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तेजस्वी के क्षेत्र में दलितों के घर जलाए जाने के मामले ने तूल पकड़ा

पटना। बिहार में वैशाली जिले के राघोपुर थाने के मलिकपुर में भूमि विवाद के बाद दलितों के घर को आग के हवाले कर देने के मामले ने सियासी रंग लेना शुरू कर दिया है. बता दें कि ये मामला राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के विधानसभा क्षेत्र राघोपुर से जुडा हुआ है. गुरुवार को जोकीहाट विधानसभा उपचुनाव में हुई आरजेडी की जीत के जश्न में उन्होंने इस पर कोई ठोस प्रतिक्रिया नहीं दी.

गौरतलब है कि यहां पर दबंगों ने जमीनी विवाद में दलितों के घर में आग लगा दी थी. गुरुवार को पूर्व शिक्षा मंत्री और जनता दल(यू) के एमएलसी अशोक चौधरी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर हालात का जायजा लेने घटनास्थल पर पहुंचे.

तेजस्‍वी यादव के विधानसभा क्षेत्र राघोपुर में बीते सोमवार को भूमि विवाद में एक पक्ष के लोगों ने दूसरे पक्ष के एक घर में आग लगा दी थी. आग की लपटों ने कई घरों को अपने आगोश में ले लिया था. इस घटना में लगभग 10 लाख की संपत्ति के नुकसान की बात कही जा रही है. सभी पीड़ित दलित समुदाय के बताए जा रहे हैं.

घटना के संबंध में एक पक्ष के बिंदेश्वर पासवान ने बताया कि पिछले सात वर्षों से सिकिल राय से उनका भूमि विवाद चल रहा था. भूमि विवाद का केस लगभग फाइनल होने वाला है. सोमवार को उसी केस की तारीख के लिए चंद्र विजय पासवान हाजीपुर गए थे, जहां मोतीलाल राय से कहासुनी हो गई. उसी बात को लेकर दूसरे पक्ष के लोग आक्रोश में आ गए.

आगजनी की इस घटना के बाद सभी पीड़ित परिवार खुले आसमान के नीचे आ गए हैं. किसी के पास कुछ नहीं बचा है. एमएलसी अशोक चौधरी ने घटनास्थल पर पहुंचकर सभी पीड़ित दलित परिवार के सदस्यों से मिलकर उनका पक्ष जाना और उनको न्याय का भरोसा दिया. हाल के दिनों में दलितों की राजनीति को लेकर तेजस्वी यादव काफी मुखर रहे हैं, लेकिन उन्हीं के क्षेत्र में हुई इस घटना की वजह से इस पर सियासत गर्म होना तय है.