नई दिल्ली/बेंगलुरु। कर्नाटक में बुधवार को हुए कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार के शपथ ग्रहण के मौके पर पूरा विपक्ष एकजुट हुआ, लेकिन जेडीएस को समर्थन देने वाले एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी नजर नहीं आए. जबकि जेडीएस को चुनाव जिताने के लिए ओवैसी ने समर्थन ही नहीं दिया बल्कि प्रचार भी किया.
इसके अलावा ओवैसी की पार्टी ने चुनाव मैदान में अपने उम्मीदवार भी नहीं उतारे. बावजूद इसके वे शपथ ग्रहण समारोह में नजर नहीं आए. सवाल उठता है कि उन्हें बुलाया नहीं गया या फिर कांग्रेस के साथ हाथ मिलाने के चलते वो खुद गये ही नहीं?
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कर्नाटक चुनाव में अपनी पार्टी के किसी उम्मीदवार को न लड़ाने का फैसला करके सबको चौंका दिया था, जबकि पहले उन्होंने करीब 35 मुस्लिम बहुल सीटों पर लड़ने का मन बनाया था. इसके लिए उन्होंने बकायदा उम्मीवारों का चयन भी कर लिया था.
ओवैसी पर अक्सर बीजेपी को फायदा पहुंचाने के आरोप लगते रहे हैं. यूपी और बिहार में उनकी पार्टी के चुनाव लड़ने पर ये बातें कहीं गई थी. माना जाता है कि इसी के मद्देनजर उन्होंने कर्नाटक में पार्टी उम्मीदवार को उतारने के बजाए जेडीएस को समर्थन करने का फैसला किया. ओवैसी ने जेडीएस उम्मीदवारों को जिताने के लिए जमकर प्रचार भी किया.
बता दें कि कांग्रेस चुनाव प्रचार के दौरान जेडीएस को बीजेपी की बी टीम बता रही थी. राहुल गांधी ने एक जनसभा में कहा था, ‘जनता दल (एस) में ‘एस’ का मतलब सेक्युलर नहीं बल्कि संघ परिवार है.’ हालांकि राहुल गांधी के बयान को राजनीतिक गलियारों में मुस्लिम वोटों को जेडीएस की तरफ खिसकने से बचाने की एक रणनीति के तैयार पर देखा गया था.
कर्नाटक चुनाव नतीजे आए तो 37 सीटों के साथ जेडीएस किंगमेकर की भूमिका में आ गई. 104 सीटों के साथ बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनी और कांग्रेस को 78 सीटें मिली. येदियुरप्पा ने सीएम की शपथ ली, लेकिन बहुमत साबित करने से पहले ही उन्होंने इस्तीफा दे दिया. इसके बाद कांग्रेस-जेडीएस ने हाथ मिलाया और सत्ता की कमान कुमारस्वामी को मिली.
कर्नाटक चुनाव नतीजों के ऐलान के बाद कांग्रेस द्वारा कुमारस्वामी को सीएम बनाने की पेशकश के बाद औवैसी ने ट्वीट करके कुमारस्वामी को बधाई दी थी. ओवैसी ने ट्वीट करके लिखा था, ‘मैंने एचडी कुमारस्वामी से बात की और उनकी पार्टी को जीत के लिए बधाई दी. मुझे पूरा भरोसा है कि बतौर सीएम संवैधानिक जिम्मेदारी को बेहतर तरीके से निभाएंगे.’