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लोकसभा में राहुल गांधी ने वायनाड के विनाशकारी भूस्खलन का मुद्दा उठाया, पीड़ितों को मदद की अपील की

लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने वायनाड के विनाशकारी भूस्खलन का मुद्दा उठाया और केंद्र सरकार से हर संभव मदद की अपील की। राहुल गांधी ने कहा कि आज सुबह-सुबह, वायनाड कई विनाशकारी भूस्खलन की चपेट में आ गया। 70 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। मुंडक्कई गांव का संपर्क टूट गया है और त्रासदी के पैमाने के कारण जानमाल की विनाशकारी हानि और व्यापक क्षति का आकलन अभी तक नहीं किया जा सका है। मैंने रक्षा मंत्री और केरल के मुख्यमंत्री से बात की है।

कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि मैं केंद्र सरकार से बचाव और चिकित्सा देखभाल के लिए हर संभव सहायता देने, मृत लोगों को मुआवजा तुरंत जारी करने का अनुरोध करता हूं – यदि मुआवजा बढ़ाया भी जा सकता है – महत्वपूर्ण परिवहन और संचार लाइनों को बहाल करें, जल्द से जल्द राहत स्थापित करें और एक प्रभावित परिवारों के पुनर्वास का रोडमैप तैयार करें। वायनाड से पूर्व सांसद ने कहा क जब मैं बोल रहा हूं, तब भी वायनाड और पश्चिमी घाट के कई इलाकों में भूस्खलन का खतरा मंडरा रहा है। हमारे देश में पिछले कुछ वर्षों में भूस्खलन में चिंताजनक वृद्धि देखी गई है।

उन्होंने कहा कि भूस्खलन-संभावित क्षेत्रों के मानचित्रण और पारिस्थितिक रूप से नाजुक क्षेत्र में प्राकृतिक आपदाओं की बढ़ती आवृत्ति को संबोधित करने के लिए शमन उपाय और एक कार्य योजना बनाने की तत्काल आवश्यकता है। भूस्खलन की घटनाएं मंगलवार तड़के हुईं जिससे अपने घरों में सो रहे लोगों को बचने का मौका भी नहीं मिल पाया। लोग फोन पर मदद की गुहार लगा रहे हैं और बचावकर्मी मलबे से लोगों का निकालने की कोशिशों में जुटे हैं।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भूस्खलन की घटनाओं में लोगों की मौत पर दुख व्यक्त किया और मुख्यमंत्री पिनराई विजयन को संकट से निपटने के लिए केंद्र से हर संभव मदद का आश्वासन दिया। मोदी ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘वायनाड में कुछ जगहों पर भूस्खलन की खबर से व्यथित हूं। मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजन को खोया है और जो घायल हुए हैं, मैं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। प्रभावित लोगों की मदद के लिए बचाव अभियान जारी है।’’

मोदी ने लिखा, ‘‘केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन से बात की और वहां उत्पन्न स्थिति के मद्देनजर केंद्र से हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया।’’ मंगलवार तड़के हुए भूस्खलन ने तबाही के निशान छोड़े हैं। कई मकान जमींदोज हो गए हैं, नदियां उफान पर हैं और कई पेड़ उखड़ गए हैं।