
नई दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की स्टूडेंट और लेफ्ट नेता डी राजा की बेटी को जान से मारने की धमकी मिली है। आरोप है कि बुधवार की शाम जेएनयू में जिन लोगों ने देश विरोधी नारेबाजी की थी उनमें राजा की बेटी अपराजिता भी थीं। बीजेपी सांसद महेश गिरि ने एक वीडियो फुटेज भी जारी किया था। कांग्रेस नेता ने मारपीट के खिलाफ पुलिस से शिकायत की है।
– सीपीआई नेता और राज्यसभा सांसद राजा ने कहा है कि बेटी को लगातार धमकी मिल रही है।
– ऑस्ट्रेलिया से अंडरवर्ल्ड डॉन के नाम से कई धमकी भरे फोन आ रहे है।
– राजा ने कहा कि उनके पास एक फोन आया। फोन करने वाला शख्स हिन्दी में बात कर रहा था और कह रहा था कि वह क्यों एबीवीपी और बीजेपी से दुश्मनी ले रहे।
– राजा के मुताबिक, फोन करने वाला शख्स ने उन्हें धमकी दी है कि वह उसकी बेटी को जान से मार देंगे।
– राजा के मुताबिक, फोन करने वाला शख्स ने उन्हें धमकी दी है कि वह उसकी बेटी को जान से मार देंगे।
पुलिस ने स्टूडेंट्स की लिस्ट बनाई
– नारेबाजी करने वाले 20 लोगों की जो लिस्ट बनाई गई है, उसमें लेफ्ट नेता डी राजा की बेटी का नाम भी शामिल है।
– सीताराम येचुरी की अगुआई में शनिवार को लेफ्ट नेताओं ने होम मिनिस्टर से मुलाकात की।
– पुलिस ने शनिवार को जेएनयू के सात और स्टूडेंट्स को हिरासत में लिया था।
– सीताराम येचुरी की अगुआई में शनिवार को लेफ्ट नेताओं ने होम मिनिस्टर से मुलाकात की।
– पुलिस ने शनिवार को जेएनयू के सात और स्टूडेंट्स को हिरासत में लिया था।

राजनाथ से मुलाकात के बाद लेफ्ट नेताओं ने क्या कहा था?
– सीपीएम नेता सीताराम येचुरी, सीपीआई लीडर डी. राजा और जेडीयू नेता केसी त्यागी शनिवार सुबह इस मसले पर राजनाथ सिंह से मुलाकात करने पहुंचे थे।
– मुलाकात के बाद येचुरी ने कहा था, ”ये मामला गंभीर है। इस तरीके से पूरी यूनिवर्सिटी पर देशद्रोही होने की छाप लगा कर कार्रवाई की जा रही है। यह इमरजेंसी से भी बदतर हो रहा है।”
– ”जेएनयू के स्टूडेंट देशद्रोही हैं, ये कोई नहीं मानेगा। यूनिवर्सिटी से देश के सबसे बड़े आईएएस, आईएफएस और कई बड़े अफसरों के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने वाले विद्वान निकले।”
– ”हाल में ही नए वीसी को अप्वाइंट किया गया है। उन्होंने पुलिस को परमिशन दी। सरकार वीसी बदल देती है और वे मनमानी करते हैं।”
– ”आरएसएस की विचारधारा लागू करवाने के लिए एजुकेशनल इंस्टीट्यूट पर हमला हो रहा है। मिनिस्टर ने कहा कि किसी निर्दोष पर केस नहीं होगा।”
– ”हमने कन्हैया को रिलीज किए जाने की मांग की है। मिनिस्टर ने पुलिस कमिश्नर को बुलाया।”
– ”वीडियो में दिख रहे स्टूडेंट पर कार्रवाई होनी चाहिए या नहीं? जिन 20 स्टूडेंट्स की लिस्ट बनाई गई है, वे नारेबाजी करने वालों में नजर नहीं आते। इसमें डी राजा की बेटी का भी नाम है। यह गलत है।”
– मुलाकात के बाद येचुरी ने कहा था, ”ये मामला गंभीर है। इस तरीके से पूरी यूनिवर्सिटी पर देशद्रोही होने की छाप लगा कर कार्रवाई की जा रही है। यह इमरजेंसी से भी बदतर हो रहा है।”
– ”जेएनयू के स्टूडेंट देशद्रोही हैं, ये कोई नहीं मानेगा। यूनिवर्सिटी से देश के सबसे बड़े आईएएस, आईएफएस और कई बड़े अफसरों के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने वाले विद्वान निकले।”
– ”हाल में ही नए वीसी को अप्वाइंट किया गया है। उन्होंने पुलिस को परमिशन दी। सरकार वीसी बदल देती है और वे मनमानी करते हैं।”
– ”आरएसएस की विचारधारा लागू करवाने के लिए एजुकेशनल इंस्टीट्यूट पर हमला हो रहा है। मिनिस्टर ने कहा कि किसी निर्दोष पर केस नहीं होगा।”
– ”हमने कन्हैया को रिलीज किए जाने की मांग की है। मिनिस्टर ने पुलिस कमिश्नर को बुलाया।”
– ”वीडियो में दिख रहे स्टूडेंट पर कार्रवाई होनी चाहिए या नहीं? जिन 20 स्टूडेंट्स की लिस्ट बनाई गई है, वे नारेबाजी करने वालों में नजर नहीं आते। इसमें डी राजा की बेटी का भी नाम है। यह गलत है।”
– डी राजा ने कहा,”मेरी बेटी और मुझ पर देशद्रोह का आरोप लगाने वाले क्या पागल हैं?”
– बता दें कि शुक्रवार को जेएनयू स्टूडेंट्स यूनियन के प्रेसिडेंट कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी का लेफ्ट पार्टियों ने विरोध किया था।
कैसे हुआ कांग्रेस लीडर आनंद शर्मा पर हमला…
– शनिवार शाम JNU में पुलिस की कार्रवाई के विरोध में कैंपस पहुंचे कांग्रेस नेता आनंद शर्मा पर कुछ लोगों ने हमला किया।
– एक हमलावर ने कई बार उनके कान पर मारा, जिसकी वजह से ब्लीडिंग होने लगी।
– जेएनयू स्टूडेंट यूनियन ने घटना के बाद बयान जारी करके आरोप लगाया कि एबीवीपी के कार्यकर्ता ने पूर्व केंद्रीय मंत्री पर हमला किया।
क्या हुआ था जेएनयू में?
– लेफ्ट स्टूडेंट ग्रुप्स ने संसद अटैक के दोषी अफजल गुरु और जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के को-फाउंडर मकबूल भट की याद में एक प्रोग्राम ऑर्गनाइज किया था।
– इस प्रोग्राम को पहले इजाजत को मिल गई थी। लेकिन एबीवीपी ने इसके खिलाफ यूनिवर्सिटी के वीसी एम. जगदीश कुमार के पास शिकायत की।
– इसके बाद जेएनयू एडमिनिस्ट्रेशन ने परमिशन वापस ले ली।
– प्रोग्राम साबरमती हॉस्टल के सामने 9 फरवरी को शाम 5 बजे होना था।
– टेंशन तब बढ़नी शुरू हुई, जब परमिशन कैंसल करने के बावजूद प्रोग्राम हुआ। एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध किया।
– प्रोग्राम होने से नाराज एबीवीपी ने बुधवार को जेएनयू कैम्पस में बंद बुलाया।
– बता दें कि अफजल को 9 फरवरी, 2013 और मकबूल भट को 11 फरवरी, 1984 को फांसी दी गई थी।
– इस प्रोग्राम को पहले इजाजत को मिल गई थी। लेकिन एबीवीपी ने इसके खिलाफ यूनिवर्सिटी के वीसी एम. जगदीश कुमार के पास शिकायत की।
– इसके बाद जेएनयू एडमिनिस्ट्रेशन ने परमिशन वापस ले ली।
– प्रोग्राम साबरमती हॉस्टल के सामने 9 फरवरी को शाम 5 बजे होना था।
– टेंशन तब बढ़नी शुरू हुई, जब परमिशन कैंसल करने के बावजूद प्रोग्राम हुआ। एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध किया।
– प्रोग्राम होने से नाराज एबीवीपी ने बुधवार को जेएनयू कैम्पस में बंद बुलाया।
– बता दें कि अफजल को 9 फरवरी, 2013 और मकबूल भट को 11 फरवरी, 1984 को फांसी दी गई थी।