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शारदा यूनिवर्सिटी विवादों के घेरे में

नई दिल्ली: शारदा यूनिवर्सिटी का बीए पॉलिटिकल साइंस का प्रश्न पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. प्रश्न पत्र में कथित तौर पर छात्रों से फासीवाद, नाजीवाद और हिंदुत्व के बीच समानताएं लिखने के लिए कहा गया था. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक नेता, विकास प्रीतम सिन्हा ने विश्वविद्यालय के बीए राजनीति विज्ञान के पेपर की कॉपी शेयर की है.

शेयर किये गए कथित तौर पर प्रश्न पत्र में सवाल पूछा गया है कि “क्या आप फासीवाद / नाज़ीवाद और हिंदू दक्षिणपंथी (हिंदुत्व) के बीच कोई समानता पाते हैं? तर्कों के साथ विस्तृत करें” सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इस तस्वीर ने अब भौंहें चढ़ा दी हैं. ट्विटर पर #banshardauniversity भी ट्रेंड कर रहा है.

भाजपा नेता प्रीतम सिन्हा ने फोटो शेयर करते हुए ट्विटर पर लिखा है कि यूनिवर्सिटी का नाम ‘शारदा’ पर कृत्य देखिए कि परीक्षा में छात्रों को ‘हिन्दुत्व’ को अनिवार्य रूप से फासी और नाजीवाद के समकक्ष सिद्ध करने के लिए कहा जा रहा है. यह प्रश्नपत्र कथित रूप से किसी मुस्लिम शिक्षक द्वारा बनाया गया है.

बता दें कि इसी तरह की एक घटना राजस्थान में हुई थी, जहां बोर्ड कक्षा 12 के राजनीति विज्ञान के प्रश्न पत्र में छात्रों से कांग्रेस राजनीतिक दल से संबंधित छह प्रश्न पूछे जाने के बाद विवाद खड़ा हो गया था. भाजपा ने कांग्रेस पार्टी पर हमला करते हुए दावा किया कि इसमें सवाल राजस्थान में सत्तारूढ़ दल का महिमामंडन करने के उद्देश्य से किए गए थे. आरोप का जवाब देते हुए राज्य के शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने कहा कि राजस्थान सरकार ने सवालों का चयन नहीं किया.