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तीन खानदानों के शिकंजे में नहीं रहेंगे लोग, हम सबका मकसद जम्मू.कश्मीर की तेज तरक्की है: पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में है। उन्होंने वहां सार्वजनिक रैली को संबोधित किया। इस दौरान भाजपा नेताओं ने उनका अभिनंदन किया। आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर में 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए तीन चरणों में मतदान होगा। पहले चरण का मतदान 18 सितंबर को हुआ था, अन्य दो चरण 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को होंगे। मतगणना 8 अक्टूबर को होगी। अपने संबोधन में मोदी ने कहा कि आज इतनी बड़ी संख्या में आप आए हैं। नौजवानों का ये उत्साह, बुजुर्गों की आंखों में शांति का संदेश और इतनी बड़ी मात्रा में माताएं-बहनें… ये नया कश्मीर है।

मोदी ने कहा कि हम सबका मकसद जम्मू-कश्मीर की तेज तरक्की है। जम्मू-कश्मीर की तेज तरक्की का जज्बा और बुलंद करने के पैगाम के साथ आज मैं आपके बीच आया हूं। मैं देख रहा हूं कि आज मेरे कश्मीर के भाई-बहन खुशामदीद पीएम कह रहे हैं। मैं तहेदिल से उनका शुक्रिया अदा करता हूं। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में इस वक्त जम्हूरियत का त्योहार चल रहा है। कल ही यहां 7 जिलों में पहले दौर की वोटिंग हुई। पहली बार दहशतगर्दी के साए के बिना ये वोटिंग हुई। हम सभी के लिए बहुत खुशी और गर्व की बात है कि इतनी बड़ी संख्या में लोग वोटिंग के लिए अपने घरों से बाहर निकले।

 

नरेंद्र मोदी ने कहा कि किश्तवाड़ में 80% से ज्यादा वोटिंग, डोडा में 71% से ज्यादा वोटिंग, रामबन में 70% से ज्यादा और कुलगाम में 62% से ज्यादा वोटिंग हुई है। अनेक सीटों पर पिछली बार की वोटिंग के रिकॉर्ड टूट गए हैं। ये नया इतिहास बना है, ये नया इतिहास जम्मू-कश्मीर के लोगों ने रचा है। उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया देख रही है कि जम्मू-कश्मीर के लोग किस तरह भारत के लोकतंत्र को मजबूत कर रहे हैं। इसके लिए मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों को बधाई देता हूं!

 

 

विपक्ष पर वार करते हुए उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले जब मैं जम्मू-कश्मीर आया था… तो मैंने कहा था कि जम्मू-कश्मीर की बर्बादी के लिए तीन खानदान जिम्मेदार हैं। तब से, दिल्ली से लेकर श्रीनगर तक, ये लोग बौखलाए हुए हैं। इन्हें लगता है कि इनपर कोई कैसे सवाल उठा सकता है, इन्हें लगता है कि जैसे-तैसे कुर्सी पर कब्जा जमाना और फिर आप सबको लूटना इनका पैदाइशी हक है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर की अवाम को उनके जायज हक से महरूम रखना ही, इनका सियासी एजेंडा रहा है। इन्होंने, जम्मू-कश्मीर को सिर्फ, तशद्युत यानी डर और इंतशार यानी अराजकता ही दी है। लेकिन अब जम्मू-कश्मीर, इन तीन खानदानों के शिकंजे में नहीं रहेगा।

उन्होंने साफ तौर पर कहा कि जम्मू-कश्मीर को टेरर से, दहशतगर्दी से आजाद कराना…जम्मू-कश्मीर के खिलाफ साजिश करने वाली हर ताकत को हराना…यहां के नौजवानों को, यहीं पर रोजगार के मौके दिलाना… ये मोदी का इरादा है, मोदी का वादा है। उन्होंने कहा कि हमारी एक और पीढ़ी को मैं इन 3 खानदानों के हाथों तबाह नहीं होने दूंगा। इसलिए यहां अमन की बहाली के लिए मैं पूरी ईमानदारी से जुटा हूं। आज देखिए, पूरे जम्मू-कश्मीर में स्कूल-कॉलेज आराम से चल रहे हैं। बच्चों के हाथ में पेन है, किताबें हैं, लैपटॉप है। आज स्कूलों में आग लगने की खबरें नहीं आती, बल्कि आज यहां नए स्कूल, नए कॉलेज, AIIMS, मेडिकल कॉलेज, IIT बनने की खबरें आ रही हैं।