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विपक्षी दलों के निशाने पर चुनाव आयोग का निर्णय, यूपी भाजपा का संकट खत्म अब एमएलसी की 5वीं सीट पर भी होगा उपचुनाव

 राजेश श्रीवास्तव

लखनऊ । चुनाव आयोग ने मंगलवार शाम को उत्तर प्रदेश विधान परिषद की पांचवी सीट पर चुनाव के लिए भी अधिसूचना जारी कर दी है। इस अधिसूचना के जारी होने के साथ ही भाजपा का संकट खत्म हो गया है। इस निर्णय के बाद मुख्यमंत्री समेत पांच व्यक्तियों का विधान परिषद में निर्वाचित होने का रास्ता साफ हो गया है। निर्वाचन आयोग ने ठाकुर जयवीर सिह के इस्तीफ़े से खाली सीट पर भी उपचुनाव का फैसला लिया। नामांकन के पहले दिन मंगलवार को कोई पर्चा नहीं भरा गया। विधान परिषद की पांचवीं रिक्त सीट पर भी उपचुनाव कराने से भाजपा का आतंरिक संकट भी खत्म हो गया। अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, डा. दिनेश शर्मा समेत पांच लोगों के उच्च सदन पहुंचने का रास्ता साफ हो गया। परिवहन मंत्री स्वतंत्रदेव सिह और मोहसिन रजा को लेकर बनी ऊहापोह की स्थिति भी समाप्त हो गयी।

सरकार को पांच सीटों की जरूरत थी जो भारत निर्वाचन आयोग के निर्णय से पूरी हो गयी। मंगलवार को आयोग ने जयवीर सिह के त्यागपत्र से खाली विधायक कोटे की सीट पर भी उपचुनाव कार्यक्रम जारी किया है। वहीं मंगलवार को नामांकन के पहले दिन कोई पर्चा नहीं भरा गया है। अपर निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि मंगलवार को एक नामांकन पत्र भाजपा की ओर से हनुमान नाम से खरीदा गया। निर्वाचन आयोग ने उप चुनाव संपन्न कराने के लिए 18 सितंबर आखिरी तारीख तय की थी। उल्लेखनीय है कि विधानपरिषद की जिन चार सीटों के लिए उपचुनाव का 24 अगस्त को कार्यक्रम जारी किया गया। उसके तहत नामांकन कार्य 29 अगस्त से पांच सितंबर तक चलेगा। छह सितंबर से नामांकन जांच और आठ सितंबर को नाम वापसी होगी। 15 सितंबर को मतदान होगा और मतगणना भी होगी।

अंबिका चौधरी की रिक्त सीट पर सवाल : जयवीर की सीट पर उपचुनाव के साथ ही विधायक कोटे से चुने गए अंबिका चौधरी के इस्तीफ़े से खाली हुई सीट पर सवाल उठ रहा है। चौधरी का कार्यकाल भी जयवीर के साथ पांच मई 2०18 को पूरा होना था। ऐसे में अंबिका की सीट पर उपचुनाव न कराना चर्चा में है।

पांचवीं सीट के लिए सात सितंबर तक नामांकन : मुख्य निर्वाचन अधिकारी अमृता सोनी ने मंगलवार को उपचुनाव कार्यक्रम जारी करते हुए बताया कि 31 अगस्त को अधिसूचना लागू होते ही विधानपरिषद की पांचवीं सीट के लिए भी नामांकन पत्र जमा होंगे। सात सितंबर तक नामांकन दाखिल करने के बाद आठ सितंबर को जांच होगी। नाम वापसी 11 सितबर तक होगी और 18 सितंबर को मतदान के तुरंत बाद मतगणना होगी।

मोहसिन विरोधी लामबंद : पांचवीं सीट का मसला भले ही निपट गया हो लेकिन, भाजपा में एक खेमा विवादों में घिरे राज्य मंत्री मोहसिन रजा की छुट्टी कराने के लिए घेराबंदी में जुटा है। सूत्रों का कहना है कि पांचवीं सीट के लिए नए चेहरे को उतारा जा सकता है। चर्चा है कि तीन तलाक मुद्दे को भुनाने के लिए पार्टी अल्पसंख्यक कोटे से किसी महिला का समायोजन कर सकती है। सुर्खियों में रही शाइस्ता अंबर और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अल्पसंख्यक मोर्चा रुमाना सिद्दीकी का नाम चर्चाओं में है। इसके अलावा अल्पसंख्यक मोर्चे से हैदर चांद को भी मजबूत दावेदार माना जा रहा है।

चुनाव आयोग ने जो निर्णय लिया है। वह स्वागत योग्य है। आयोग ने यह निर्णय क्यों लिया है, इसके पीछे क्या तकनीकी कारण हैं, यह तो वही जाने।

-हरीशचंद्र श्रीवास्तव भाजपा प्रवक्ता

चुनाव आयोग को यह स्पष्ट करना चाहिए कि उसने अब अपना निर्णय क्यों बदला है। जब पहले उसने पहले कहा था कि इस सीट पर चुनाव नहीं हो सकता है तो फिर अब ऐसा क्यों। लगता है कि चुनाव आयोग किसी दबाव में काम कर रहा है। किसी संवैधानिक संस्था पर इस तरह का दबाव स्वस्थ्य लोकतंत्र के लिए उचित नहीं है।

-डा.हिलाल

नकवी कांग्रेस प्रवक्ता चुनाव आयोग के निर्णय ने संवैधानिक संस्था को ही कठघरे में खड़ा कर दिया है। आयोग को अंतिम समय में अपना निर्णय बदलना पड़ा। साफ है कि वह राजनीति कर रही है।

-राजेंद्र चौधरी सपा प्रवक्ता