माहेश्वर हजारी ने कहा कि इस मुद्दे को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर सकते हैं. नीतीश इस मांग को पीएम के सामने दोहरा सकते हैं.
तेजस्वी ने लिखा था नीतीश को खत
अभी हाल ही में बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने भी इस मांग को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री को खत लिखा था. बिहार पहले भी इस मांग को दोहराता रहा है. तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार को लिखे खत में कहा था कि वर्तमान बिहार सरकार लोगों को यह कहकर भ्रमित कर रही है कि केंद्र और राज्य में एक ही गठबंधन की सरकार होने से विकास को गति मिलेगी मगर ऐसा कुछ भी नहीं हो रहा है.
मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में तेजस्वी ने कहा था कि वर्तमान राज्य सरकार के अनुसार राज्य में डबल इंजन की सरकार है लेकिन इस नई सरकार के गठन के बाद अब तक सिर्फ अपराध की घटनाओं को ही डबल इंजन मिला है. तेजस्वी ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार किन्हीं अज्ञात वजहों से किसी प्रकार का कोई तालमेल नहीं बना पा रही है.
गौरतलब है कि आंध्र प्रदेश की टीडीपी-बीजेपी सरकार में इस मुद्दे को लेकर तकरार आ गई है. राज्य में बीजेपी कोटे के दो मंत्रियों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है, तो वहीं केंद्र में टीडीपी कोटे के मंत्री इस्तीफा दे सकते हैं.
विशेष राज्य के दर्जे के तहत राज्य सरकार को केंद्र की तरफ से फंड दिया जाता है और कुछ अन्य सुविधाएं भी दी जाती हैं. विशेष दर्जा मिलने के बाद किसी योजना में केंद्र से मिलने वाली राशि बढ़ जाती है. ये अनुपात 90:10 होता है, जिसमें 90 फीसदी केंद्र सरकार की ओर से दिया जाता है.