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चाचा शिवपाल से मिले अखिलेश, मांगा चुनाव जीतने का आर्शीवाद

मैनपुरी उपचुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां जारी है। अखिलेश यादव के लिए मैनपुरी सीट फिलहाल प्रतिष्ठा का प्रश्न बना हुआ है। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि मैनपुरी उनके पिता की विरासत है। अगर यहां उनकी पार्टी हार जाती हैं तो कहीं ना कहीं पिता की विरासत से उनकी पकड़ कमजोर हो सकती है। यही कारण है कि मैनपुरी उप चुनाव को लेकर अखिलेश यादव ने पूरी ताकत झोंक दी है। इतना ही नहीं, मैनपुरी उप चुनाव के लिए अखिलेश यादव ने अपने चाचा शिवपाल यादव को भी साधने की कोशिश की है। शिवपाल यादव से उनके रिश्ते तल्ख ही रहे हैं। 2022 विधानसभा चुनाव से पहले दोनों में एकता जरूर दिखी थी, लेकिन चुनावी हार के बाद दोनों के रास्ते काफी अलग हो गए। हालांकि एक बार फिर से दोनों चाचा भतीजा एक साथ कई मौकों पर दिखाई दे रहे हैं।

मैनपुरी उपचुनाव के लिए अखिलेश यादव ने अपनी पत्नी डिंपल यादव का प्रत्याशी बनाया है। लेकिन माना जा रहा है कि मैनपुरी उप चुनाव को लेकर शिवपाल यादव नाराज हैं। यही कारण है कि खुद अखिलेश यादव और उनकी पत्नी डिंपल यादव उनसे मिलने पहुंचे हैं। अखिलेश यादव और शिवपाल यादव की मुलाकात सैफई में हुई है। खुद डिंपल यादव और अखिलेश यादव ने फोटो को साझा किया है। अखिलेश यादव ने अपने ट्वीट में लिखा कि नेताजी और घर के बड़ों के साथ-साथ मैनपुरी की जनता का भी आशीर्वाद साथ है। फोटो में सभी मुस्कुराते दिखाई दे रहे हैं। आपको बता दें कि मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद से मैनपुरी लोकसभा सीट खाली हुई थी। यही कारण है कि यहां पर उपचुनाव कराए जा रहे हैं।

मुलायम सिंह यादव के अंतिम संस्कार के दौरान अखिलेश और शिवपाल यादव एक साथ दिखे थे। इससे पहले समाजवादी पार्टी के महासचिव रामगोपाल यादव ने दावा किया था कि डिंपल यादव को मैनपुरी से प्रत्याशी शिवपाल यादव से पूछ कर ही बनाया गया है। खबर यह भी थी कि अखिलेश किसी और को अगर प्रत्याशी बनाते तो शायद शिवपाल यादव वहां विरोध करते। लेकिन अखिलेश यादव को पता था कि शिवपाल यादव बहू डिंपल का विरोध नहीं कर पाएंगे। यही कारण है कि उन्हें प्रत्याशी बनाया गया है। मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा)की प्रत्याशी एवं पूर्व सांसद डिम्पल यादव ने बुधवार को कहा कि यह उपचुनाव ‘नेताजी’ (मुलायम सिंह यादव) के सम्मान का चुनाव है। डिंपल ने मैनपुरी स्थित समाजवादी पार्टी के कार्यालय पर पार्टी की महिला नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, ये चुनाव नेताजी के सम्मान का चुनाव है।