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भाजपा ने विधानसभा उपचुनाव के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की, हिमाचल में कांग्रेस के सभी 6 बागियों पर जताया भरोसा

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को गुजरात, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और पश्चिम बंगाल में आगामी विधानसभा उपचुनावों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा की। पार्टी ने उन सभी छह अयोग्य विधायकों को हिमाचल प्रदेश विधानसभा उपचुनाव लड़ने के लिए टिकट दिया है, जो पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। 13 राज्यों की 26 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव, जिनमें हिमाचल प्रदेश की छह सीटें भी शामिल हैं, जहां कांग्रेस विधायकों को बगावत के कारण अयोग्य ठहराया गया था, 19 अप्रैल से शुरू होने वाले लोकसभा चुनावों के साथ होंगे।

पार्टी की ओर से जारी सूची के अनुसार सुधीर शर्मा को धर्मशाला से, रवि ठाकुर को लाहौल स्पीति से, राजिंदर राणा को सुजानपुर से, इंद्र दत्त लखनपाल को बड़सर से, चैतन्य शर्मा को गगरेट से और देविंदर कुमार (भुट्टो) को कुटलैहड़ से टिकट दिया है। उपचुनाव में भाजपा की जीत से सत्तारूढ़ पार्टी के खेमे में विधायकों की संख्या में कमी आ सकती है। कांग्रेस के छह विधायकों की अयोग्यता के बाद अब 62 सदस्यीय हिमाचल प्रदेश विधानसभा में कांग्रेस सदस्यों की संख्या 39 से कम होकर 33 रह गयी है। विधानसभा में मूल रूप से 68 सदस्यीय है। भाजपा के 25 विधायक हैं। बहुमत परीक्षण के दौरान दोनों पक्षों के बराबरी पर रहने की सूरत में ही अध्यक्ष वोट कर सकते हैं और अभी अध्यक्ष कांग्रेस पार्टी के हैं।

ये सभी नेता 23 मार्च को बीजेपी में शामिल हुए थे। इन नेताओं ने राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग की थी। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर,राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह और भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष राजीव बिंदल की उपस्थिति में पूर्व विधायक पार्टी में शामिल हुए। इन पूर्व विधायकों का पार्टी में स्वागत करते हुए ठाकुर ने कहा कि उनकी उपस्थिति से भाजपा और मजबूत होगी। उन्होंने राज्य में कांग्रेस सरकार पर अपने वादों को पूरा न करने का आरोप लगाया जिससे लोगों के बीच आक्रोश है। ठाकुर ने कहा कि इन नेताओं ने हाल में हुए राज्यसभा चुनाव में भाजपा का समर्थन किया था जो कांग्रेस के खिलाफ ‘‘जन आक्रोश’’ को दर्शाता है।

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने 16 मार्च को दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि 26 विधानसभा क्षेत्र हैं जहां उपचुनाव होने हैं। ये बिहार, गुजरात, हरियाणा, झारखंड, महाराष्ट्र, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, कर्नाटक और तमिलनाडु में हैं।