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हरियाणा में हिंसा के बावजूद खट्टर की कुर्सी पर खतरा नहीं, हाई कमान ने दी क्लीन चिट

नई दिल्ली। बाबा गुरमीत राम रहीम को 15 साल पुराने केस में सजा सुनाए जाने के बाद हरियाणा में हुई हिंसा के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर निशाने पर आ गए थे. खबरें थीं कि केंद्र भी इससे नाखुश है कि हिंसा से अच्छे से नहीं निपटा गया. लेकिन अब तय हो गया है कि बीजेपी मनोहर लाल खट्टर को नहीं हटाएगी. सूत्रों के अनुसार बीजेपी उनसे सफाई भी नहीं मांगेगी.

हरियाणा में हुई हिंसा पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने हरियाणा के प्रभारी अनिल जैन के साथ बैठक की. बैठक में कैलाश विजयवर्गीय भी मौजूद थे. अनिल जैने ने कहा कि खट्टर को तलब करने की खबर गलत है. विपक्ष को इसका राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए. बैठक में अमित शाह ने कहा कि डेरा और उसके महत्व को नकारा नहीं जा सकता है. इसे ध्यान में रखते हुए हिंसा को ‘अच्छी तरह से संभाला’ गया.

इससे पहले खबर आई थी कि हरियाणा में मचे उपद्रव के बीच केंद्र सरकार ने खट्टर सरकार को फटकार लगाई है. गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को पूछा है कि जब केंद्र सरकार की ओर से फोर्स भेजी गई थी तो फिर हर जगह पुलिसवाले क्यों तैनात किए गए. गृहमंत्री ने हर जिले की रिपोर्ट मांगी है.

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने आजतक से एक्सक्लूसिव बातचीत में राज्य सरकार का बचाव किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि डेरा समर्थकों को उनके घर में बंद रखने की हमने भरपूर कोशिश की. ट्रेन, बसें और यातायात के सभी साधनों को रोका, लेकिन डेरा समर्थक पैदल पहुंच गए और अपनी पहचान भी छुपाए रहे. हमने उन्हें रोकने की भरपूर कोशिश की.

शुक्रवार को पंचकुला में सीबीआई कोर्ट ने बाबा राम रहीम को 15 साल पुराने रेप केस में दोषी माना. 28 अगस्त को सजा सुनाई जाएगी. बवाल में 31 लोगों की मौत के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी व्यवस्था में खामी की बात मानी. मुख्यमंत्री ने कहा कि डेरा समर्थकों को उनके घर में बंद रखने की हमने भरपूर कोशिश की. ट्रेन, बसें और यातायात के सभी साधनों को रोका, लेकिन डेरा समर्थक पैदल पहुंच गए और अपनी पहचान भी छुपाए रहे. हमने उन्हें रोकने की भरपूर कोशिश की. केंद्र भी हालात पर नजर बनाए हुए हैं.