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पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ऐसे नेता बन गए हैं, जो किसी और के इशारे पर हमला कर रहे हैं: अश्विनी वैष्णव

नई दिल्ली मंत्री वैष्णव की यह टिप्पणी राजन के कथित बयान पर आई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआई) योजना के तहत मोबाइल फोन का निर्माण नहीं कर रहा, बल्कि केवल उन्हें ‘असेंबल’ कर रहा है।

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वह एक ऐसे नेता बन गए हैं, जो किसी और के इशारे पर हमला कर रहे हैं।

 

मोबाइल फोन के निर्माण पर वार-पलटवार

बता दें, मंत्री वैष्णव की यह टिप्पणी राजन के कथित बयान पर आई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआई) योजना के तहत मोबाइल फोन का निर्माण नहीं कर रहा, बल्कि केवल उन्हें ‘असेंबल’ कर रहा है।

30 प्रतिशत से अधिक वैल्यू एडिशन 
उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि अगले दो वर्षों में भारत इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चुरिंग में 30 प्रतिशत से अधिक वैल्यू एडिशन हासिल करेगा। इसके अलावा तीन कंपनियां जल्द ही दुनिया के लिए महत्वपूर्ण मोबाइल फोन घटकों का विनिर्माण करेंगी। मंत्री ने कहा कि आज ग्लोबल सप्लाई सीरीज इतनी जटिल है कि कोई भी देश ऐसा नहीं है जो 40 प्रतिशत से अधिक वैल्यू एडिशन का दावा कर सके।

अर्थशास्त्री राजनीतिज्ञ बन रहे
वैष्णव ने जोर देकर कहा कि जब अच्छे अर्थशास्त्री राजनीतिज्ञ बन जाते हैं तो वे अपनी आर्थिक समझ खो देते हैं। रघुराम राजन नेता बन गए हैं। उन्होंने कहा कि राजन को अब खुलकर सामने आना चाहिए, चुनाव लड़ना चाहिए, चुनाव कराना चाहिए और राजनीतिक गतिविधियों में भाग लेना चाहिए। पीछे से वार करना कोई अच्छी बात नहीं है, वह किसी और के इशारे पर ऐसा करने की कोशिश कर रहे हैं।

उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि जिस तरह का रघुराम राजन वार कर रहे हैं, यह उचित बात नहीं है। वह बहुत ही निपुण अर्थशास्त्री हैं। मैं उनसे अर्थशास्त्री बने रहने या राजनीतिज्ञ बनने का अनुरोध करता हूं।

भारत जोड़ो यात्रा पर भाजपा बनाम रघुराम राजन

विशेष रूप से, पूर्व आरबीआई गवर्नर पिछले साल भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राजस्थान में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ कुछ समय के लिए शामिल हुए थे। यात्रा के दौरान गांधी ने वरिष्ठ अर्थशास्त्री का इंटरव्यू भी लिया था। हालांकि, भगवा पार्टी को राजन का यह कदम अच्छा नहीं लगा था।