नई दिल्ली। 12 हजार 700 करोड़ रुपये के पीएनबी घोटाले को लेकर बीजेपी और कांग्रेस में घमासान जारी है. बीजेपी ने आज पूछा है कि चिदंबरम ने आरोपी मोहुल चोकसी को फायदा पहुंचाने के लिए कितना कमीशन लिया था, वहीं कांग्रेस ने भी पलटवार करते हुए सवाल किया है कि बीजेपी के राज में देश का पैसा विदेश कैसे चला गया?
कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आरोप लगाया है कि मई 2014 में मेहुल चोकसी की कंपनी को फायदा दिलाने के लिए गोल्ड स्कीम का कानून बदला गया था. उन्होंनें पूछा कि इसके बदले सरकार ने कितना कमीशन लिया? रविशंकर प्रसाद ने कहा कि अगस्त 2013 में सरकार 80:20 स्कीम लाई थी जिसको नवंबर 2014 में निरस्त कर दिया गया था. वहीं 16 मई 2014 (जिस दिन लोकसभा चुनावों के नतीजे आए थे) उस दिन तत्कालीन वित्त मंत्री ने 7 निजी कंपनियों को 80:20 स्कीम के तहत लाभ पहुंचाया. इन्हीं 7 कंपनियों में से एक गीतांजलि जेम्स एंड ज्वैलरी थी.
Chidambaram & Rahul Gandhi must answer why was this passed on the day of results to benefit these 7 pvt companies? Chidmabaram swayam nahi kar rahe theyy seedha aashirwaad tha: Union Minister Ravi Shankar Prasad pic.twitter.com/InQla4oLbz
— ANI (@ANI) March 5, 2018
रविशंकर प्रसाद ने पूछा कि पी चिदंबरम और राहुल गांधी को इस बात का जवाब देना चाहिए कि क्यों इस स्कीम का फायदा ऐन नतीजों के दिन 7 निजी कंपनियों को दिया गया? चिंदबरम इस बात को स्वीकार क्यों नहीं करते कि ये सरकार की ओर से इन कंपनियों को दिया गया सीधा आशीर्वाद था.
भारतीय जांच एजेंसियां सतर्क/ईडी का हांगकांग इंटरपोल और पुलिस को अलर्ट
देश का 12 हजार 700 करोड़ लेकर फरार नीरव मोदी के हांगकांग में होने की खबर मिलने के बाद भारतीय जांच एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं. हालांकि ईडी की चिंता है कि नीरव मोदी हांगकॉग से भी भागने के चक्कर में लगा हुआ है.
हांगकांग में नीरव मोदी की मौजूदगी को लेकर (एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट) ईडी ने हांगकांग इंटरपोल और पुलिस को अलर्ट किया है. दरअसल नीरव मोदी के पास एक और पासपोर्ट होने का शक है और ईडी की चिंता है कि नीरव मोदी हांगकांग से निकलने की कोशिश मे लगा है. लिहाजा ईडी ने स्पेशल कोर्ट से हांगकांग प्रशासन के नाम भी वारंट जारी कराया है. ईडी का मानना है कि नीरव मोदी छोटे देशों में छिपने की फिराक में है.