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बंगाल: दिनदहाड़े BJP की महिला नेता के घर में घुसे गुंडे, पीटने के बाद सिर में मारी गोली; पार्टी ने TMC को ठहराया जिम्मेदार

पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं पर हमले रूकने का नाम नहीं ले रहे हैं। ताजा मामला राज्य के दक्षिण 24 परगना से आया है, जहाँ एक बीजेपी महिला कार्यकर्ता को गोली मारी गई है। गंभीर रूप से घायल महिला कार्यकर्ता का अस्पताल में इलाज चल रहा है।

उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। पुलिस ने कहा कि भाजपा के महिला विंग की नेता को राज्य के दक्षिण 24 परगना जिले में अज्ञात बदमाशों ने गोली मार दी। पुलिस फिलहाल हत्यारों की धरपकड़ की कोशिश में लगी है।

पीड़ित महिला की पहचान राधारानी नस्कर के रूप में की गई है, जो दक्षिण 24 परगना जिले के बिष्णुपुर इलाके में बूथ समिति की उपाध्यक्ष और भारतीय जनता महिला मोर्चा की कैशियर हैं। उनके पति अरुण नस्कर बिष्णुपुर में भाजपा की स्थानीय बूथ समिति के अध्यक्ष हैं। जानकारी के मुताबिक तृणमूल कॉन्ग्रेस समर्थक सशस्त्र बदमाशों का एक समूह अरुण की तलाश में उनके घर में घुस गया। अरुण उस समय घर में मौजूद नहीं थे। भागने से पहले उन्होंने राधारानी की पिटाई की और सिर के पिछले हिस्से में गोली मारी। यह घटना दिन के उजाले में घटी।

हमले में वह घायल हो गई थी। इसके बाद महिला भाजपा नेता को इलाज के लिए एक स्थानीय चिकित्सा संस्थान में ले जाया गया। हालाँकि बाद में उन्हें कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती कराया गया।

भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी ने आरोप लगाया कि इस घटना के पीछे तृणमूल कॉन्ग्रेस का हाथ है, क्योंकि सत्तारूढ़ पार्टी महिला मोर्चा की आवाज को चुप कराना चाहती है। तृणमूल कॉन्ग्रेस ने इस आरोप का खंडन किया और दावा किया कि यह भाजपा के अंदर गुटबाजी का नतीजा है। पुलिस ने कहा कि अभी तक इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।

भाजपा महिला मोर्चा की नेता अग्निमित्र पॉल ने इस घटना की निंदा करते हुए आरोप लगाया कि तृणमूल कॉन्ग्रेस समर्थित गुंडों द्वारा गोली चलाई गई थी। पूरे बंगाल में अराजकता व्याप्त है। ऐसा इसलिए, क्योंकि अपराधियों को पता है कि जब तक वे तृणमूल समर्थक हैं, ममता बनर्जी के शासन में उन्हें कभी भी दंडित नहीं किया जाएगा। इधर गुस्साए ग्रामीणों ने दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी की माँग को लेकर गाँव में धरना दिया।

गौरतलब है कि इससे पहले पश्चिम बंगाल के कलना स्थित पथर घाटा में रॉबिन पॉल नाम के भाजपा कार्यकर्ता की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। मृतक के परिवार वालों का कहना था कि उनके घर के सामने मनरेगा के तहत काम हो रहा था। मनरेगा कर्मचारी घर के सामने मौजूद पेड़ काटने लगे तो रॉबिन ने इस पर आपत्ति जताई। दोनों पक्षों में बहस शुरू हो गई और कुछ ही देर में यह हिंसक हो गया। मौके पर तृणमूल कॉन्ग्रेस (TMC) के लगभग 50 से अधिक कार्यकर्ता इकट्ठा हो गए और उन्होंने रॉबिन की लिंचिंग कर दी।

तृणमूल कॉन्ग्रेस के कई कार्यकर्ताओं ने पहले उसे मिल कर पीटा। फिर उसे नज़दीक के गाँव लेकर गए। वहाँ टीएमसी के डिप्टी चीफ ने उसके साथ जम कर मारपीट की। परिवार वालों ने आरोप लगाया कि जब रॉबिन को उसकी बेटी ने पानी देने का प्रयास किया तो तृणमूल कॉन्ग्रेस के कार्यकर्ताओं ने उसे रोक दिया। उन्होंने रॉबिन की बेटी को मौके पर धमकाया कि अगर वह अपने पिता की मदद करती है तो उसका भी यही हाल कर दिया जाएगा।