Breaking News

बिना कपड़ों के कमरे में थी बीवी, लटका हुआ था पति, नीचे पड़ी थी बेटे की लाश, यूपी में दिल दहला देने वाली घटना

लखनऊ/लखीमपुर खीरी। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, यहां पर एक ही परिवार के तीन लोगों की निर्मम हत्या कर दी गई है। घटना की जानकारी पड़ोसियों ने पुलिस को दी, जिसके बाद मौके पर पहुंची यूपी पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिये भेज दिया है। फॉरेंसिक टीम घटना स्थल का निरीक्षण कर रही है, मौके से साक्ष्यों को भी उठाया जा रहा है, ताकि केस में जांच किया जा सके।

आपको बता दें कि घटना लखीमपुर खीरी के पलिया थाना क्षेत्र के ढाकिन इलाके की है, जहां जय प्रकाश शर्मा (38 साल), अपनी पत्नी चीनू (35 साल) बेटे ओम शर्मा (8 साल) और मुन्नू शर्मा (4 साल) के साथ किराये के घर में रहता था। वहीं पर जय प्रकाश कोई छोटा मोटा काम कर अपना घर-परिवार चलाता था, बीती रात किसी ने छोटे बेटे मुन्नू शर्मा को छोड़ बाकी तीनों की हत्या कर दी।

आर्थिक तंगी से गुजर रहा था परिवार
पड़ोसियों के अनुसार हाल के दिनों में जय प्रकाश टिफिन सर्विस का काम कर रहा था, दो महीने पहले ही उसका काम बंद गया था, जिसकी वजह से वो इन दिनों बेरोजगार था, उसके ना कमाने की वजह से उसके परिवार की आर्थिक स्थिति भी खराब हो गई थी। कुछ दिन पहले जय प्रकाश ने अपने बेटे के इलाज के लिये अपने पड़ोसी से दो सौ रुपये उधार लिये थे।

घर के अंदर मिले शव
गुरुवार सुबह जय प्रकाश की लाश घर के अंदर लटका हुआ मिला। वहीं पास ही में पत्नी चीनू की डेडबॉडी भी अर्धनग्न अवस्था में पड़ी थी, शव को देखकर लग रहा है कि हत्यारों ने चीनू के साथ बलात्कार भी किया है। साथ ही थोड़ी दूर पर उनके बड़े बेटे ओम का शव भी पड़ा था। परिवार का सबसे छोटा सदस्य शवों के पास बैठकर अकेला रो रहा था। बच्चे की रोनी की आवाज सुनकर पड़ोसी घर के भीतर घुसे तो अंदर का नजारा देखकर सन्न रह गये।

पड़ोसियों ने दी पुलिस को सूचना
जैसे ही पड़ोसी ने अंदर देखा, तो तीन लाशें पड़ी थी, उसने तुरंत आस-पास के लोगों को इक्ट्ठा किया, जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने फॉरेंसिक टीम को मामले की जानकारी दी, फॉरेंसिक टीम भी बिना देर किये मौके पर पहुंच गई और घटनास्थल से साक्ष्यों को जुटाने की कोशिश की। शवों को पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के लिये भेज दिया है।

पुलिस भी है जिम्मेदार
इस तिहरे हत्याकांड में कोतवाली पुलिस को भी समान रुप से जिम्मेदार बताया जा रहा है, जय प्रकाश के पड़ोसी आसिफ अली ने बताया कि रात करीब तीन बजे जय प्रकाश ने उन्हें फोन किया और वो कुछ कहना चाहते थे, लेकिन उनकी आवाज उन्हें समझ नहीं आ रही थी, फिर फोन कट गया। इसके बाद वो छत्त पर पहुंचे, तो देखा कि जय प्रकाश के घर से शोरगुल की आवाज आ रही है, उन्होने तुरंत किसी अनहोनी की आशंका की वजह से मामले की जानकारी डायल 100 को दी।

पुलिस दरवाजे से लौट गई
सूचना मिलने के बाद डायल 100 मौके पर पहुंच गई, लेकिन सेवा में सैनात कर्मचारियों ने कहा कि वो रात में किसी का दरवाजा नहीं खुलवाएंगे, इतना कहकर वो वहां से चले गये। आसिफ के अनुसार अगर पुलिस रात में कुछ करती, तो शायद जय प्रकाश का परिवार बच जाता। आस-पड़ोस के लोगों का कहना है कि इस हत्याकांड में पुलिस की बड़ी लापरवाही है। लखीमपुर खीरी एसपी रामलाल वर्मा ने कहा कि अगर पुलिस को सूचना दी गई थी और उन्होने लापरवाही बरती है, तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी।