सांस्कृतिक व शहरी कायाकल्प की मिसाल बनेगा रामघाट का सौंदर्यीकरण
सीएम योगी के विजन अनुसार, चित्रकूट में मंदाकिनी नदी के किनारे स्थित रामघाट पर बड़े स्तर पर सौंदर्यीकरण प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा। यह कार्य इस प्रकार होगा कि यह सांस्कृतिक व शहरी कायाकल्प की मिसाल पेश करेगा। मान्यता है कि यह वही स्थल है जहां गोस्वामी तुलसीदास जी को प्रभु श्रीराम के दर्शन हुए थे। ऐसे में, इस स्थल की आध्यात्मिक व ऐतिहासिक महत्व को संरक्षित करते हुए उसे मॉडर्न सिविक एमेनिटीज से युक्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। परियोजना के अंतर्गत रामघाट पर 18.30 करोड़ रुपए की लागत से सौंदर्यीकरण, चौड़ीकरण संपर्क मार्ग के सुधार व विस्तारीकरण व पर्यटक सुविधाओं के निर्माण व विकास प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा। इस कार्य को वर्षा अवधि के अतिरिक्त 2 वर्षों की समयावधि में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
टूरिस्ट फैसिलिटेशन सेंटर समेत विभिन्न परियोजनाओं पर होगा काम
परियोजना के अंतर्गत चित्रकूट के लालापुर व बांदा में कलिंजर फोर्ट के समीप टूरिस्ट फैसिलिटेशन सेंटर तथा महोबा में सालट फोर्ट के समीप पार्किंग व टूरिस्ट फैसिलिटीज को बढ़ाने पर भी काम किया जाएगा। लालापुर में टूरिस्ट फैसिलिटेशन सेंटर संबंधी कार्यों को 7.01 करोड़ की लागत से जबकि व बांदा में कलिंजर फोर्ट के समीप 3.83 करोड़ रुपए की लागत से कार्यों को पूरा किया जाएगा। इन दोनों कार्यों को वर्षा अवधि के अतिरिक्त 12 व 9 महीनों की समयावधि में पूरा किया जाएगा। वहीं, महोबा के सालट फोर्ट के समीप पार्किंग व टूरिस्ट फैसिलिटीज के विकास को वर्षा अवधि के अतिरिक्त 9 महीने में 3.81 करोड़ की लागत से पूरा किया जाएगा। चर में सोमनाथ महादेव मंदिर में वर्षा अवधि के अतिरिक्त 9 महीनों की समयावधि में टूरिस्ट इंफ्रास्ट्रक्चर व विकास कार्यों को 1.48 करोड़ रुपए की लागत से पूरा किया जाएगा। वहीं, हमीरपुर के पातालेश्वर महादेव मंदिर में पर्यटन विकास प्रक्रिया को 6 महीने के अंदर 68.86 लाख रुपए की लागत से पूरा किया जाएगा। इसी प्रकार, चित्रकूट में वाल्मीकि आश्रम के समीप म्यूजियम के निर्माण कार्यों को भी जल्द पूरा किए जाने पर फोकस किया जा रहा है।