराहों पर जाने की मनाही है। ऐसा इसलिए क्योंकि रात के समय ऐसी जगहों पर नकारात्मक शक्तियां सक्रिया हो जाती हैं।
चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं रखें इन बातों का ध्यान
गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। गर्भवती महिलाओं को चंद्र ग्रहण के समय चंद्रमा को नहीं देखना चाहिए। इस दौरान घर से बाहर भी नहीं निकलना चाहिए। इस समय कैंची, चाकू जैसी किसी भी धारदार चीज का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान नुकीली चीजों से कोई वस्तु नहीं काटनी चाहिए।
भारत के इन शहरों में दिखाई देगा चंद्र ग्रहण
28/29 अक्तूबर की मध्य रात्रि लगने वाला साल का आखिरी चंद्र ग्रहण भारत में चंद्र ग्रहण दिल्ली, गुवाहटी, जयपुर, जम्मू, कोल्हापुर, कोलकाता और लखनऊ, मदुरै, मुंबई, नागपुर, पटना, रायपुर, राजकोट, रांची, शिमला, सिल्चर, उदयपुर, उज्जैन, बडौदरा, वाराणसी, प्रयागराज, चेन्नई, हरिद्वार, द्वारका, मथुरा, हिसार, बरेली, कानपुर, आगरा, रेवाड़ी,अजमेर, अहमदाबाद, अमृतसर, बेंगलुरु भोपाल, भुवनेश्वर, चंडीगढ़, देहरादून, लुधियाना समेत कई शहरों में नजर आएगा।
इस राशि में लग रहा चंद्र ग्रहण 
28/29 अक्तूबर की मध्य रात्रि को शुरू होने वाला चंद्र ग्रहण मेष राशि में लगेगा। मेष राशि में लगने की वजह से इस राशि के जातकों को ग्रहण के अशुभ परिणाम झेलने पड़ सकते हैं। साल के आखिरी चंद्र ग्रहण का प्रभाव मेष राशि के लोगों के मन और मस्तिष्क पर पड़ेग।
क्यों लगता है चंद्र ग्रहण ?
सूर्य के चारों तरफ पृथ्वी घूमती है और चंद्रमा पृथ्वी का चक्कर लगाता है। इस प्रक्रिया में एक ऐसा समय आता है जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य एक ही सीध में आ जाते हैं और सूर्य का प्रकाश पृथ्वी पर पड़ता है, लेकिन चंद्रमा तक नहीं पहुंच पाता है। इस घटना को खगोलीय घटना के रूप में चंद्र ग्रहण कहा जाता है।