लखनऊ। अपने विवादित बयानों से सुर्खियों में रहने वाले योगी कैबिनेट के मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने कहा है कि ‘जनता को तो नेता नचाता है. आजादी के पहले और आजादी के बाद से अब तक यही देख रहे हैं. गांधी जी ने पूरे देश को नचा दिया, अंग्रेज भाग गए. जनता उधर जाती है जिधर नेता ले जाना चाहता है. यूपी में देखिए, जनता कभी मायावती के पीछे गई, कभी मुलायम के पीछे, फिर लोग अखिलेश के पीछे भागे, पिछले साल केशव मौर्य के पीछे गए लेकिन बीजेपी ने उन्हें झटक दिया. तुम्हारा काम नहीं है अब जाओ.’ उन्होंने कहा कि बीजेपी पिछड़ी जाति के नेताओं का सिर्फ इस्तेमाल कर रही है.
राजभर ने कहा कि यूपी में मौर्य समाज ने केशव प्रसाद मौर्य को मुख्यमंत्री बनाने के लिए बीजेपी को वोट दिया. भाजपा वालों ने बाद में उन्हें झटक दिया कि अब जाओ. अब तक अध्यक्ष थे. हमने तो अमित शाह से कहा है कि पिछड़ों का वोट लेना है तो 27 फीसदी आरक्षण में विभाजन करो वरना सब यादवों का कब्जा हो रहा है. अमित शाह ने चुनाव से छह माह पहले लागू करने के लिए कहा है, वरना मैं तो बीजेपी के खिलाफ बिगुल बजाउंगा.
ये लोग हर बिरादरी के बंदर पकड़ लेते हैं…
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख राजभर ने कहा कि बीजेपी में वोट लेने की बड़ी माया है. ये लोग हर बिरादरी के बंदर पकड़ लेते हैं. हर बिरादरी में बंदर हैं. ये बंदर हेमामालिनी की तरह नाचते हैं. समाज वोट देता है उसके बाद सब खत्म. केशव और स्वामी प्रसाद मौर्य जैसे पिछड़े समाज के नेताओं की फोटो तब लगनी शुरू होगी जब चुनाव आएगा. अभी तो इन लोगों का सिर्फ इस्तेमाल हो रहा है. थोड़ा-थोड़ा ये लोग जोर लगाते तब हम तो टिका ही देते. लेकिन ये लोग इस डर से नहीं बोलते हैं कि कहीं कुर्सी न चल जाए. आवाज लगानी चाहिए इन्हें. नेता किस बात का जब वो बोलेगा नहीं? गूंगा, बहरा व्यक्ति नेता नहीं होता
कुर्सी के डर से पिछड़े वर्ग के नेता बोलते नहीं
लेकिन आपने क्या किया, आप भी तो पिछड़े समाज से आते हैं? राजभर ने इस सवाल के जवाब में कहा, ‘हम तो योगी जी से भिड़े ही रहते हैं कि पिछड़ों को थाना, कचहरी, जिला में भागीदारी दीजिए. हम अकेले चिल्ला रहे हैं, उन लोगों को भी तो बोलना चाहिए. अपनी लड़ाई खुद लड़नी चाहिए.’
हमेशा सुर्खियों में रहने वाले राजभर ने कहा ‘किसी दल में जो भी नेता हैं वो अपने-अपने समाज की वकालत क्यों नहीं करते? सिर्फ एमएलए बन जाते हैं और उनका काम हो जाता है. जब पार्टी को वोट दिलवाना होता है तो समाज के बीच जाकर अमिताभ बच्चन और धर्मेंद्र की तरह नाचने लगते हैं.’
वो नेता कुर्सी के लिए चुप रहते हैं, मैं अकेले उठा रहा हूं आवाज
योगी सरकार में जो पिछड़े समाज के मंत्री हैं वो सिर्फ बीजेपी के बड़े नेताओं के पैर लगकर आशीर्वाद लेते हैं कि किसी तरह से कुर्सी बनी रहे. हमारे पास तो सरकार में रहकर लड़ने की जितनी ताकत है उतना लड़ रहा हूं. योगी जी पहले मांग करते थे कि पूर्वांचल के विकास के लिए अलग पूर्वांचल राज्य बनना चाहिए लेकिन वो अब चुप हैं. जब से मुख्यमंत्री बन गए तब से पूर्वांचल की बात नहीं करते हैं. लेकिन मैं तो करता हूं और आवाज उठाता रहूंगा. जनता को शांत करवाने के लिए ऐसी भाषा बोलनी पड़ती है
आपके बड़े बेटे और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरविंद राजभर ने चंदौली में बलुआ थाना को फूंकने की धमकी दी. कानून क्यों हाथ में ले रहे हैं वो?
जवाब में योगी सरकार के मंत्री राजभर ने कहा ‘मेरे बेटे ने कानून हाथ में नहीं लिया. ऐसा है जब जनता की भावना सामने आती है, जनता अपनी बात मनवाने के लिए नेता पर दबाव बनाती है. ऐसे समय में उन्हें शांत करवाने के लिए उनकी भाषा बोलनी पड़ती है. ताकि वो कानून अपने हाथ में न लें. इसलिए उनको सांत्वना देनी पड़ती है कि आप घबराओ नहीं हम आपके साथ है.’