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नजीब जंग से भी सख्त निकले एलजी अनिल बैजल- केजरीवाल को लगा दी फटकार

नई दिल्ली। पुराने उपराज्यपाल नजीब जंग से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की कहासुनी किसी से छुपी नहीं थी। मगर मौजूदा एलजी अनिल बैजल तो और सख्त दिख रहे हैं। जनहितों से जुड़े मुद्दों पर केजरीवाल की उदासीनता पर उन्हें कड़ी नसीहत देने और फटकार लगाने से भी नहीं चूक रहे हैं।

उपराज्यपाल अनिल बैजल ने बुधवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के हवाले से छपी ट्रैफिक दिक्कत वाले कॉरिडोर की सूची बनाने के निर्देश संबंधी खबरों का संज्ञान लेकर खरी-खरी सुना दी। बैजल ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर बताया है कि चिन्ह्ति जाम वाले जगहों के साथ -साथ इन कॉरिडोर पर काम शुरू हो गया है। पत्र के साथ प्राथमिकता सूची वाले 28 कॉरिडोर की सूची भी भेजकर इस विषय पर पूर्ण सहयोग की आशा व्यक्त की है।

उपराज्यपाल ने पत्र में कहा है कि दिसंबर, 2016 में कार्यभार संभालने के साथ ही ट्रैफिक दिक्कत दूर करने के मामले को प्राथमिकता दी है। जनवरी, 2017 में 6 टास्क फोर्सों का गठन करके ट्रैफिक जाम वाले कॉरिडोर की पहचान और समाधान निकालने का काम सौंपा गया।

टॉस्क फोर्स ने 77 कारिडोर को पहचान की जिसमें 28 प्रमुख कारिडोरों को ए श्रेणी में रखकर 5 पायलट कारिडोरों में कार्य शुरू हो गया है। अतिक्रमण भी चिन्हित किए गए हैं जिन पर कानून के हिसाब से कार्रवाई की जाएगी।   क्या है कारीडोर का मामला

उपराज्यपाल कार्यालय के अनुसार उच्चतम न्यायालय ने दिल्ली में ट्रैफिक जाम के मामले की याचिका और स्वत: संज्ञान में जिन 29 कॉरिडोर के विषय में कहा है उसमें 28 ए श्रेणी के प्रमुखता वाले कॉरिडोर की सूची में हैं।

उपराज्यपाल ने पत्र में पॉयलट प्रोजेक्ट में अरविन्दों मार्ग से अंधेरिया मोड़, मथुरा रोड पर नीला गुम्बद से बदरपुर फ्लाईओवर, चिराग दिल्ली क्रासिंग से सावित्री फ्लाई ओवर, सरदार पटेल मार्ग  पर 11 मूर्ति से रजोकरी बार्डर) व धौला कुंआ फ्लाई ओवर से जीजीआर फ्लाई ओवर संजय टी प्वाइंट शामिल हैं।

पूरे मामले की नियमित समीक्षा की जानकारी भी उपराज्यपाल ने पत्र में मुख्यमंत्री को दी है। न्यायालय के आदेशानुसार कुछ स्ट्रैचों पर कार्रवाई शुरू हो गई है। मामले में मुख्यमंत्री को गहन रूचि लेने के लिए धन्यवाद देने के साथ नागरिक हित के लिए पूर्ण सहयोग की आशा व्यक्त की है।