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मुख्यमंत्री ने वर्चुअली टीम-9 के साथ की कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा

कोविड-19 के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान को सतर्कता व सजगता के साथ संचालित करने के निर्देश
 
पिछले 24 घण्टों में प्रदेश में 26,847 नये कोविड के मामले आये, जबकि इसी अवधि में 34,721 लोग स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए
 
बीते 24 घंटों में 02 लाख 23 हजार 155 सैम्पल टेस्ट हुए,
जिसमें 01 लाख 14 हजार टेस्ट केवल आर0टी0पी0सी0आर0 माध्यम से हुए
 
प्रदेश में कुल 04 करोड़ 27 लाख 24 हजार 305 लोगों की टेस्टिंग की जा चुकी है
 
अब तक कोविड वैक्सीन की 01 करोड़ 35 लाख 87 हजार से अधिक डोज़ लगाई जा चुकी है
 
आगामी सोमवार से 11 और जनपदों में 18 से 44 आयु वर्ग के लिए टीकाकरण अभियान प्रारम्भ होगा
 
गांव में कोविड टेस्टिंग अभियान के तहत निगरानी समितियां घर-घर जाएं, स्क्रीनिंग करें
 
लक्षण युक्त लोगों के बारे में आर0आर0टी0 कोसूचना देकर उनके एन्टीजन टेस्ट कराया जाए
 
निगरानी समितियांे को इण्टीग्रेटेड कमाॅण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर के साथ जोड़ा जाए
 
कोविड मरीजों के लिए मेडिकल किट वितरण की माॅनीटरिंग सुनिश्चित हो
 
आरआरटी की संख्या में बढ़ोत्तरी की जाए
 
टेस्टिंग व काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग की व्यवस्था को और सुदृढ़ करने पर बल
 
सभी जीवनरक्षक चिकित्सकीय उपकरण क्रियाशील रखे जाएं
 
आवश्यक मानव संसाधन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए
 
प्रदेश में रेमडेसिविर सहित जीवनरक्षक दवाओं की
उपलब्धता सुनिश्चित कराई जा रही है
 
प्रत्येक जनपद में निजी एम्बुलेंस के लिए रेट निर्धारित किये जाने के निर्देश,
एम्बुलेंस की दरें दूरी के आधार पर तय कर प्रभावी ढंग से लागू कराया जाए
 
होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के लिए आॅक्सीजन
आपूर्ति की व्यवस्था को और बेहतर बनाया जाए
 
गेहूं क्रय एवं खाद्यान्न वितरण की सुचारु और प्रभावी व्यवस्था कोविड प्रोटोकाॅल
का पालन करते हुए सुनिश्चित की जाए, औद्योगिक इकाइयां संचालित रहें
 
कन्टेनमेण्ट जोन के प्राविधानों को सख्ती से लागू करते हुए,
डोर स्टेप डिलीवरी सिस्टम को और सुदृढ़ किया जाए

लखनऊ।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने गांवों को कोविड संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए चलाए जा रहे स्क्रीनिंग और टेस्टिंग के प्रदेशव्यापी अभियान को एक सप्ताह तक निरन्तर प्रभावी ढंग से संचालित करने के निर्देश दिये हैं। यह अभियान विगत 05 मई को प्रारम्भ हुआ था। उन्होंने पिछले एक सप्ताह कोरोना के एक्टिव मामलों में 65,000 की कमी आने को आशाजनक संकेत बताते हुए कहा कि प्रदेश में नये कोविड केस की संख्या लगातार कम हो रही है, जबकि रिकवरी दर बेहतर हो रही है। कोविड-19 के विरुद्ध लड़ाई के सकारात्मक परिणाम दिखाई पड़ रहे हैं। उन्होंने कोविड-19 के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान को सतर्कता व सजगता के साथ संचालित करने के निर्देश दिये हैं।
मुख्यमंत्री जी आज यहां वर्चुअल माध्यम से आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में टीम-9 के साथ कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि पिछले 24 घण्टों में प्रदेश में 26,847 नये कोविड के मामले आये, जबकि इसी अवधि में 34,721 लोग स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए हैं। प्रदेश में अब तक 12 लाख 19 हजार 409 लोगों ने कोविड को परास्त कर आरोग्यता प्राप्त की। बीते 24 घंटों में 02 लाख 23 हजार 155 सैम्पल टेस्ट हुए, जिसमें 01 लाख 14 हजार टेस्ट केवल आर0टी0पी0सी0आर0 माध्यम से हुए। अब तक प्रदेश में कुल 04 करोड़ 27 लाख 24 हजार 305 लोगों की टेस्टिंग की जा चुकी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार सभी नागरिकों को टीकाकरण का सुरक्षा कवच निःशुल्क उपलब्ध करा रही है। वैक्सीनेशन की प्रक्रिया प्रदेश में तेजी से चल रही है। अब तक 01 करोड़ 35 लाख 87 हजार से अधिक डोज़ लगाई जा चुकी है। आगामी सोमवार से 11 और जनपदों में 18 से 44 आयु वर्ग के लिए टीकाकरण अभियान प्रारम्भ होगा। इस सम्बन्ध में आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित कर ली जाएं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गांव में कोविड टेस्टिंग अभियान के तहत निगरानी समितियां घर-घर जाएं, स्क्रीनिंग करें। लक्षण युक्त लोगों के बारे में आर0आर0टी0 को सूचना देकर उनके एन्टीजन टेस्ट कराया जाए। इसके लिए सी0एच0सी0, पी0एच0सी0 पर जाने की आवश्यकता नहीं है। निगरानी समितियांे को इण्टीग्रेटेड कमाॅण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर के साथ जोड़ा जाए। कोविड मरीजों के लिए मेडिकल किट वितरण की माॅनीटरिंग सुनिश्चित हो। होम आइसोलेशन के मरीजों को प्रत्येक दशा में मेडिकल किट उपलब्ध करायी जाये। आर0आर0टी0 की संख्या में बढ़ोत्तरी की जाए। उन्होंने टेस्टिंग व काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग की व्यवस्था को और सुदृढ़ करने पर बल दिया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश के सभी जिलों में प्रदेश सरकार ने वेंटिलेटर और आॅक्सीजन कन्सन्ट्रेटर उपलब्ध कराए हैं। एनेस्थेटिक और तकनीकी स्टाफ की उपलब्धता भी कराई गई है। शासन सभी जरूरी संसाधन उपलब्ध करा रहा है, ऐसे में सभी जीवनरक्षक चिकित्सकीय उपकरण क्रियाशील रखे जाएं। एनेस्थेटिक न हों तो तुरन्त शासन को अवगत कराएं। आवश्यक मानव संसाधन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में रेमडेसिविर सहित जीवनरक्षक मानी जा रही सभी दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जा रही है। सरकारी कोविड अस्पतालों में यह इंजेक्शन पूर्णतः निःशुल्क है। निजी अस्पतालों को जरूरत के अनुसार इसकी उपलब्धता कराई जा रही है। सभी जिलाधिकारी और सी0एम0ओ0 यह सुनिश्चित करें कि जब भी किसी मरीज को यह इंजेक्शन दिया जाए तो वहां नर्सिंग स्टाफ के साथ-साथ एक चिकित्सक भी उपस्थित हो। इस जीवनरक्षक दवा की मांग, आपूर्ति और खपत का पूरा विवरण रखा जाए।
मुख्यमंत्री जी ने प्रत्येक जनपद में निजी एम्बुलेंस के लिए रेट निर्धारित किये जाने के निर्देश दिए। निजी एम्बुलेंस की दरें दूरी के आधार पर तय कर प्रभावी ढंग से लागू करायी जाए। उन्होंने कहा कि मरीजों और उनके परिजनों का शोषण हर हाल में रोका जाए। इस प्रकार की शिकायतें नहीं प्राप्त होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोविड संक्रमण से ग्रस्त ज्यादातर लोग समुचित चिकित्सकीय परामर्श से होम आइसोलेशन में रहते हुए ही स्वस्थ हुए हैं। बहुत कम संख्या ऐसी है जिन्हें अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत होती है। आइ0सी0सी0सी0 और सी0एम0 हेल्पलाइन हर दिन ऐसे मरीजों से संवाद स्थापित करे। होम आइसोलेशन के मरीजों के लिए टेलीकन्सल्टेशन व्यवस्था को और बेहतर किए जाने की जरूरत है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आवश्यकतानुसार आॅक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के लिए आॅक्सीजन आपूर्ति की व्यवस्था को और बेहतर बनाया जाए। आॅक्सीजन प्लाॅण्ट्स की स्थापना कार्यवाही में तेजी लाई जाए।
मुख्यमंत्री जी ने निर्देशित किया कि कम्युनिटी किचन की व्यवस्था को संचालित किया जाए। क्वारण्टीन सेन्टरों में भोजन, पेयजल, स्वच्छता की समुचित व्यवस्था हो। कन्टेनमेण्ट जोन के प्राविधानों को सख्ती से लागू करते हुए, डोर स्टेप डिलीवरी सिस्टम को और सुदृढ़ किया जाए। गेहूं क्रय एवं खाद्यान्न वितरण की सुचारु और प्रभावी व्यवस्था कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए सुनिश्चित की जाए, औद्योगिक इकाइयां संचालित रहें। इन इकाइयों में कोविड केयर सेन्टर क्रियाशील रहें।