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श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर जम्मू.कश्मीर में विपक्ष पर गरजे अमित शाह, कहा-मोदी सरकार ने देश में भ्रष्टाचार के खात्मे के लिए एक मजबूत नींव रखी है

अमरनाथ यात्रा की शुरुआत से पहले सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करने और हालात का जायजा लेने के लिए गृह मंत्री अमित शाह केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के दो दिवसीय दौरे पर पहुँचे। इस दौरान उन्होंने जम्मू में एक जनसभा को संबोधित किया तो दूसरी ओर श्रीनगर में कश्मीरी संस्कृति और कश्मीरी पंडितों से जुड़े प्रमुख आयोजन वितस्ता में भी भाग लिया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भाजपा के विचारक और भारतीय जन संघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि देकर अपने दो दिवसीय जम्मू-कश्मीर दौरे की शुरुआत की। जम्मू शहर पहुंचने के तुरंत बाद अमित शाह त्रिकुटा नगर स्थित भाजपा मुख्यालय गए जहां उनके साथ केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह और पार्टी की जम्मू-कश्मीर इकाई के प्रमुख रविंद्र रैना ने भी मुखर्जी को श्रद्धांजलि दी। हम आपको याद दिला दें कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने के प्रावधान वाले अनुच्छेद 370 के कड़े विरोधी थे। इस अनुच्छेद को अब रद्द कर दिया गया है। श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जम्मू-कश्मीर में गिरफ्तारी के कुछ ही समय बाद 23 जून, 1953 को रहस्यमय परिस्थितियों में निधन हो गया था। उन्होंने ‘‘एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान नहीं चलेंगे’’ का नारा दिया था। अमित शाह ने ‘भारत माता की जय’ और ‘डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी अमर रहे’ के नारों के बीच भाजपा मुख्यालय में जन संघ संस्थापक की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। अमित शाह के दौरे के मद्देनजर जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं।

जम्मू में रैली

 

अमित शाह ने भगवती नगर इलाके में एक जनरैली को भी संबोधित किया जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की उपलब्धियों को रेखांकित किया। इसके अलावा अमित शाह ने सांबा में केंद्रीय फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला की डिजिटल माध्यम से आधारशिला रखी। उन्होंने शहर में कई अन्य विकास परियोजनाओं का भी उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। अमित शाह ने हाल ही में बनाये गये तिरुपति बालाजी मंदिर में भी दर्शन और पूजन किया। जम्मू में रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने पटना में विपक्षी जमावड़े पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने देश में भ्रष्टाचार के खात्मे के लिए एक मजबूत नींव रखी है, जबकि पूर्ववर्ती संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार 12 लाख करोड़ रुपये के ‘घोटालों’ में शामिल थी। जम्मू में एक जनसभा को संबोधित करते हुए शाह ने नेशनल कांफ्रेंस (नेकां), पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) और कांग्रेस पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने सवाल किया कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के कारण 42 हजार लोगों की मौत की जिम्मेदारी कौन लेगा?

श्रीनगर दौरा

 

रैली के बाद अमित शाह श्रीनगर रवाना हुए, जहां उन्होंने विभिन्न विकास परियोजनाओं के उद्घाटन एवं शिलान्यास के लिए राज भवन में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया। गृह मंत्री ने श्रीनगर शहर में केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय द्वारा आयोजित ‘वितस्ता’ उत्सव में भी शिरकत की। श्रीनगर में शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (एसकेआईसीसी) में सांस्कृतिक महोत्सव ‘वितस्ता’ के तीसरे और अंतिम हाई प्रोफाइल कार्यक्रम के उद्घाटन अवसर पर बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे। ‘वितस्ता’ सांस्कृतिक महोत्सव का तीसरा और अंतिम हाई-प्रोफाइल कार्यक्रम प्रसिद्ध डल झील के सुरम्य तट पर स्थित एसकेआईसीसी में पूरे धूमधाम के साथ शुरू हुआ। इस मौके पर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और केंद्रीय संस्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी के अलावा जम्मू-कश्मीर के साथ-साथ देश के अन्य हिस्सों से बड़ी संख्या में प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। हम आपको बता दें कि झेलम नदी का ही वास्तविक नाम वितस्ता है और कश्मीरी पंडित इसे वेयथ के नाम से भी पुकारते हैं और उनके लिए यह सिर्फ नदी नहीं बल्कि आत्मा के बराबर महत्व रखती है। इस नदी के किनारे कई प्रसिद्ध मंदिर स्थित हैं। कश्मीरी संस्कृति और सभ्यता की जननी वितस्ता नदी के घाट पर कभी वेयथ त्रुवाह के अवसर पर बड़ा मेला लगता था। धीरे-धीरे यह बंद हो गया था लेकिन हालात में बदलाव के बाद अब फिर से बड़ा मेला लगता है और पूजा अर्चना के लिए भारी संख्या में कश्मीरी पंडित एकत्रित होते हैं। हम आपको यह भी बता दें कि गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को श्रीनगर के परातपार्क में बलिदान स्तंभ की आधारशिला रखेंगे।