Breaking News

मोदी के मंत्री का बेटा गिरफ्तार, बिहार में सांप्रदायिक हिंसा भड़काने का आरोप

पटना। बिहार पुलिस ने केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित शाश्वत चौबे को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस सांप्रदायिक हिंसा भड़काने के आरोपी अर्जित शाश्वत को पटना से भागलपुर ले गई. पुलिस उनको आज भागलपुर कोर्ट में पेश करेगी. उनके ऊपर 17 मार्च को भागलपुर में एक जुलूस के दौरान सांप्रदायिक हिंसा भड़काने का आरोप है.

पुलिस सूत्रों के मुताबिक अर्जित शाश्वत ट्रेन से आरा से पटना आ रहे थे. पुलिस ने उनको पटना स्टेशन से बाहर निकलते ही महावीर मंदिर के पास गिरफ्तार कर लिया गया. गिरफ्तारी के वक्त अर्जित शाश्वत के समर्थकों ने जय श्रीराम के नारे लगाए. साथ ही पुलिस पर भड़का उनका गुस्सा फूटा.

वहीं, आजतक के साथ बातचीत में अर्जित शाश्वत ने कहा कि उनके खिलाफ गलत केस हुआ है. वो भगोड़ा नहीं हैं. उन्होंने कहा, ”मैंने जमानत याचिका खारिज होने के बाद सरेंडर किया है.” केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित शाश्वत ने एक सवाल के जवाब में कहा, ”पिता का काम होता है कि सही काम में बच्चे का साथ देना. वो मुझे क्यों नही बचाएंगे? अगर मैं गलत होता, तो मेरे पिता कभी सामने नहीं आते.”

मालूम हो कि अर्जित शाश्वत ने भागलपुर कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए याचिका लगाई हुई थी, जिसे कोर्ट ने शनिवार को खारिज कर दिया था. अर्जित शाश्वत चौबे की गिरफ्तारी को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर दबाव था. सांप्रदायिक तनाव फैलाने के मामले में कोर्ट ने उनके खिलाफ वारंट जारी किया था.

आरजेडी नेता तेजस्वी यादव से लेकर बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी और लोक जनशक्ति पार्टी के चिराग पासवान तक उनकी गिरफ्तारी नहीं होने को लेकर सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर सवाल उठा चुके हैं. तेजस्वी यादव ने बिहार सरकार पर हमला बोलते हुए कहा था कि यहां की सरकार अब RSS के इशारे पर नागपुर से चल रही है.

उधर, अश्विनी चौबे खुद अपने बेटे का बचाव कर रहे थे. इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने बिहार पुलिस पर ही सवाल उठाते हुए कहा था कि उनके बेटे के खिलाफ दर्ज एफआईआर को कूड़े में फेंक देना चाहिए.

हालांकि इस पर जनता दल यूनाइटेड के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने कहा था कि यह कहना ठीक नहीं है कि एनडीए में होने की वजह से हम कुछ नहीं कर रहे हैं. केसी त्यागी ने कहा था कि जो लोग बिहार के बारे में जानते हैं, उन्हें पता है कि एनडीए के पहले शासनकाल में भी 50 हजार से ज्यादा लोग जेल गए थे. कानून व्यवस्था के मामले में बिहार में बड़े से बड़े आदमी का कोई दबाव नहीं है.

उन्होंने कहा था कि कानून व्यवस्था का सवाल होगा, तो जेडीयू के विधायक भी जेल में हैं. बीजेपी और आरजेडी के विधायक भी हो सकते हैं. जहां तक वारंट का सवाल है, रामनवमी के दिन पुलिस अन्य कार्यों में व्यस्त होती है.

उन्होंने कहा था कि अश्विनी चौबे के बेटे के बारे में अदालत के आदेश का पालन किया जाएगा. जब अर्जित शाश्वत की गिरफ्तारी के मामले में रामविलास पासवान के बेटे और लोक जनशक्ति पार्टी के नेता चिराग पासवान से पूछा गया था, तो उन्होंने भी कहा था कि कानून का पालन होना चाहिए और अगर किसी ने गलत किया है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.

चिराग ने कहा था कि उन्हें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर पूरा भरोसा है कि वह कानून व्यवस्था को लेकर सही कदम उठाएंगे.