इस्लामाबाद। पाकिस्तान में जुलाई में आम चुनाव होने जा रहे हैं. इस चुनाव में मुंबई आतंकी हमले का मास्टरमाइंड आतंकी हाफिज सईद भी इस चुनाव में हिस्सा ले रहा है. उसके आतंकी संगठन जमात उद दावा की तरफ से 200 से अधिक उम्मीदवार मैदान में हैं. हालांकि हाफिज सईद ने फैसला किया कि वह खुद इस चुनाव में उम्मीदवार के तौर पर नहीं उतरेगा.
आतंकी हाफिज सईद के उम्मीदवार राष्ट्रीय और प्रांतीय चुनावों में हिस्सा ले रहे हैं. आतंकी संगठन जमात उद दावा ने इस चुनाव के लिए मिल्ली मुस्लिम लीग राजनीतिक पार्टी उतारी, हालांकि इसे रजिस्ट्रेशन के लिए पाकिस्तान के चुनाव आयोग से हरी झंडी नहीं मिली. ऐसे में इस ग्रुप ने अपने उम्मीदवारों को निष्क्रिय पार्टी अल्लाह हू अकबर तहरीक के बैनर तले उतारने का फैसला किया है. अल्ला हु अकबर तहरीक पाकिस्तान चुनाव में रजिस्टर्ड है. इस ग्रुप के अपने उम्मीदवारों ने नॉमिनेशन पेपर्स ले लिए हैं.
जमात उद दावा है आतंकी संगठन
एमएमएल के प्रवक्ता अहमद नदीम ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘एमएमएल अध्यक्ष सैफुल्ला खालिद और एएटी प्रमुख अहमद बरी आगामी चुनावों में एएटी के मंच पर संयुक्त रूप से उम्मीदवार खड़े करने पर सहमत हो गए हैं. सीटों के बंटवारे के समझौते के अनुसार, एमएमएल 200 से अधिक शिक्षित उम्मीदवार खड़े करेगी. वे एएटी के चुनाव चिह्न कुर्सी पर चुनाव लड़ेंगे.’’
यह पूछे जाने पर कि क्या सईद की संसदीय चुनाव लड़ने की योजना है, इस पर प्रवक्ता ने कहा, ‘‘नहीं, हाफिज की अभी ऐसी कोई योजना नहीं है. एमएमएल पहली बार चुनावों में भाग ले रही है और उम्मीद करते हैं कि हम संसद में जाएंगे.’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि लोग हमारे उम्मीदवारों का चयन करेंगे.’’ जेयूडी को जून 2014 में अमेरिका ने विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित किया था. जेयूडी प्रमुख पर आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्तता के कारण एक करोड़ डॉलर का ईनाम भी है.