उन्नाव, लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस पर हुए हादसे में जान गंवाने वाले सभी 18 की पहचान हो गई है।हादसे के बाद चारों ओर से बस बचाओ-बचाओ की आवाजें आती रहीं।
गंजमुरादाबाद एक्सप्रेसवे पर हुए हादसे ने यात्रियों को जीवन भर का गम दे दिया। किसी ने अपनों को खोया तो कोई हमेशा के लिए अपाहिज हो गया। हादसे के बाद चारों ओर से बस बचाओ-बचाओ की आवाजें आती रहीं। पुलिस और मौजूद लोग ढांढ़स बंधाते रहे।
बिहार के जहांगीरपुर निवासी रजनीश कुमार दिल्ली में मजदूरी करने के लिए जा रहा था। हादसे में उसने अपना दाहिना हाथ कंधे से और दाहिना पैर हमेशा के लिए खो दिया। वहीं बायां हाथ टूट गया। जिला अस्पताल में वह कराहता रहा। बार-बार यही कह रहा था कि अब उसके परिवार की देखभाल कैसे होगी। वह परिवार का इकलौता सहारा है। लोग उसे सांत्वना देते रहे और अंत में रेफर कर दिया गया