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त्रिपुरा में भाजपा के दो विधायक कांग्रेस में शामिल

त्रिपुरा । त्रिपुरा में भारतीय जनता पार्टी के लिए मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है। मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब के मुखर आलोचक रहे दो विधायकों ने पार्टी छोड़ दिया है। इसके साथ ही दोनों विधायकों ने कांग्रेस का दामन थाम लिया है। सोमवार को भाजपा के सुदीप रॉय बर्मन और आशीष साहा ने त्रिपुरा विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। इसके साथ ही दोनों विधायकों ने पार्टी की भी सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। आज दोनों विधायक दिल्ली पहुंचे जहां राहुल गांधी की मौजूदगी में दोनों ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया है। कांग्रेस में शामिल होने के बाद आशीष साहा ने कहा कि भाजपा की सरकार बनने के बाद राज्य में तानाशाही शुरू हुई। हम केंद्रीय हस्तक्षेप की कोशिश कर रहे थे लेकिन 3 साल बीत गए और कुछ नहीं हुआ।
आशीष साहा ने कहा कि विकास के नाम पर लूट हो रही है। बहुत से लोग हमारे साथ आना चाहते थे। अगले कुछ महीने बताएंगे कि कौन जा रहा है। कांग्रेस में शामिल होने के बाद सुदीप रॉय बर्मन ने कहा कि कई विधायक तैयार हैं, लेकिन शायद वे तकनीकी कारणों से कुछ महीने और इंतजार करना चाहते हैं। पार्टी से सभी का मोहभंग हो गया है। मुझे लगता है कि त्रिपुरा गुजरात और हिमाचल के साथ चुनाव में जा सकता है। रॉय बर्मन और साहा ने सोमवार सुबह विधानसभा अध्यक्ष रतन चक्रवर्ती से मुलाकात कर उन्हें अपना इस्तीफा सौंप दिया था।
मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब के आलोचक समझे जाने वाले रॉय बर्मन ने कहा, मैं त्यागपत्र देने के बाद कार्यमुक्त हो चुका हूं क्योंकि भाजपा नीत सरकार लोगों की अपेक्षाओं पर खरा उतरने में पूरी तरह नाकाम रही है। त्रिपुरा में लोकतंत्र का गला घोंट दिया गया है और किसी को बोलने की अनुमति नहीं है। उन्होंने दावा किया कि अगले विधानसभा चुनाव तक राज्य की भाजपा नीत सरकार अल्पमत में आ जाएगी, क्योंकि कई विधायक पार्टी छोड़ने की योजना बना रहे हैं। दोनों विधायकों के इस्तीफे के बाद राज्य की 60 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के विधायकों की संख्या 33 रह गई है। वहीं, भाजपा की त्रिपुरा इकाई ने बिप्लब देब सरकार पर किसी भी तरह का खतरा होने की अटकलों को खारिज किया है।