श्रीनगर, : विदेशों में बैठकर कश्मीर के खिलाफ दुष्प्रचार फैलाने वाले जिस सफेदपोश आतंकी की जम्मू कश्मीर पुलिस पिछले एक साल से सऊदी अरब और दुबई में तलाश कर रही थी, वह एक माह से पाकिस्तान के इस्लामाबाद में छिपा बैठा है। अब वह वहीं से पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ के संरक्षण में वादी में आतंकी गतिविधियों के साथ कश्मीर को लेकर उसके एजेंडे को आगे बढ़ा रहा है। उत्तरी कश्मीर के बारामुला जिले का रहने वाले डा. आसिफ मकबूल डार को सऊदी अरब से वापस कश्मीर लाने के लिए जम्मू कश्मीर पुलिस ने पिछले साल केंद्रीय गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय के माध्यम से कार्रवाई शुरू कर रखी है। आसिफ के खिलाफ चार एफआइआर भी दर्ज हैं।
सूत्रों के अनुसार, आसिफ विदेश में बैठे उन शातिर आतंकियों में एक है, जो इंटरनेट मीडिया समेत विभिन्न मंचों पर पाकिस्तान के मंसूबों के मुताबिक, कश्मीर को लेकर दुष्प्रचार करने में जुटे हुए हैं। पिछले साल जब सऊदी अरब सरकार से उसके प्रत्यर्पण के लिए संपर्क किया गया तो वह वहां से भागकर दुबई चला गया था। दुबई में कुछ दिन रहा और फिर तुर्की गया। तुर्की से दुबई लौटा।
बीते माह जनवरी में जब उसके इशारे पर काम करने वाले चार आतंकी श्रीनगर में पकड़े गए तो इसके दो दिन बाद ही वह पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद के एयरपोर्ट पर अपने साजोसामान के साथ उतरा था। आसिफ अच्छी तरह जानता है कि उसके छिपने के लिए पाकिस्तान की सुरक्षित रहेगा। बता दें कि आसिफ का छोटा भाई भी उत्तरी कश्मीर का नामी आतंकी था, तो 2002 में मुठभेड़ में मार गिराया था। बीते कुछ वर्षों से आसिफ का परिवार श्रीनगर के बेमिना में स्थित मिग कालोनी में रह रहा है।
2019 से उकसाने वाले वीडियो कर रहा जारी: सऊदी अरब जाने के बाद आसिफ ने विभिन्न मुल्कों में रहने वाले अलगाववादी कश्मीरियों से संपर्क कर कश्मीर डायसपोरा समूह बनाया। यह समूह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कश्मीर में भारत के खिलाफ एजेंडा चलाता है। वर्ष 2019 से वह इंटरनेट मीडिया पर कश्मीर के लोगों को भड़काने वाले वीडियो जारी कर रहा है।