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सेना और अर्धसैनिक बलों में भर्ती ना आने के कारण युवा में हताश: वरूण गांधी

लखनऊ, । पीलीभीत से भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरुण गांधी लगातार केन्द्र सरकार की नीतियों तथा कार्य पर सवाल उठा रहे हैं। कृषि कानून लागू होने तथा वापस होने तक किसानों को लेकर लगातार मुखर रहने वाले वरुण गांधी अब युवाओं के रोजगार को लेकर बेहद चिंतित हैं।

वरुण गांधी ने शुक्रवार को सरकार के सेना तथा अर्धसैनिक बलों में भर्ती प्रक्रिया ना प्रारंभ करने मामले पर तंज कसा है। वरुण गांधी ने इसको लेकर एक ट्वीट भी किया है। इससे पहले भी वह कई समाचार पत्रों में सरकार की नीतियों के खिलाफ लेख भी लिख चुके हैं।

वरुण गांधी ने अब सेना तथा अर्धसैनिक बलों में भर्ती ना होने के मामले केन्द्र सरकार पर हमला बोला है। वरुण गांधी ने कहा है कि सेना और अर्धसैनिक बलों में भर्ती ना आने के कारण पांवों में छाले लिए तीन वर्ष से दौड़ रहे युवा अब तो हताश हैं। उन्होंने कहा कि बढ़ती उम्र के कारण अयोग्य हो रहे इन युवाओं को आर्थिक तंगी अवसादग्रस्त बना रही है। केन्द्र की सरकार पर तंज कसते हुए कहा है कि ‘राष्ट्रसेवा’ का संकल्प लेने वाले इन युवाओं की आवाज ‘राष्ट्रवादी सरकार’ तक पहुंचनी चाहिए।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में पीलीभीत में चौथे चरण के मतदान के दौरान 23 फरवरी भी किनारा करने वाले वरुण गांधी के कारण पार्टी को काफी असहज स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। यह पूरा क्षेत्र सिख बहुल है। वरुण गांधी और उनकी मां मेनका गांधी की इस क्षेत्र में जोरदार पैठ है और दोनों ही यहां से भारी मतों के अंतर से जीते थे। मेनका गांधी को वर्ष 2014 और वरुण गांधी को 2019 के लोकसभा चुनाव में पांच-पांच लाख से अधिक वोट मिले थे। भाजपा ने किसान आंदोलन से जुड़े सवाल उठाने के बाद वरुण गांधी को स्टार प्रचारकों की सूची से हटा दिया था। भाजपा ने 2017 में पीलीभीत की सभी पांच सीटों पर जीत हासिल की थी। सपा ने 2012 में पांच में से चार सीटों पर कब्जा कर लिया था जबकि भाजपा केवल एक ही सीट जीत सकी थी।