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भारत की तरफ से राहत सामग्री लिेकर एयरफोर्स के विमानों तुर्की रवाना

तुर्किये और सीरिया में आए भूकंप के बाद यहां हर तरफ भीषण तबाही का मंजर देखने को मिल रहा है। दोनों देशों में प्रभावित इलाकों में राहत व बचाव कार्य जारी है। इससे मदद करने के लिए भारत ने भी अपनी तरफ से मदद भेजी है

तुर्की में आए भूकंप से राहत कार्य में मदद करने के लिए भारत सरकार ने एनडीआरएफ की दो टीोमं को वहां भेजा है। इसके अलावा भारत की तरफ से राहत समाग्री भी एयरफोर्स के विमानों में भरकर भेजी गई है। भूकंप पीड़ितों के इलाज के लिए डॉक्टरों की टीम को भी तुर्की में भेजा गया है। इसके साथ ही पैरामेडिक का एक दल भी आवश्यक दवाओं के साथ तुर्किये भेजा जाएगा।

जानकारी के मुताबिक भारतीय एयरफोर्स का सी-17 विमान तुर्की के लिए छह फरवरी की रात को रवाना हो चुका है। एयरफोर्स से मिली जानकारी के मुताबिक यह विमान एक बड़े राहत प्रयास का हिस्सा है जो भारतीय एयरफोर्स और अन्य संगठनों द्वारा मदद के लिए भेजा गया है।

बता दें कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की तलाश एवं बचाव दल और विशेष रूप से प्रशिक्षित खोजी कुत्तों के दस्ते के साथ भारत की मानवीय सहायता और आपदा राहत सामग्री का पहला जत्था तुर्किये रवाना किया गया।

अब तक हुई 4000 से अधिक की मौत

बता दें कि इस भीषण भूकंप से अब तक 4000 से अधिक लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। वहीं लगभग 15 हजार लोग भूकंप की चपेट में आकर जख्मी हुई है। भूकंप के कारण तुर्की में 5600 से अधिक इमारतें जमींदोज हो गई है। आंकड़ों के मुताबिक सिर्फ तुर्की में ही 2379 लोगों की मौत हुई है।

गौरतलब है कि सोमवार से लगातार कई बार तुर्की में भूकंप के झटके महसूस किए जा चुके है। वहीं भूकंप के कारण हताहतों की संख्या बढ़ने की आशंका है, क्योंकि बचावकर्मी अब भी प्रभावित इलाकों में मलबे में फंसे लोगों की तलाश में जुटे हैं। सीमा के दोनों ओर भूंकप का झटका सूर्योदय से पहले महसूस हुआ और लोगों को सर्दी तथा बारिश के बावजूद बाहर आना पड़ा। भूकंप से कई इमारतें ध्वस्त हो गई हैं और भूकंप उपरांत झटके अब भी महसूस किए जा रहे हैं। विभिन्न शहरों में बचावकर्मी और निवासी ध्वस्त हुई इमारतों से जिंदा लोगों को निकालने की कोशिश कर रहे हैं।

राष्ट्रपति ने बताया हाल

तुर्किये के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने कहा, ‘‘भूकंप वाले क्षेत्र में कई इमारतों का मलबा को हटाने का काम जारी है, हम नहीं जानते कि मृतकों और घायलों की संख्या कितनी बढ़ेगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘उम्मीद है कि हम इस विपदा वाले दिन को हमारी एकता और देश के प्रति एकजुटता पीछे छोड़ देगी।’’