नई दिल्ली। नोटबंदी, किरेन रिजिजू और अगुस्टा वेस्टलैंड डील पर हंगामे के चलते गुरुवार को एक बार फिर संसद ठप हो गई। लोकसभा दिन भर के लिए स्थगित हो गई है, जबकि राज्यसभा का काम भी दोपहर दो बजे तक के लिए ठप हो गया। इस बीच बीजेपी के वयोवृद्ध नेता और पूर्व उप-प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने संसद का कामकाज ठप होने पर नाराजगी जाहिर की है। सरकार की ओर से अगुस्टा डील मुद्दा उठाए जाने पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच नारेबाजी के बाद लोकसभा स्थगित होने से आडवाणी व्यथित दिखाई दिए। हंगामे से दुखी होकर आडवाणी ने कहा, ‘सोचता हूं संसद की सदस्यता से इस्तीफा दे दूं।’
तृणमूल कांग्रेस के सांसद इद्रीस अली ने कहा, ‘लालकृष्ण आडवाणी ने मुझसे कहा कि सोचता हूं इस्तीफा दे दूं। उन्होंने कहा कि यदि अटल जी आज अगर संसद में होते तो बहुत दुखी होते।’ अली के मुताबिक आडवाणी ने कहा, ‘कोई जीते या हारे। इस हंगामे संसद की हार हो रही है। स्पीकर से बात करके कल चर्चा होनी चाहिए।’ अली ने कहा कि आडवाणी ने सेहत के बारे में पूछने पर कहा, ‘मेरी सेहत तो तो सही है, लेकिन संसद का स्वास्थ्य सही नहीं चल रहा है।’
When I inquired about his (LK Advani) health, he said my health is okay but the Parliament’s health is not: TMC MP Idris Ali pic.twitter.com/OMmAQNJxP4
— ANI (@ANI_news) 15 दिसंबर 2016
सदन के स्थगित होने के बाद भी व्यथित आडवाणी लोकसभा में बैठे रहे। उन्होंने स्मृति इरानी और राजनाथ सिंह से बात की और कहा कि कम से कम आखिरी दिन संसद चलाने की कोशिश होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि स्पीकर को दोनों पक्षों के नेताओं को बुलाकर बात करनी चाहिए। इससे पहले भी संसद में काम न हो पाने पर लालकृष्ण आडवाणी ने नाराजगी जताई थी।
लोकसभा में सरकार की ओर से कहा गया कि अगुस्टा में जो सबूत आए हैं, कांग्रेस के प्रथम परिवार की ओर जाते दिख रहे हैं। इसके बाद कांग्रेस सांसदों ने हंगामा किया और ट्रेजरी बेंच से भी शोरगुल के बीच लोकसभा की कार्यवाही स्थगित हो गई।