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मिस UP को जेल में रखा रेपिस्टों के साथ , कसूर था बस योगी को काला झंडा दिखाने का

लखनऊ। सीएम योगी आदित्यनाथ को काला झंडा दिखाने को लेकर मिस यूपी रह चुकी 22 साल की अपूर्वा वर्मा 1 जूलाई को जेल से बाहर आ गई. अर्पूवा ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि जिस दिन मैं और मेरे साथी जेल गए, उस दिन से हमारे साथ ऐसा व्यवहार हुआ, जैसे हम कोई आतंकवादी हों. हमारे खाने-पीने पर प्रतिबंध लग गया. पैसा देने के बाद भी हमें कैंटीन का खाना नहीं दिया जाता था. घरवालों से मिलने पर पाबंदी थी.

सबसे गलत बात ये थी कि हम 2 लड़कियां थीं और हमें ऐसे बैरक में रखा गया, जिसमे रेपिस्ट, चोर और गुंडे भी थे. हम खुद को असहज महसूस कर रहे थे. रिक्वेस्ट करने के बाद भी हमें महिला बैरक में नहीं रखा गया. महिला वार्डन से जब कोई शिकायत करते, तो वो कहती थी कि आप लोगों ने इतना गलत काम किया है कि फांसी भी हो सकती है. रात में डर लगता था कि कहीं कुछ गलत न हो जाए, इसलिए हम सोते नहीं थे. लिखित में जेलर को शिकायत दी तो उनका जवाब था- आप लोगों ने क्राइम किया है, ज्यादा परेशान करेंगे तो तन्हाई (आतंकवादियों की जेल) में डाल देंगे, जहां रोशनी के लिए तरस जाओगी. वो काल कोठरी होती है, जहां खाने-पीने को भी नहीं दिया जाता. हमने अपने घरवालों को चिठ्ठी भी लिखी, लेकिन वो उनतक नहीं पहुंची.

उसने बताया, ‘एक दिन जेल में नेताजी हमसे मिलने आए थे, लेकिन थोड़ी देर के लिए मुलाकात कराई गई. सपा के प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी भी आए थे.  वो हमारे लिए बेड शीट, कपड़ा वगैरह लाए थे, लेकिन वो हमारे तक नहीं पहुंचाया गया. ‘न्यूज पेपर की डिमांड की, तो हमसे कहा गया कि आप लोगों ने आतंकवादियों जैसा अपराध किया है। आपको ऐसी कोई भी ऐसी चीज प्रोवाइड नहीं की जाएगी, जिससे बाहर की कोई जानकारी हो.अच्छे खाने को लेकर भूख हड़ताल की, तो धमकी मिली की हम लोगों पर गैंगस्टर लगेगा और हमारी बेल नहीं होगी. 19 जून को खाने की वजह से मेरी तबियत बहुत खराब हो गई थी. मेरे साथ‍ियों ने मुझे हॉस्प‍िटल में एडमिट कराने की बात कही तो जेलर ने कहा- जिसको जैसे मरना है, मर जाए लेकिन हॉस्पिटल कोई नहीं जाएगा.

 

2016 में अपूर्वा को मिला था मिस यूपी का खिताब

अपूर्वा के 2 भाई राहुल और आकाश हैं। मां मधु वर्मा सिंगल पैरेंट हैं। वह बताती हैं, सिंगल पैरेंट होने के बावजूद मैंने तीनों बच्चों की परवरिश में कोई कसर नहीं छोड़ी. मैं सरकारी स्कूल में टीचर हूं। बच्चों की पढ़ाई-लिखाई में कोई समझौता नहीं किया। साल 1995 में लखनऊ में जन्मी अपूर्वा की शुरुआती पढ़ाई भाऊराव देव रस, अलीगंज से हुई। केंद्रीय विद्यालय से इंटर करनेके बाद उसने आईटी कॉलेज से ग्रेजुएशन किया. वर्तमान में वह लखनऊ यूनिवर्सिटी से मास्टर्स कर रही है. बचपन से ही अपूर्वा को मॉडलिंग का शौक था. गरीब-असहायों को लेकर वो हमेशा भावुक हो जाती थी. इस दौरान अन्ना हजारे के प्रोटेस्ट ने उसे बहुत इंस्पायर किया और समाज की कुरीतियों के खिलाफ उसने आवाज उठानी शुरू कर दी. वह अखिलेश की फैन है. उसने सपा पार्टी ज्वाइन कर ली. कॉलेज के टाइम से फैशन शोज में पार्टिसिपेट करना शुरू कर दिया था. 2016 में उसने मिस यूपी का खिताब जीता.