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थायराइड को कंट्रोल रखने के लिए इन 6 सुपरफूड्स का करें सेवन


थायराइड गले में आगे की तरफ तितली के आकार की एक ग्रंथि होती है। यह ग्रंथि शरीर की कई जरूरी गतिविधियों को नियंत्रित करने का काम करती है। थायराइड ग्रंथि टी3 यानी ट्राईआयोडोथायरोनिन और टी4 यानी थायरॉक्सिन हार्मोंन का निर्माण करती है। इन हार्मोंस का सीधा असर सांसए हृदय गतिए पाचन तंत्र और शरीर के तापमान पर पड़ता है। साथ ही ये हड्डियोंए मांसपेशियों व कोलेस्ट्रॉल को भी नियंत्रित करते हैं। जब ये हार्मोंस असंतुलित हो जाते हैंए तो वजन कम या ज्यादा होने लगता हैए इसे ही थायराइड की समस्या कहते हैं। थायरॉइड दो तरह का होता है. हाइपरथायरॉइडिज्म और हाइपोथायरॉइड। थायराइड को कंट्रोल रखने के लिए आइए जानते हैं क्या है इसके लक्षण और किन सुपर फूड को अपनी डाइट में शामिल करने से आपको मिल सकता है लाभ। न्यूट्रिशनिस्ट और वैलनेस एक्सपर्ट वरुण कत्याल ; टंतनद ज्ञंजलंसए छनजतपजपवदपेज ।दक ॅमससदमेे म्गचमतजद्ध के अनुसारए हाइपोथायरायड रोगियों के लिए नट्स निश्चित रूप से एक अच्छा विकल्प हो सकता है। यह सेलेनियम का एक उत्कृष्ट स्रोत है जो थायराइड में एंटीऑक्सीडेंट रक्षा में योगदान करने के लिए जाना जाता है। दालें और फलियां प्रोटीन के अच्छे स्रोत होने के साथ थायरॉयड को प्रभावी ढंग से काम करने में मदद करते हैं। इसके अलावाए कई अध्ययनों से पता चला है कि प्रोटीन का सेवन बढ़े हुए चयापचय दर को बढ़ाने में मदद करके थायराइड को कंट्रोल करने में भी मदद कर सकता है।
थायराइट के लक्षण .
.वजन बढ़ना या कम होना
.गले में सूजन होना
.हार्ट की मूवमेंट में बदलाव आना
.मूड स्विंग होना
.बालों का झड़ना
थायराइड हार्मोन कंट्रोल रखते हैं ये सुपर फूड.
आंवला.
आंवला थायराइड को कंट्रोल करने में बेहद मददगार होता है। आंवला में संतरे के मुकाबले आठ गुना ज्यादा और अनार के मुकाबले सत्रह गुना ज्यादा विटामिन ब् मौजूद होता है।

नारियल.
थायराइड मरीजों के लिए नारियल सुपर फूड से कम नहीं है। नारियल में मौजूद मीडियम चेन फैटी एसिड ;डब्थ्।ेद्ध और मीडियम चेन ट्रिग्लाएसेराइड्स ;डज्ब्ेद्ध मेटाबॉलिज्म को इन्प्रूव करते हैं।

कद्दू के बीज.
कद्दू के बीज में जिंक प्रचूर मात्रा में पाया जाता है। इसकी मदद से शरीर में मौजूद अन्य विटामिन्स और मिनरल्स को एब्ज़ॉर्ब करने में मदद मिलती है। इसके अलावा जिंक शरीर में थायराइड हार्मोन को बैलेंस करने में भी मदद करता है।

अदरक.
थायराइड को कंट्रोल करने के लिए अदरक का आयुर्वेदिक उपचार अपनाया जा सकता है। अदरक जिंकए पौटेशियम और मैग्नीशियम जैसे आवश्यक खनिजों पदार्थों से भरपूर है। इसके अलावा अदरक में एंटी.इन्फ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैंए जो थायराइड ठीक करने में मदद करते हैं। आप अदरक का इस्तेमाल चाय के साथ भी कर सकते है।

सूखे मेवे.
थायराइड हार्मोंन के मेटाबॉलिज्म के लिए शरीर को सेलेनियम की जरूरत पड़ती है। सूखे मेवे में प्रचूर मात्रा में सेलेनियम पाया जाता है। जो थायराइट ग्रंथि को उत्तेजित करने में मदद करता है। ध्यान रखेंए एक दिन में 2 से 3 मेवे से ज्यादा का सेवन न करें। ऐसा इसलिए क्योंकि इनमें बहुत अधिक फैट की मात्रा मौजूद होती हैए जो थायराइड की समस्या बढ़ा सकता है।

मूंग दाल.
मूंग दाल में प्रोटीनए विटामिनए फाइबरए कार्बोहाइट्रेड्स और मिनरल्स की अच्छी मात्रा मौजूद होती है। मूंग दाल शरीर में आयोडीन की कमी दूर करके डाइजेशन में भी मदद करती है। इसके अलावा यह थकान और वजन दोनें को कम करने में काफी मददगार है। ध्यान रखेंए अधिक प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थ थायराइड हार्मोन्स के लिए फायदेमंद होते हैं।