Breaking News

30 हजार से ज्यादा की भीड़ में इस किसान पर ठहरी सबकी नजर!

मुंबई। 6 दिन से खुले आसमान के नीचे रह रहे किसानों ने नासिक से चलते समय पूरी तैयारी कर ली थी. किसी महिला के सिर पर गठरी थी, तो किसी किसान की पीठ पर राशन. इन सबमें एक किसान ऐसा भी था जिसने 30 हजार से भी ज्यादा किसानों की भीड़ में सबका ध्यान आकर्षित किया. इस किसान ने अपने मोबाइल को चार्ज करने के लिए एक छोटा सा सोलर पैनल अपने सिर पर रखा था. इसकी मदद से कई किसान अपना मोबाइल चार्ज करते रहे. सोशल मीडिया पर इस किसान की फोटो खूब शेयर की जा रही है.

 आज मुख्यमंत्री फडणवीस से मुलाकात के बाद किसानों की काफी मांगें मान लिए जाने का सरकार ने भरोसा दिया है. इसके साथ ही सरकार ने अब पैदल आए इन किसानों को वापस उनके गांवों की ओर भेजने के लिए विशेष प्रबंध किया है. सरकार इन किसानों के घर लौटने के लिए दो स्पेशल ट्रेनों को चलवाएगी. 180 किलोमीटर पैदल चलने से कई किसानों के पैरों में छाले पड़ चुके हैं. कई के पैरों में सूजन आ गई है, इसके बावजूद इनमें से किसी का भी हौसला पस्त नहीं हुआ है.

बीते 6 दिन से ये किसान हर दिन सुबह सवेरे चलना शुरू कर देते थे. 6 दिन में 180 किलोमीटर का लंबा सफर पैदल ही तय कर ये किसान मुंबई पहुंचे थे. रास्ते में गांव वाले किसानों को दोपहर का खाना खिला देते थे. थोड़ा सुस्ताने के बाद ये फिर चल पड़ते. जहां रात हुई वहीं खुले आसमान के नीचे मरे हुए सपनों की गठरी सिरहाने रखकर सो जाते और भोर होते ही उदास मौसम के खिलाफ फिर मोर्चा खोल चल पड़ते. किसानों की इस लड़ाई में थक जाने का विकल्प ही नहीं था.

मुंबई में दाखिल होते ही इस शहर ने भी किसानों का दिल खोलकर स्वागत किया. मुंबई की लाइफ लाइन कहे जाने वाले डिब्बावाला से लेकर कई राजनीतिक दलों ने भी किसानों के लिए खाने से लेकर दवा का इंतजाम किया. किसानों की मदद में हर धर्म के लोग सामने आते दिखे.

मुंबई डब्बावाला संघ के प्रवक्ता सुभाष तलेकर का कहना है कि यह हमारे अन्नदाता हैं, जो परेशान होकर यहां इतनी दूर आए हैं. ऐसे में हमें लगा कि हमें आज उनका पेट भरना चाहिए. हमने कोलाबा और दादर के बीच काम करने वाले अपने लोगों को अपने ‘रोटी बैंक’ से खाने का इंतजाम कर आजाद मैदान पहुंचाने को कहा, ताकि इन किसानों को खाना मिल सके.

कई जगह रात में मुस्लिम संगठन के लोग खाने और पानी के डिब्बे लेकर रास्ते में ही किसानों का इंतजार करते दिखे. आजाद मैदान में भी जगह-जगह मुंबईकर किसानों के खाने-पीने का सामान लेकर पहुंचे. शिवसेना ने कई जगह किसानों की मदद के लिए स्टॉल लगाए हैं, जहां से किसानों को खाने-पीने से लेकर डॉक्टरी सुविधा तक मुहैया कराई गई.